‘हिंदू आतंकवाद’ को जन्म देने वाले मध्यप्रदेश की भोपाल लोकसभा संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने अपने रोड शो के लिए भगवा को ही हथियार बना लिया है। हिंदुओं को लुभाने के लिए भगवा का सहारा ले रहे हैं और साधू संत के समर्थन के लिए झूठ का भी सहारा लिया जा रहा है। यही नहीं, वो साधू संतों के साथ रोड शो कर रहे हैं। यही नहीं इस दौरान मध्य प्रदेश पुलिस भगवा गमझो के साथ नजर आई।
#BREAKING | भोपाल में दिग्विजय सिंह का रोड शो, 13 अखाड़ों के साधु-संत शामिल
देखें रिपब्लिक भारत पर LIVE: https://t.co/G945HvRmSx pic.twitter.com/ugmGNhOZZA
— Republic Bharat – रिपब्लिक भारत (@Republic_Bharat) May 8, 2019
कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने चुनाव से पहले पूजा करवाई और अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए साधू संतों को भोजन कराया। ये वो खबर है जो सभी के सामने है लेकिन इस खबर की गहराई में गये तो मामला कुछ और ही सामने आया। सुनियोजित तरीके से पहले 100 से अधिक साधू संतों को बुलाया गया फिर उनसे पूजा करवाई गयी और फिर खाना खिलाया गया लेकिन जो साधू पूजा करने आये थे उन्हें ये पता ही नहीं चला कि कांग्रेस ने अपने प्रचार के लिए उनका इस्तेमाल किया।
रिपब्लिक भारत की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन साधू संतों को पूजा के लिए बुलाया गया था उन्हें इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी। इसका खुलासा तब हुआ जब साधू संतो से सवाल किया गया और उनका जवाब हैरान कर देने वाला था। इस दौरान एक अपने आप को महात्यागी बाबा कहने वाले एक संत ने कहा कि, “कंप्यूटर बाबा ने कहा कि यहां आओ भंडारा है लेकिन यहां आकर पता चला कि कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बोलने का है और कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को जिताने का है। हमको तो पार्टी से लेना देना नहीं है। बीजेपी आये या कांग्रेस आये हमको तो सिर्फ दक्षिणा से मतलब है। दक्षिणा तो 100 से 5000 तक है देखो कितना मिलता है।” जब उनसे सवाल किया गया कि आप यहां कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए आये हैं तो उन्होंने कहा कि, ‘हमारा प्रचार से कोई लेना देना नहीं है और न ही वो किसी पार्टी का प्रचार करने के लिए आये हैं। हम उसी को वोट देंगे जो हमारे धर्म का सम्मान करेगा। अगर हमें झूठ बोलकर यहां बुलाया गया है तो ये हमारे साथ धोखा किया गया है।’
बता दें कि दिग्विजय सिंह ने भोपाल में रोड शो किया और बड़े पैमाने पर साधु-संत भी नजर आये। इस दौरान रोड शो की कमान कम्प्यूटर बाबा ने संभाली। कांग्रेस काफी उत्साहित लगी और ये दावा कर रही थी कि इस बार के चुनावों में साधू संतों का साथ पार्टी को मिल रहा है। हालांकि, अपने झूठ बोलकर हज़ारों की संख्या में साधू संतों को बुलाया और पूजा करवाया और कंप्यूटर बाबा भी दावें कर रहे कि सभी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए यहां एकजुट हुए हैं। रिपब्लिक भारत की रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्विजय सिंह के प्रचार में शामिल साधू संतों से बात की गयी तो उनमें से एक जानकीदास नाम के संत ने कहा, “हम यहां कंप्यूटर बाबा के कहने पर यहां क्योंकि उन्होंने कहा था कि सिर्फ दक्षिणा के लालच में भोपाल आया था और उन्हें सिर्फ ये जानकारी थी कि उन्हें दक्षिणा और भंडारे के नाम पर बुलाया गया था और 2 हज़ार से 5 हजार तक कि दक्षिणा दी जाएगी।” इससे कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश हो गया। साधू संतों को गुमराह करके कंप्यूटर बाबा ने पूरा कार्यक्रम आयोजित करवाया और कांग्रेस पार्टी के भोपाल से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह भी शामिल थे। पूजा पाठ करवाया जा रहा है और साधू संतों को झूठ बोलकर कांग्रेस के प्रचार करने के लिए बुलाया गया था। या तो कांग्रेस के नेता पर अपनी अच्छी छाप छोड़ने के लिए कंप्यूटर बाबा ने साधू संतों को बरगलाकर बुलाया या कांग्रेस ने कंप्यूटर बाबा के साथ मिलकर साधू संतों को झूठ बोलकर उन्हें बुलाया गया। ये शर्मनाक है कि कांग्रेस पार्टी साधू संत समाज के जरिये नर्म हिंदुत्व का प्रदर्शन कर रही है और देश को भी छल रही है।