आखिरी चरण के चुनाव खत्म होते ही कल शाम एग्जिट पोल्स के नतीजे सामने आए। अधिकतर एग्जिट पोल्स के मुताबिक देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। कुछ राजनीतिक पंडित अब की बार किसी मोदी वेव ना होने की बात कह रहे थे। हालांकि, एग्जिट पोल्स ने यह साफ कर दिया कि साल 2014 की तरह ही इस बार भी मोदी वेव इतनी मजबूत थी, कि कई बड़े दिग्गजों को भाजपा के हाथों हार का मुंह देखना पड़ सकता है। ऐसे दिग्गज नेताओं में, भाजपा से कांग्रेस में गए शत्रुघ्न सिन्हा, बिहार के बेगूसराय से गिरिराज सिंह के खिलाफ लड़ रहे कन्हैया कुमार, ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से गौतम गंभीर के खिलाफ लड़ रही आतिशी मार्लेना और केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के बड़े नेता शशि थरूर शामिल हैं। इस साल के लोकसभा चुनावों में देश की मुख्यधारा मीडिया ने इन चार नामों को बड़ी कवरेज दी थी, इसके बावजूद एग्जिट पोल्स के नतीजों में इन नेताओं के लिए कोई अच्छी खबर आती नहीं दिखाई दे रही।
आइए सबसे पहले टुकड़े-टुकड़े गैंग के प्रमुख सदस्य कन्हैया कुमार की बात करते हैं। सीपीआई ने कन्हैया कुमार को बेगूसराय से भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा हुआ था। कन्हैया कुमार को देश की लेफ्ट लिबरल गैंग का पूरा समर्थन हासिल था, इतना ही नहीं, बॉलीवुड स्टार स्वरा भास्कर ने उनके लिए बेगूसराय जाकर प्रचार तक किया था। हालांकि, एक्ज़िट पोल्स में उनके लिए कोई अच्छी खबर नहीं आई। ज़्यादातर एक्ज़िट पोल्स में बिहार में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलते दिखाया गया है। इंडिया टुडे के एक्ज़िट पोल में तो एनडीए को 38-40 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि यूपीए को सिर्फ 1 से 2 सीट ही मिल सकती है। यानि अन्यों के खाते में एक भी सीट जाती नहीं दिख रही है और इसका सीधा मतलब यह है कि कन्हैया कुमार बेगूसराय से हार रहे हैं। बेगूसराय में भूमिहार वोटर्स का दबदबा माना जाता है जो शुरू से ही भाजपा का समर्थन करते आए हैं।
आब बात करते हैं भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा की। इन्हें लेकर भी इस बार बड़ी कयासें लगाई जा रही थी। शत्रुघ्न सिन्हा को कांग्रेस ने पटना साहिब से टिकट दिया था जहां से वो भाजपा के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के खिलाफ चुनावी मैदान मे थे, चूंकि एक्ज़िट पोल्स में यूपीए को मुश्किल से 1 सीट मिलती दिखाई गई है, तो इसकी संभावना काफी ज़्यादा हैं कि 23 मई के नतीजों में शत्रुघ्न सिन्हा के लिए बुरी खबर आ सकती है।
लगभग सभी एक्ज़िट पोल्स ने दिल्ली में भाजपा को क्लीन स्वीप करते दिखाया है यानि सभी सातों सीटों पर भाजपा कमल खिलाने में एक बार फिर सफल हो सकती है। इसका सीधा मतलब यह है कि आम आदमी पार्टी की ओवररेटेड नेता आतिशी मार्लेना को गौतम गंभीर के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली में चुनावों से ठीक पहले गौतम गंभीर के खिलाफ केजरीवाल एंड कंपनी ने जमकर एजेंडा चलाने की कोशिश की थी। आतिशी मार्लेना ने तो गंभीर पर उनके खिलाफ आपत्तीजनक पोस्टर्स बंटवाने तक के आरोप लगाए थे। हालांकि, एग्जिट पोल्स के नतीजों से यह साफ हो गया कि वोटर्स ने आम आदमी पार्टी की इस चुनावी नौटंकी को पूरी तरह से नकार दिया है।
आइए अब दक्षिण भारत में कांग्रेस के बड़े नेता शशि थरूर की बात कर लेते हैं जिन्हें शायद अब की बार संसद पहुंचने का मौका ना मिले। शशि थरूर ने केरल की तिरुवनंतपुरम से चुनाव लड़ा जिनके खिलाफ भाजपा के बड़े नेता कुमन्नम राजशेखरण मैदान में थे। वर्ष 2014 में यहां से शशि थरूर को सिर्फ 20 हज़ार वोटों से जीत हासिल हुई थी, और दूसरे स्थान पर भाजपा के उम्मीदवार रहे थे। इन एक्ज़िट पोल्स के मुताबिक केरल में एनडीए को पहली बार 1 सीट मिलती दिखाई गई है, और माना जा रहा है वह एक सीट तिरुवनंतपुरम ही हो सकती है। इसका सीधा मतलब यह है कि 23 मई के नतीजों में थरूर को हार का सामना करना पड़ सकता है।
जैसा हमने आपको बताया कि ये सभी बड़े नाम इन लोकसभा चुनावों में बड़ी चर्चा में रहे थे। माना जा रहा था कि शत्रुघ्न सिन्हा और कन्हैया कुमार सबको चौंका सकते हैं, लेकिन एक्ज़िट पोल्स के अनुमान के मुताबिक इन दोनों नेताओं के राजनीतिक कॅरियर पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं। एक्ज़िट पोल्स के अनुमान के मुताबिक शशि थरूर और आतिशी मार्लेना को भी 23 के नतीजों में बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है।