राहुल गांधी के इस्तीफ़े के बाद क्या सचिन पायलट छोड़ देंगे कांग्रेस का हाथ?

सचिन पायलट कांग्रेस राजस्थान

PC: Zeenews

लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद कांग्रेस में अंदरूनी कलह काफी बढ़ गई है। पिछले ही दिनों यह खबर सामने आई थी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पद से इस्तीफा देने पर अड़े हैं और वे राज्यों में पार्टी के बुरे प्रदर्शन की वजह से अशोक गहलोत और कमलनाथ जैसे वरिष्ठ नेताओं से काफी नाराज चल रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस की मुश्किलें अब थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर राहुल गांधी अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हैं तो राजस्थान सरकार में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी अपने पद से इस्तीफा सौंप सकते हैं। इतना ही नहीं, खबरों की माने तो पायलट अपने साथी विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन भी छोड़ सकते हैं।

पायलट इस वक्त राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और उनका कार्यकाल मार्च में समाप्त हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनावों को देखते हुए उनका कार्यकाल बढ़ाया गया था। पिछले वर्ष राज्य में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों की ज़िम्मेदारी भी सचिन पायलट को ही दी गई थी, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए पार्टी को सफलता दिलाने में कामयाबी हासिल की थी। हालांकि, पार्टी द्वारा उनके कड़े परिश्रम की अनदेखी कर वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दिया गया, जबकि पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाकर पार्टी द्वारा उनको खुश करने की कोशिश की गई। हालांकि, पायलट के समर्थक विधायक कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं थे, और अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों के बीच काफी तनाव भी बढ़ गया था।

राजस्थान कांग्रेस में ये अंतर्कलह बढ़ती ही जा रही है। यही नहीं प्रदेश कांग्रेस समित के सचिव सुशील असोपा ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में सचिन पायलट को सीएम बनाए जाने की मांग तक कर डाली है। सुशील असोपा ने लिखा है, “आप राजस्थान में कहीं पर भी जाएं, एक ही आवाज सुनाई देती है: अगर पायलट सीएम होते तो चुनावी नतीजे कुछ और होते. लोग कह रहे हैं कि पायलट के प्रयास की वजह से ही राज्य में कांग्रेस सत्ता में आई क्योंकि युवाओं को लग रहा था कि राज्य में उन्हें नेतृत्व का मौका मिलेगा।” इससे साफ़ है कि कांग्रेस को जो नुकसान लोकसभा चुनाव में हुआ है वो पायलट की अनदेखी के कारण ही हुआ है। 

अब लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद जहां एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले ही अध्यक्ष राहुल गांधी की नाराजगी का कारण बनने की वजह से दबाव में हैं, तो वहीं सचिन पायलट ने पार्टी से दूर जाने की खबरों को हवा देकर पार्टी आलाकमान तक अपनी आवाज़ पहुंचाने की कोशिश में हैं। खबरें तो यह भी सामने आ रही है कि अगर सचिन पायलट को राजस्थान छोड़कर किसी अन्य इलाके की ज़िम्मेदारी सौंपी जाती है तो वे कांग्रेस पार्टी छोडकर अपने साथी विधायकों के साथ भाजपा भी जॉइन कर सकते हैं ताकि वे राज्य के मुख्यमंत्री बन सकें।

बता दें कि हार लोकसभा चुनावों में करारी हार के बाद समीक्षा बैठक में राहुल गांधी ने अशोक गहलोत और कमलनाथ जैसे वरिष्ठ नेताओं पर अपने पुत्र हित को पार्टी हित से ऊपर रखने का आरोप लगते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की थी। राहुल गांधी इस बैठक में गुस्से में थे और बाद में उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश भी की थी, लेकिन वहां मौजूद सभी पार्टी सदस्यों ने एकमत से राहुल गांधी के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। जिसके बाद अब यह खबर सामने आई है कि राहुल गांधी अगर इस्तीफा पेश करते हैं तो सचिन पायलट भी पार्टी से किनारा कर सकते हैं। जाहिर है कि अपनी महत्वाकांक्षाओं को उन्होंने पार्टी के आलाकमान तक साफ शब्दों में पहुंचा दिया है, अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि राजस्थान कांग्रेस के नेतृत्व में पार्टी द्वारा कोई बड़ा बदलाव किया जाता है या नहीं।

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