2019 में एक बार फिर मोदी सरकार को प्रचंड बहुमत मिला है। ऐसे में पीएम मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं अब नई सरकार बनने के बाद मोदी कैबिनेट में भी परिवर्तन देखने को मिल सकता है। इस बात के संकेत पहले ही दे दिये गए थे कि, इस बार मोदी कैबिनेट में कई नए चहरों को जगह दी जा सकती है।
अगर हम बात करें कैबिनेट के सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में से एक स्वास्थ्य मंत्रालय कि, तो इसमे जेपी नड्डा, हर्षवर्धन और महेश शर्मा प्रमुख नाम हो सकते हैं। गौरतलब है कि, जेपी नड्डा मोदी सरकार में अभी भी स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल रहे थे।
जेपी नड्डा
कैबिनेट के अहम मंत्रालयों में से एक स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए सबसे पहला नाम जेपी नड्डा सामने आ रहा है। गौरतलब है कि, वह 2014 में भी मोदी सरकर में स्वास्थ्य मंत्री थे। ऐसे में 2019 की नई मोदी कैबिनेट में भी उनको यह ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। आपको बता दें कि, जेपी को 2019 लोकसभा चुनावों में यूपी का प्रभारी बनाया गया था। और प्रदेश में महागठबंधन को करारी मात देते हुए बीजेपी ने 62 सीटें जीत ली। इस जीत के बाद पार्टी में उनका कद और अधिक बढ़ गया है।
यही नहीं आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी योग्य मरीजों को लाभ मिले इसके लिए भी उन्होंने भरपूर कोशिश की है. यही वजह है कि सिर्फ 200 दिनों में ही सरकार ने 20 लाख मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने का कीर्तिमान रचा था.
अगर बात करें उनके कार्यकाल की तो वह भी सफल रहा है और उन्होंने इस पद की ज़िम्मेदारी उठाते हुए अच्छा काम किया है।
महेश शर्मा
उत्तर प्रदेश की गौतम बुद्ध नगर सीट से जीत हासिल करने वाले महेश शर्मा भी इस लिस्ट में शामिल हैं। गौरतलब है कि, वह मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। अगर बात करें महेश शर्मा के पर्सनल लाइफ की तो वह एक फिजीशियन हैं। नोएडा में उनकी कैलाश हॉस्पिटल नाम से एक चेन चलती है। वहीं उनकी वाइफ उमा शर्मा भी पेशे से डॉक्टर हैं।
ऐसे में उनके इस अनुभव को देखते हुए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि, वह स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल सकते हैं।
हर्षवर्धन
दिल्ली की चांदनी चौक सीट से जीत हासिल करने वाले बीजेपी उम्मीदवार हर्षवर्धन भी स्वास्थ्य मंत्री के लिए दावेदार मानें जा रहे हैं। दिल्ली सरकार में मंत्री रहने के साथ ही मोदी सरकार में भी मंत्री रहे हैं. पहले उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था लेकिन बाद में इन्हें पर्यावरण मंत्रालय दिया गया। ऐसे में उनको यह बड़ी ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। इसके अलावा साल 2013 के दिल्ली असेंबली इलेक्शन में वह सीएम पद के उम्मीदवार भी रहे हैं। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि, वह भी इस मंत्रालय के लिए योग्य उम्मीदवार हैं।
अगर बात करें उनकी शिक्षा की तो उन्होंने कानपुर के गणेश शंकर मेडिकल कॉलेज से सर्जरी और मेडिसिन में ग्रेजुएशन की है। साथ ही साल 1983 में इसी कॉलेज से उन्होने मास्टर ऑफ सर्जरी भी की है।
मोदी सरकर ने जनता के लिए सबसे फायदेमंद ओर लाभकारी योजना लांच की थी जिसका नाम ‘आयुष्मान भारत योजना’ रखा गया था। इसके जरिये शहरों और गांव के 10 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ पहुंचेगा। आपको बता दें कि, इस योजना को मोदी सरकार ने पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर उतारा था। इससे जनता को लाभ होता दिखा है। वहीं अब 2019 में अब प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद मोदी सरकार का खास फोकस आयुष्मान योजना पर होगा। साथ ही देखना दिलचस्प होगा कि, आखिर स्वास्थ्य मंत्रालय की ज़िम्मेदारी किसको दी जाती है जो इस योजना के जरिये और अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने में सफल होगा।