2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने प्रचंड बहुमत प्राप्त करते हुये 352 सीटों पर एनडीए गठबंधन के रूप में और स्वयं 303 सीटों पर विजय प्राप्त की है। एक बार फिर नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, और ऐसा करने वाले वे इस देश के पहले गैर कांग्रेसी पीएम होंगे, जो अपना कार्यकाल पूरा कर एक बार फिर सत्ता में वापिस करेंगे।
हाल ही में औपचारिक प्रक्रिया पूरी करते हुये पीएम मोदी ने अभी के लिए पद से इस्तीफा दिया है, और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। नई सरकार में नया मंत्रिमंडल भी होगा, ऐसे में यह जानना लाज़मी है कि किन दिग्गजों को कैबिनेट में इस बात जगह मिलेगी, और किसे महत्वपूर्ण पदों पर सुशोभित किया जायेगा।
सर्वप्रथम, हम बात करते हैं गृह मंत्रालय की। तमाम मीडिया विशेषज्ञों की माने, तो इस बार भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष एवं पीएम मोदी के खास, यानि अमित शाह को यह पद मिल सकता है। यदि ऐसा होता है तो किसी को अचंभा नहीं होगा, क्योंकि जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने पर 2007 में अमित शाह को गृहमंत्री बनाया गया था। ऐसी स्थिति में जेपी नड्डा और भूपेंद्र यादव भाजपा अध्यक्ष के प्रबल दावेदार हैं।
अब आते हैं वित्त मंत्रालय पर। अरुण जेटली के बनते बिगड़ते सेहत के बीच अब सवाल उठ रहे हैं कि अगला वित्त मंत्री कौन होगा? कई सूत्रों की माने, तो इस पद के लिए पीयूष गोयल एक उम्दा उम्मीदवार हैं। वैसे भी, अंतरिम बजट पेश कर जिस तरह पीयूष गोयल ने सभी राजनीतिक विशेषज्ञों को सोचने पर विवश कर दिया है, उस हिसाब से वे इस पद के लिए एक योग्य उम्मीदवार हैं। रेल मंत्रालय की कायापलट करने में अहम भूमिका निभाने वाले पीयूष गोयल के लिए ये पद किसी सम्मान से कम नहीं होगा।
इसी तरह रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्री में भी बदलाव के आसार हैं। कई लोगों का मानना है कि रक्षा मंत्रालय निर्मला सीतारमण को न देकर राजनाथ सिंह को दिया जाये। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि निर्मला रक्षा मंत्री बनी रहेंगी, जबकि राजनाथ सिंह या सेवानिर्वृत्त जनरल वीके सिंह को विदेश मंत्रालय मिल सकता है। इनके अलावा रवि शंकर प्रसाद एवं स्मृति ईरानी भी कैबिनेट में मंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं।
चूंकि, एनडीए गठबंधन ने प्रचंड बहुमत प्राप्त किया है, इसीलिए सभी दलों को मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व मिलने के पूरे आसार हैं। खैर, मंत्रिमंडल में कौन शामिल होगा और कौन नहीं यह तो पीएम मोदी के शपथ लेने के बाद ही पता चलेगा, पर ये बात पक्की है कि मंत्रिमंडल जैसा भी होगा, देश सुशासन और विकास की राह पर और आगे बढ़ेगा।