लोकसभा चुनावों के सम्पन्न होते ही सभी न्यूज़ एजेंसियों ने एग्जिट पोल के नतीजों को जारी कर दिया। अधिकतर पोल्स के नतीजों से यह साफ हो गया है कि केंद्र की सत्ता पर भाजपा दोबारा क़ाबिज़ हो सकती है। लेकिन ऐसा लगता है कि एग्जिट पोल के ये नतीजे लेफ्ट लिबरल गैंग को रास नहीं आ रहा। आलम यह है कि विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ मीडिया का एक हिस्सा भी इन एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता पर अब सवाल उठा रहा है। यह पूरा लिबरल गैंग अपनी एजेंडावादी मानसिकता के तहत अब सोशल मीडिया के माध्यम से इन एग्जिट पोल्स पर अपनी चिंता जाहिर कर रहा है।
सबसे पहले ‘द प्रिंट’ के संस्थापक शेखर गुप्ता मैदान में आये और अपने एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का उदाहरण दिया। शेखर गुप्ता के हिसाब से एग्जिट पोल्स, लोगों के मन को भांपने में अक्षम होते हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा ‘हेल्थ वार्निंग: जब रविवार रात आप टीवी पर एग्जिट पोल्स देखने बैठें, तो ध्यान रखिये कि ऑस्ट्रेलिया के वोटर्स ने सभी राजनीतिक विश्लेषकों को गलत साबित कर दिया। कंजरवेटिव गठबंधन जीत गया जबकि सभी एग्जिट पोल्स के नतीजे उनके खिलाफ जा रहे थे’।
Health Warning: When you sit down to watch the exit polls on Sunday evening, please keep at the back of your minds probably the rudest shock delivered to psephology by Australian voters. Conservative coalition wins, defying scores, in fact all of opinion and exit polls.
— Shekhar Gupta (@ShekharGupta) May 18, 2019
शशि थरूर जैसे नेताओं ने भी ऑस्ट्रेलिया का उदाहरण देते हुए अपने आप को दिलासा देने की कोशिश की। उन्होंने लिखा ‘मैं समझता हूँ कि एग्जिट पोल्स गलत हैं। पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया में 56 एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए। भारत में सरकार के डर से लोग सर्वे करने वालों को सच नहीं बताते, असली नतीजों के लिए 23 मई का इंतज़ार करो’।
I believe the exit polls are all wrong. In Australia last weekend, 56 different exit polls proved wrong. In India many people don’t tell pollsters the truth fearing they might be from the Government. Will wait till 23rd for the real results.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 19, 2019
हालांकि, इन एग्जिट पोल्स ने सबसे ज़्यादा पीड़ा अगर किसी को पहुंचाई है तो वह जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह हैं। उन्होंने 23 मई तक लोगों से सोशल मीडिया और टीवी का बहिष्कार करने की अपील तक कर डाली। उन्होंने ट्वीट किया ‘सभी एग्जिट पोल्स के नतीजे गलत नहीं हो सकते, सोशल मीडिया से लोग आउट करने और टीवी को बंद करने का समय आ गया है। हमें 23 मई का इंतज़ार करना चाहिए और यह देखना चाहिए कि क्या अब भी दुनिया अपने ध्रुव पर घूम रही है’।
Every single exit poll can’t be wrong! Time to switch off the TV, log out of social media & wait to see if the world is still spinning on its axis on the 23rd.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 19, 2019
इन चुनावों को ‘और कौन है’ चुनाव कहने वाली बरखा दत्त ने हिंदुस्तान टाइम्स में लिखे अपने लेख में यह दावा किया कि पीएम मोदी इसलिए जीत जाएंगे क्योंकि विपक्ष में राष्ट्रीय नेतृत्व की बड़ी भारी कमी है। उन्होंने ट्वीट किया ‘2019 के चुनाव: राष्ट्रीय नेतृत्व का कोई विकल्प ना होने की वजह से पीएम मोदी के लिए जीत हासिल करना बेहद आसान होगा’।
https://twitter.com/BDUTT/status/1130062419131228161
कारवां मैगज़ीन के राजनीतिक विश्लेषक हरतोष सिंह बाल भी बड़े पीड़ित दिखे और उन्होंने कमजोर लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी से अच्छा प्रदर्शन तो क्षेत्रीय पार्टियों ने किया है। उन्होंने लिखा ‘हमें पाँच साल दोबारा मोदी सरकार का राज सहना पड़ेगा। ये सब इसलिए क्योंकि कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई। क्षेत्रीय पार्टियों ने अपनी भूमिका बेहतर ढंग से निभाई है’।
a week from now if the results end up making us suffer modi in power again it will only be because the cong has spectacularly failed to hold its own in a direct contest with the BJP. the regional parties have more than done their job.
— Hartosh Singh Bal (@HartoshSinghBal) May 16, 2019
वहीं पश्चिम बंगाल में हिटलरशाही को हर दिन नया आयाम देने वाली ममता बनर्जी ने इन एग्जिट पोल्स को पूरी तरह नकार दिया। इसके साथ ही उन्होंने सभी मोदी-विरोधियों को साथ आने की सलाह भी दी। उन्होंने लिखा ‘मुझे एग्जिट पोल्स पर कोई भरोसा नहीं है। मोदी सरकार का गेमप्लान अपनी हवा बनाकर ईवीएम में छेड़छाड़ करने का है। मैं सभी राजनीतिक दलों को साथ आने की अपील करती हूं। हम इस लड़ाई को साथ मिलकर लड़ेंगे’।
I don’t trust Exit Poll gossip. The game plan is to manipulate or replace thousands of EVMs through this gossip. I appeal to all Opposition parties to be united, strong and bold. We will fight this battle together
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) May 19, 2019
आम आदमी पार्टी के लिए ओवरटाइम करने वाले क्रांतिकारी यूट्यूबर ध्रुव राठी ने एग्जिट पोल्स पर निशाना साधते हुए पूरी मीडिया को ही बिकाऊ बता डाला। उन्होंने लिखा ‘अगर एग्जिट पोल्स सही साबित होते हैं, तो मुझे कोई हैरानी नहीं होगी। लोग प्रोपेगैंडे के असर को समझ नहीं पाते हैं। 90% मीडिया पर कब्जा, बॉलीवुड फिल्म्स, टीवी सिरियल, सोशल मीडिया विज्ञापन, और चुनाव आयोग की मिलीभगत, इन सब का बड़ा प्रभाव होता है’।
I won’t be surprised if #ExitPolls are correct
People underestimate the impact of Propaganda. Having 90% media in your control, Bollywood films, TV serials, social media ads all projecting you as a messiah and EC giving you a free hand to play dirty = Massive influence.
— Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) May 19, 2019
इस लिबरल गैंग की प्रतिक्रिया से यही साबित होता है कि यह गैंग वर्ष 2004 को एक बार फिर दोहराते देखना चाहता है। हालांकि, यह लिबरल गैंग यह भूल रहा है कि वर्ष 2004 और वर्ष 2019 की परिस्थितियों में ज़मीन-आसमान का फर्क है। यही कारण है कि यह लिबरल गैंग एग्जिट पोल्स को भी पूरी तरह नकार रहा है। इन लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी का वापस सत्ता में आना अब तय हो गया है।