2019 के लोकसभा चुनाव संपन्न होने में अभी छठे और सातवें चरण का मतदान होना बाकी है और इसी बीच एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर घमासान शुरू हो गया है। दरअसल, इस बार सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के झूठ का खुलासा हुआ है। वह झूठ जो मनमोहन सिंह से लेकर राहुल गांधी और कपिल सिब्बल तक कई बड़े कांग्रेसी नेता जनसभाओं में बोल चुके हैं। कांग्रेस ने पिछले दिनों यह दावा किया था कि यूपीए कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक हुई थीं। कांग्रेस का कहना था कि हमारी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक तो की थी लेकिन इसकी चर्चा नहीं की थी। अब कांग्रेस के इस दावे की पोल खुल गई है।
कांग्रेस के दावे की धज्जियां उड़ाते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि, 2016 से पहले भारतीय सेना की ओर से ऐसे किसी स्ट्राइक की सूचना उसके पास नहीं है। रक्षा मंत्रालय का यह बयान आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में आया है।
यह आरटीआई जम्मू के आरटीआई एक्टिविस्ट रोहित चौधरी द्वारा दायर की गई थी। उन्होंने इस आरटीआई में साल 2004 से 2014 के बीच सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी मांगी थी। चौधरी द्वारा यह आरटीआई 2018 में दाखिल की गई थी। इस आरटीआई पर अब रक्षा मंत्रालय ने डीजीएमओ के जरिए जवाब दिया है कि, उसके पास सेना की ओर से की गयी एक ही सर्जिकल स्ट्राइक का आंकड़ा मौजूद है जिसे उत्तरी कश्मीर के उरी में आतंकी हमले के जवाब में 29 सितंबर, 2016 में एलओसी के पार किया गया।
अब इस चुनावी समय में आरटीआई का यह जवाब कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकता है। रक्षा मंत्रालय के इस जवाब को कांग्रेस के लिए एक बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि कांग्रेस ने दावा किया था कि मनमोहन सरकार में 2008 से 2014 के बीच कुल छह बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई।
कांग्रेस ने दावा किया था कि, पहली सर्जिकल स्ट्राइक 19 जून 2008 को असम राइफल्स, गोरखा रेजीमेंट ने भत्तल सेक्टर, पुंछ में की। दूसरी स्ट्राइक 30 अगस्त और 1 सितंबर 2011 को शारदा सेक्टर में राजपूत और कुमायूं रेजीमेंट ने की। तीसरी स्ट्राइक छह जून 2013 को सावन पात्रा चेकपोस्ट पर हुई। चौथी स्ट्राइक 27-28 जुलाई 2013 को नाजपीर सेक्टर में हुई। पांचवी छह अगस्त 2013 को नीलाम वैली में हुई और छठीं सर्जिकल स्ट्राइक 14 जनवरी 2014 को हुई थी। अब इस आरटीआई के जवाब से कांग्रेस के ये सारे दावे झूठे साबित हुए हैं।
आरटीआई एक्टिविस्ट रोहित चौधरी ने मीडिया से कहा कि, आरटीआई से अब सच्चाई सामने आ गई है। कांग्रेस लोगों के सामने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर झूठ बोल रही थी, यूपीए कार्यकाल के दौरान किसी भी तरह की स्ट्राइक नहीं की गई थी।
गौरतलब है कि, कांग्रेस के इस दावे के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर अच्छा खासा पलटवार किया था। कांग्रेस के दावे के बाद राजस्थान के सीकर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टी पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि यह कैसी स्ट्राइक थी भाई, जिसके बारे में आतंकियों को कुछ नहीं पता, स्ट्राइक करने वालों को कुछ नहीं पता, पाकिस्तान को कुछ नहीं पता और न देश की जनता को कुछ पता है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस में ऐसे लोग है जो सर्जिकल स्ट्राइक को भी वीडियो गेम समझकर आनंद लेते होंगे। एसी कमरों में बैठकर कागज में सर्जिकल स्ट्राइक कांग्रेस ही कर सकती है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस का इस आरटीआई पर क्या जवाब आता है। क्या अब वह रक्षा मंत्रालय और देश की सेना पर सवाल उठाएगी? यह तो समय ही बताएगा।