ईडी ने जाकिर नाइक के खिलाफ टेरर फंडिंग मामले में दाखिल की चार्जशीट

जाकिर नाइक

PC: India TV

प्रवर्तन निदेशालय ने विवादित इस्लामिक उपदेशक ज़ाकिर नाइक के खिलाफ शिकंजा और भी मजबूती से कस लिया है। निदेशालय ने ज़ाकिर नाइक के खिलाफ एक टेरर फंडिंग मामले में चार्जशीट दाखिल की है।  प्रवर्तन निदेशालय ने ये चार्जशीट मुंबई के विशेष न्यायालय में दायर की गयी है। इसके अलावा ज़ाकिर की 193 करोड़ की संपत्ति की पहचान की जा चुकी है, जिसमें से 50 करोड़ 46 लाख की संपत्ति अटेच कर ली गयी है।

जाकिर नाइक की जिन संपत्तियों की पहचान की गई है उनमें मुंबई में 10 फ्लैट, तीन गोदाम, दो बिल्डिंग और ज़मीन शामिल हैं। साथ ही उनमें म्यूचुअल फंड, चेन्नई स्थित इस्लामिक इंटरनेशनल स्कूल पुणे और इसके अलावा 10 बैंक अकाउंट को भी सीज़ किया गया है। ऐसी खबर है कि नाइक ने दुबई में भी निवेश किया है और कई आलीशान बंगले बनाए हैं। जिसके बाद जाकिर नाइक की विदेश में मौजूद संपत्तियों की भी पहचान की जा रही है।

इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय ने जनवरी 2019 में मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत जाकिर नाइक की 16.40 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। ईडी ने मुंबई और पुणे में स्थित नाइक के परिवार के सदस्यों के नाम पर रजिस्टर्ड संपत्तियों को जब्त करने के लिए प्रोविजनल ऑर्डर जारी किया था। ईडी के मुताबिक नाइक के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई की गयी थी।

आपको बता दें कि ज़ाकिर नाइक एक कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक है वो अपने भड़काऊ भाषणों के जरिए न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर के विभिन्न समुदाय के लोगों में नफरत फैलाने का काम करता है। वह भारत के ‘इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन’ का अध्यक्ष था और अपने व्याख्यानों और संदेशों से नफरत फैलाने के लिए बदनाम था। ज़ाकिर नाइक यूट्यूब पर अपने वीडियो के ज़रिये मुस्लिमों को भड़काने और बरगलाने का काम करता था।

हाल ही में ईस्टर के दिन श्रीलंका में हुए बम धमाकों में भी ज़ाकिर नाइक का कनेक्शन सामने आया था बता दें की श्रीलंका के बम धमाकों के आरोपी ने ये माना था कि वो ज़ाकिर नाइक के वीडियो और ऑडियो देखा करता था जिसके बाद उसने श्रीलंका में सिलसिलेवार 8 बम धमाकों को अंजाम दिया। इन बम धमाकों में 250 से ज्यादा मासूम लोगों की जान गयी थी और 500 से ज्यादा बेगुनाह लोग घायल हो गए थे।

इससे पहले 2016 में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां बांग्लादेश के ढाका में भी एक आतंकवादी हमाल हुआ था जिसमें लगभग 20 लोगों की जान गयी थी। इस हमले के आरोपी ने भी ये माना था कि वो ज़ाकिर नाइक से प्रभावित था। ढाका हमले के बाद भारत सरकार ने ज़ाकिर नाइक पर सख्त कार्रवाईकी और उस पर बैन भी लगा दिया। 

भारत के साथ-साथ ब्रिटेन, कनाडा और बांग्लादेश में भी ज़ाकिर नाइक को बैन किया जा चुका है। जिसके बाद वो बचने के लिए देश से भाग गया और मलेशिया में जाकर छुप गया। ज़ाकिर नाइक के टीवी चैनल पीस टीवी को भी भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में बैन किया जा चुका है। 

भारत में नाइक की नागरिकता रद्द कर दी गयी है और मलेशिया से प्रत्यर्पण के प्रयास जारी हैं। अगर अब भी जाकिर नाइक को नहीं रोका गया तो आने वाले समय में वो दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। जाकिर नाइक भले ही किसी अपराध या आतंकी हमले में शामिल नहीं है, लेकिन वो इन हमलों की एक बड़ी वजह जरूर है। हमले के लिए उकसाना भी हमले करने जितना ही घातक है। ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय कि इस कार्रवाई ने ज़ाकिर नाइक को कमज़ोर करने का काम ज़रूर किया है अब ये भी उम्मीद है कि जल्द ही उसे भारत वापस लाकर उसपर सख्त कदम उठाए जाएंगे।

 

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