शिवराज सिंह चौहान की केंद्रीय राजनीति में हो सकती है एंट्री

शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश

PC : India TV

राष्ट्रपति भवन में आज नरेंद्र मोदी एक बार फिर पीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं जिसमें 7000 हजार से अधिक मेहमानों के शिरकत करने की बात कही जा रही है। एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी फिर से पीएम पद की शपथ लेंगे तो दूसरी तरफ मोदी 2.0 कैबिनेट में किन बड़े चहरों की जगह दी जाएगी इसपर भी चर्चा हो रही है। इसमें एक बड़ा नाम मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी है जिनकी रणनीति इस लोकसभा चुनाव में फिर कारगर रही और पार्टी ने 29 में से 28 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया।  

15 साल तक मध्य प्रदेश के सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान भाजपा पार्टी के एक बड़े चहरों में से एक हैं जिन्होंने प्रदेश की जनता का विश्वास जीतकर लगातार इतने सालों तक राज किया है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने पूरा तख़्ता पलट कर कांग्रेस का सफाया करते हुए 29 में से 28 सीटें जीती है और इसका श्रेय शिवराज चौहान की कारगार रणनीति को जाता है। दिलचस्प बात यह है कि, शिवराज सिंह चौहान ने आम चुनाव के नतीजे आने से पहले ही इस बात का दावा किया था कि वह राज्य की 27 सीटें जीतने में सफल होंगे जो नतीजों के बाद देखने को मिला भी। यही नहीं मध्य प्रदेश की राजनीति में शुरू से ही शिवराज चौहान का दबदबा देखने को मिला है और यहां की जनता में उनके प्रति एक अपनापन झलकता है। इन सभी कारणों से ही शिवराज चौहान की रणनीति राज्य में कांग्रेस सरकार के होते हुए भी उनको धूल चटाने में सफल रही। आपको बता दें कि, 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भी उनकी रणनीति ने पार्टी को शानदार प्रदर्शन करने में मदद की थी। हालांकि इस चुनाव में पार्टी बेहद कम सीटों के अंतर से हार गई थी। अगर आंकड़ों की बात करें तो भाजपा को 109 सीटें मिली थीं वहीं कांग्रेस 114 सीटें हासिल करने में सफल रही थी। वहीं अब उनकी सफल रणनीति, लगातार राज्य में पार्टी का मजबूत करने के प्रयासों और उनके द्वारा लागू की गई कृषि योजनाओं की सफलता को देखते हुए ऐसा कहा जा रहा है कि शिवराज को केंद्र कृषि मंत्रालय की अहम ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। पार्टी नेताओं का ऐसा मानना है कि, यह जिम्मेदारी दिये जाने के बाद वह राज्य के बाद देश भर में किसानों के लिए अच्छी योजनाओं को तैयार कर सकते हैं।  

हालांकि, शिवराज चौहान ने केंद्र की राजनीति में एंट्री पर कहा था कि वह केंद्र की राजनीति में शामिल नहीं होना चाहते हैं, और न ही वो मध्य प्रदेश छोड़ेंगे। अगर अब पीएम मोदी उनको यह बड़ी ज़िम्मेदारी देते हैं तो इसपर उनकी क्या प्रतिक्रिया होगा देखना दिलचस्प होगा।

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