अब चुनावी भाषण दे रहीं स्वरा भास्कर, कहीं कन्हैया की तरह राजनीति में उतरने की तैयारी तो नहीं?

PC : Whatsinthenews

लोकसभा चुनाव की शुरुआत हो चुकी है और राजनीतिक पार्टियां जोरशोर से तैयारियों में जुटे हैं। यहां तक कि बॉलीवुड के कुछ एक्टर और एक्ट्रेस तो खुलकर कुछ प्रत्याशियों को समर्थन दे रहे हैं लेकिन स्वरा भास्कर तो कन्हैया कुमार के लिए सीधे चुनावी मंच और भाषण देने ही पहुंच गयीं। लेफ्ट लिबरल गैंग की चहेती और बॉलीवुड की अभिनेत्री स्वरा भास्कर देशद्रोही का आरोप झेल रहे कन्हैया कुमार के लिए पहली बार चुनावी मंच पर नजर आयीं। इस दौरान स्वरा ने कन्हैया का खूब गुणगान किया। यहां तक कि कन्हैया को देश के लिए नयी उम्मीद और क्रांतिकारी तक कह डाला। स्वरा के हर लाइन में कन्हैया का नाम था। स्वरा भास्कर के इस भाषण के साथ ही ये कयास भी लगाये जा रहे हैं कि वो राजनीति के मैदान में नयी पारी शुरू कर सकती हैं।

दरअसल, जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व बिहार के बेगूसराय से सीपीआई प्रत्याशी कन्हैया कुमार के नामांकन पत्र भरने से पहले स्वरा भास्कर कन्हैया के लिए प्रचार करने पहुंच गयीं।  इस प्रचार से जुड़ा वीडियो स्वरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किया है और लिखा है, “मेरी पहली राजनीत‍िक स्पीच बेगूसराय में। कन्हैया कुमार का सपोर्ट। जय भीम, लाल सलाम। वीड‍ियो में स्वरा भास्कर पूरे जोश भरे अंदाज में जनसभा को संबोध‍ित करती द‍िख रही हैं।” ये रहा पूरा वीडियो,

कन्हैया कुमार के लिए प्रचार के लिए विधायक जिग्नेश मेवाणी भी पहुंचे थे। स्वरा अपने भाषण में जिग्नेश की तारीफ करना भी नहीं भूलीं। जो देश के प्रधानमंत्री का सम्मान नहीं करता वो स्वरा के लिए सही माइनों में देश का सच्चा बेटा है। कभी बेगूसराय की इन्हें याद नहीं आई और न ही देखने गयीं लेकिन वहां जाकर बड़ी-बड़ी बातें जरुर स्वरा कर आयीं। स्वरा ने अपने भाषण में कहा भी कि “आप सभी को स्वरा भास्कर का सादर प्रणाम! आज आप ये मत समझिएगा कि आपके बीच कोई अभिनेत्री आई है। मैं आपके समक्ष बिहार के नतिनी के रूप में आई हूं।” इसके बाद कन्हैया कुमार की तारीफें करना स्वरा ने शुरू कर दिया। स्वरा ने कहा, “बिहार को गाली देने वालों को कन्हैया कुमार से मिलना चाहिए जो देश का एक सामान्य और बेगुसराय का होनहार बेटा है। केंद्र में बैठे सत्ताधारियों को कन्हैया कुमार का आगे बढ़ना नहीं सुहाया। कन्हैया पर झूठा आरोप लगाकर उसे फंसाया।” यही नहीं स्वरा सत्य की भी बात कर रही थीं। अपने हर दो शब्द के बाद कन्हैया का नाम जप रही हैं। हालाँकि, वो अपने भाषण में किस सत्य की बात कर रही हैं, उस सत्य की जिसे वो झूठला रही हैं कि कन्हैया ने जेएनयू देश द्रोही नारे लगाये थे? या उस सत्य को जिसमें जेएनयू में लगे देशद्रोही नारों की वीडियो जांच में सही साबित हुआ?  

स्वरा भास्कर को कन्हैया कुमार क्रांतिकारी नजर आता है और तो और ये तक कहा कि कन्हैया एक बेहतर कल का प्रतीक है, उन आदर्शों का प्रतीक है जिसके दम पर इस देश की नींव रखी गयी थी। स्वरा भास्कर को इतिहास के पन्ने पलटकर देखने चाहिए कि देश की नींव रखने वालों ने कभी अपने हित और पब्लिसिटी के लिए देश के खिलाफ नारे नहीं लगाये और न ही देश को बांटने की बात की। इसके अलावा इस रैली में स्वरा ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना भी साधा।

वैसे स्वरा द्वारा देशद्रोही का आरोप झेल रहे कन्हैया कुमार के लिए प्रचार करने से किसी को हैरानी भी नहीं होनी चाहिए। भारतीय सैनिकों को बेवकूफ कहने वाली स्वरा समय समय पर तथाकथित क्रांतिकारी कन्हैया का समर्थन करती रही हैं। जो देश को बांटने और ‘आजादी आजादी’ जैसे नारे लगता है वो स्वरा के अनुसार वो संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए राजनीति में आया है।

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