अभिनेता विवेक ओबेरॉय आजकल सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बंटोर रहे हैं। एक तरफ तो पीएम मोदी के जीवन पर बनी उनकी फिल्म ‘नरेंद्र मोदी’ को लेकर उनकी काफी चर्चा की जा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म का विरोध कर रहे कुछ वामपंथी तत्वों की बोलती बंद करने को लेकर भी वे सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं। दरअसल, जब राजदीप सरदेसाई, क्रांतिकारी कांग्रेसियों अथवा एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने उनकी इस फिल्म की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए तो उन्होने चुन-चुन कर सभी को ऐसा जवाब दिया कि वे हक्के-बक्के रह गए। अब सोशल मीडिया पर उनकी वीडियोज़ को जमकर शेयर किया जा रहा है।
https://youtu.be/8nVOJyudbU8
दरअसल, इस फिल्म पर सबसे पहले कांग्रेस शुभचिंतक और पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपनी पीड़ा जाहीर की। अपने शो में उन्होने विवेक ओबेरॉय को बुलाकर उनसे कई सवाल पूछे। उन्होने कहा ‘ये तो सीधे तौर पर एक प्रोपेगंडा फैलाने वाली फिल्म है, लेकिन आपके निर्माता कह रहे हैं कि ऐसा नही है। हमने फिल्म को तो नहीं देखा है लेकिन फिल्म का ट्रेलर देखने से तो यही प्रतीत होता है कि इस फिल्म के माध्यम से पीएम मोदी की एक मज़बूत छवि दिखाने की कोशिश की है। और ऐसा ठीक चुनावों से पहले हो रहा है। आप हमारे दर्शकों को किस तरह आश्वस्त कर सकते हैं कि आपकी यह फिल्म चुनावों को प्रभावित करने के दृष्टिकोण से नहीं बनाई गयी है?’ राजदीप के इस सवाल के पूछने के दौरान विवेक मुस्कुराते हुए उनका सवाल सुनते रहे हालांकि कुछ ही देर में उन्होंने अपने जवाब से सरदेसाई के चेहरे से मुस्कुराहट छीनने का काम किया।
ओबेरॉय ने जवाब दिया ‘राजदीप आपका यह शो है, जो कि बहुत लोकप्रिय है। हर दिन आप देश के सामने अपनी एक राय रखते हैं। आप हर विचार और विचारधारा पर अपनी राय रखते हैं। क्या आप चुनावों पर प्रभाव डालने का काम कर रहे हैं? क्या चुनावों के दौरान आपके शो को बंद कर देना चाहिए?’ अपनी फिल्म के माध्यम से पीएम मोदी की छवि को मजबूत करने के सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी कि छवि पहले ही बहुत मजबूत है और वे पहले से ही देश के हीरो हैं। उन्हें अपनी छवि को मजबूत कराने के लिए किसी फिल्म कि आवश्यकता नहीं है। मैं खुद उनसे बहुत प्रेरित हूं’।
Aur ye laga zor ka tamacha @sardesairajdeep ko @vivekoberoi ke taraf se. 👋
— Fidus Achates (@Sohni_Bose) April 2, 2019
कांग्रेस पार्टी भी इस फिल्म का विरोध कर रही है। कांग्रेस के मुताबिक इस फिल्म के माध्यम से पीएम मोदी के लिए प्रचार करने का काम किया जा रहा है, इस बात पर भी अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने उनकी बोलती बंद करने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर उनको लगता है कि फिल्म बनाने से किसी का प्रचार किया जा सकता है तो उनको भी प्रचार अभियान को छोड़कर फिल्म बनाने का काम शुरू कर देना चाहिए।
एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान भी इस फिल्म के विरोध में सामने आए। उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी पर ही फिल्म क्यों बनाई गई? मैंने भी गरीबी देखी है, मैंने भी एक वक्त की रोटी खाकर अपनी वकील की पढ़ाई पूरी की है। मैं भी देश के लिए मरने के लिए तैयार हूं। क्या आप मुझपर फिल्म बनाएंगे?’ तो विवेक ओबेरॉय ने इसका जवाब देते हुए कहा कि अगर वे देश के लिए मरेंगे तो वे उनपर भी एक फिल्म बनाने का काम अवश्य करेंगे।
आपको बता दें कि विवेक ओबेरॉय की इस फिल्म के रिलीज़ को लेकर कोर्ट एवं निर्वाचन आयोग अपनी सहमति जता चुके हैं। उसके बाद भी लोकतंत्र की रक्षा की दुहाई देने वाली कांग्रेस का इस फिल्म का विरोध करना उसके दोहरे मापदंड को दिखाता है। कांग्रेस एवं इन वामपंथी पत्रकारों ने इसी वर्ष जनवरी में आई फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को लेकर भी खूब हल्ला मचाया था। आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को अपने जनाधार की ‘मजबूती’ का पहले ही आभास है। ऐसे में वह अब फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं पर निशाना साध कर विक्टिम कार्ड खेलना चाहती है। हालांकि ओबेरॉय ने अपने विवेक से काम लेकर कांग्रेस की इस कोशिश को एक्सपोज़ करने का काम किया है।