इस बार कौन बनेगा रेल मंत्री? पद एक है लेकिन दावेदार तीन

पीयूष गोयल रेल मंत्री

303 सीटों के साथ बड़ी और ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद अब बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। पूरा विपक्ष मोदी सुनामी में बह गया। इस महाविजय के बाद अब एक बार फिर नरेंद्र मोदी पीएम बनने जा रहे हैं। इसके साथ ही मोदी कैबिनेट में नया मंत्रिमंडल भी तैयार होगा जिसमें कई नए चहरों को बड़ी जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं।

नई मोदी कैबिनेट में रेल मंत्रालय के लिए जो प्रबल दावेदार हैं उनमे पीयूष गोयल, सुरेश प्रभु और मनोज सिन्हा शामिल हैं।

पीयूष गोयल

पीयूष गोयल मोदी कैबिनेट के सबसे सफल मंत्रियों में से एक हैं. इसके साथ ही मंत्रालय की जिम्मेदारियों को बखूबी संभालने में अवल रहे हैं। पीयूष गोयल के कार्यकाल में रेलवे ने काफी बदलाव देखा है। जिस तरह से लगातार एक के बाद एक कई रेल दुर्घटनाएं हुई उससे भारी नुकसान हुआ। लेकिन पीयूष गोयल ने इसको अच्छे से संभाला और नई पॉलिसी के साथ रेलवे में काफी बदलाव किए। पीयूष गोयल के ही कार्यकाल में देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन टी-18 (वंदे भारत एक्स्प्रेस) शुरू हुई। यही नहीं पीयूष गोयल के कार्यकाल में उन्होने कई बड़े फैसले लिए जो रेलवे में बड़ा सुधार लाने में काफी कामयाब हुए। पहले यात्री ट्रेन की लेट लतीफी से परेशान हुआ करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। हर राज्य के लोग स्पेशल ट्रेनों का लाभ ले पा रहे हैं, साथ ही ट्रेन में खान-पान से लेकर यात्रियों के लिए हर संभव सुविधाएं दी जा रही हैं। साथ ही उन्होने कुछ खास एप लांच किए जिससे ट्रेन संबंधी सुविधाओं के बारे में यात्रियों को जानकारी मिल सके।

ऐसे में उतार-चढ़ाव के बीच भी पीयूष गोयल बतौर रेल मंत्री काफी सफल रहे। तो अब उनके काम को देखते हुए एक बार फिर से पीयूष गोयल को इस पद की ज़िम्मेदारी फिर से दी जा सकती है।

सुरेश प्रभु

रेल मंत्री के लिए दूसरे प्रबल दावेदार हैं सुरेश प्रभु जो पहले भी मोदी कैबिनेट में रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाल चुके हैं। उनका कार्यकाल 9 नवंबर 2014 से लेकर 3 सितंबर 2017 तक रहा। बतौर रेल मंत्री रहते हुए सुरेश प्रभु ने कई अच्छे फैसले लिए जिसमे ट्रेनों का नवीनीकरण, यात्रियों की सुविधाएं और पूंजी निवेश बढ़ाने जैसे फैसले शामिल हैं। सुरेश प्रभु ने कुछ समय पहले इस बात का जिक्र करते हुए कहा था कि, उन्होंने जो फैसले लिए थे उसके नतीजे अब देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में रेल मंत्री के रूप मे उनका कार्यकाल सफल रहा। इसको देखते हुए मोदी की नई कैबिनेट में एक बार फिर उनको रेल मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। 

मनोज सिन्हा

मोदी कैबिनेट में रेल मंत्रालय के लिए तीसरा मुख्य नाम है मनोज सिन्हा का। बता दें कि, मनोज सिन्हा वर्तमान में रेल राज्य मंत्रालय संभाल रहे थे।

मनोज सिन्हा की छवि एक ईमानदार नेता के रूप में बनी हुई है। खास बात यह है कि इस छवि को देखते हुए उनको देश की एक लीडिंग मैगजीन ने सबसे ईमानदार सांसद के खिताब से भी नवाजा था। जनता के बीच भी उनकी काफी अच्छी पकड़ है और गाजीपुर से तीन बार सांसद रहे हैं। 2017 यूपी विधानसभा के चुनाव में बीजेपी की तरफ से वह सीएम पद के उम्मीदवार भी रहे थे। ऐसे में पार्टी का एक बड़ा चहरा होने के नाते यह कहा जा सकता है कि भविष्य में उन्हें इस पद की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है।

हालांकि, किसे इस पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी इसपर आखिरी मुहर पीएम मोदी ही लगाएंगे. हम उम्मीद करते हैं जिसे भी ये पद दिया जायेगा वो पूरी निष्ठा से अपनी जिम्मेदारी निभाएगा

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