राम माधव ने कहा था बहुमत के साथ सत्ता में आएगी एनडीए, मीडिया ने चलाया कि बीजपी को सत्ता के लिए पड़ेगी सहयोगी की जरूरत

राम माधव बीजेपी सहयोगियों

PC: North East Today

जैसे-जैसे अंतिम चरण के चुनाव पास आते जा रहे हैं, राजनीतिक गलियारों में किसको सत्ता मिलेगी, इसके तेजी से अनुमान लगाए जा रह हैं। इसके साथ ही मीडिया हाउसेज भी अफवाहों और झूठी खबरों को खूब हवा देने में लगे हैं। इसी तरह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, राम माधव के एक बयान को भी मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर चलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दरअसल, राम माधव ने ब्लूमबर्ग को एक इंटरव्यू दिया था। इस इंटरव्यू को आधार बनाकर कई मीडिया हाउसेज ने फेक न्यूज फैलाने की कोशिश की। मीडिया ने बताया कि बीजेपी महासचिव राम माधव ने यह स्वीकार किया है कि, भाजपा को सत्ता में आने के लिए सहयोगियों की आवश्यक्ता होगी। एनडीटीवी, बिजनेस स्टैंडर्ड सहित अन्य कई संस्थानों ने यह खबर चलाई। इस खबर के साथ यह समस्या है कि, राम माधव ने ऐसी किसी बात से स्वीकार नहीं किया है। आइए जानते हैं कि, राम माधव ने असल में क्या कहा था।

https://twitter.com/ashish_dw93/status/1125307926225117185

जैसा कि वीडियो में स्पष्ट है, राम माधव से सवाल पूछा गया था कि, “क्या आप फिर से बहुमत हासिल करने जा रहे हैं?” इसके जवाब में राम माधव ने कहा, ‘ हम सहयोगी पार्टियों के साथ बहुमत हासिल करने के लिए काफी आश्वस्त हैं।” इस बयान से स्पष्ट है कि, मीडिया गलत खबर चला रहा है। वीडियो में राम माधव बार-बार बहुमत हासिल करने के बीजेपी के विश्वास का दावा करते हैं। यहां वे जिन सहयोगी दलों की वे बात करे हैं वे स्पष्ट रूप से एनडीए गठबंधन के सहयोगी हैं ना कि वे उस बाहरी समर्थन की बात कर रहे हैं जिसकी जरूरत उन्हें चुनाव के बाद पड़े।

यहां विडंबना यह है कि, मीडिया को भाजपा को सत्ता में वापस आने के लिए सहयोगियों की आवश्कता पड़ने और भाजपा के सहयोगी दलों के साथ सत्ता में वापस आने की दो अलग-अगल बातों में कोई फर्क नजर नहीं आया। इन दोनों बयानों में एक बड़ा अंतर है जो हर कोई समझ सकता है।

दरअसल, मीडिया द्वारा राम माधव के बयान को घुमा कर दिखाना मीडिया के उस एजेंडे को सूट करता है जिसमें वह यह दिखाना चाहती है कि, बीजेपी सता में लौटने के लिए आश्वस्त नहीं है। वहीं दूसरी तरफ  विपक्ष बार बार टुकड़ों में बिखर रहा है। महागठबंधन की पार्टियां में अंदरखाने बड़ी कलह दिखाई दे रही है। उसके बावजूद भी मीडिया ने इसे दिखाने की कोशिश नहीं की। अब हुआ यह कि, मीडिया की इन खबरों के बाद विपक्ष राम माधव के इंटरव्यू की इस मायावी खोज को खूब भुना रहा है। लेकिन, झूठ कब तक चलने वाला था। सोशल मीडिया के इस समय में सच सबके सामने आ गया है।

Exit mobile version