लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण का मतदान जारी है जिसमें देशभर की 51 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस चरण में अमेठी और रायबरेली की सीटों पर सबकी नजरें हैं, क्योंकि इस बार राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद है। हालांकि, अमेठी से अब एक ऐसी खबर आई है जिसने कांग्रेस की लोकतंत्र विरोधी मानसिकता को फिर सबके सामने उजागर कर दिया। दरअसल, अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने एक वीडियो को साझा करते हुए राहुल गांधी पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है और चुनाव आयोग से इसका संज्ञान लेने को कहा है। स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया ‘सावधान! राहुल गांधी अमेठी में बूथ कैप्चरिंग करा रहे हैं’।
Alert @ECISVEEP Congress President @RahulGandhi ensuring booth capturing. https://t.co/KbAgGOrRhI
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) May 6, 2019
स्मृति ईरानी ने जिस वीडियो को अपने ट्विटर पर शेयर किया है, उसमें एक बुजुर्ग महिला कैमरे के सामने कहती है ‘हाथ पकड़कर हमार जबरदस्ती पंजा पर धर दिहिन, हम देहे जात रहिन कमल पर (मैं कमल पर वोट देना चाहती थी, लेकिन जबरदस्ती पंजे पर डलवा दिया) बीजेपी नेता विवेक महेश्वरी ने इस वीडियो के साथ जानकारी भी दी है कि यह मामला गौरीगंज के गूजरटोला बूथ नंबर 316 का है जहां पीठासीन अधिकारी ने जबरदस्ती कांग्रेस को वोट डलवा दिया। इस मामले पर स्मृति ईरानी ने एएनआई से अपनी बातचीत में उम्मीद जताई है कि चुनाव आयोग जल्द ही इसपर अपनी कार्रवाई करेगा।
Smriti Irani: I tweeted an alert to administration and EC(alleging booth capturing in Amethi), hope they take action. People of the country have to decide whether this kind of politics of Rahul Gandhi should be punished or not pic.twitter.com/v0hkw3HA6u
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 6, 2019
बता दें कि, इस बार अमेठी में भाजपा की पकड़ बेहद मज़बूत मानी जा रही है और राहुल को ईरानी द्वारा शिकस्त का सामना करना पड़ सकता है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वर्ष 2009 में लगभग पौने चार लाख वोटों के फासले से एकतरफा जीत हासिल करने वाले राहुल गांधी साल 2014 में ईरानी से मात्र एक लाख वोटों से जीत पाए थे। अब इसके बाद राहुल गांधी द्वारा बूथ कैप्चरिंग की खबरें आना वाकई हैरान करने वाला है। पूरे मामले की सच्चाई का तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा, हालांकि इतना जरूर है कि कांग्रेस अपने अध्यक्ष को जीत दिलाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। कांग्रेस अब की बार अपने आप को इतनी कमजोर स्थिति में पा रही है कि वह जीत के लिए बूथ कैप्चरिंग तक की घटनाओं को अंजाम देने से नहीं घबरा रही है।
आपको बता दें कि पांचवे चरण के मतदान को सबसे हाई-प्रोफ़ाइल चरण के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि इस चरण में अलग-अलग पार्टियों के कई बड़े नामों की किस्मत दांव पर लगी है। इन लोकसभा चुनावों में राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, साध्वी निरंजन ज्योति, स्मृति ईरानी, जितिन प्रसाद, निर्मल खत्री और ब्रजभूषण शरण सिंह जैसे दिग्गजों का सियासी भविष्य तय होगा। अमेठी में राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच सीधे तौर पर टक्कर है, ऐसे में इस सीट से बूथ कैप्चरिंग की खबरों का सामने आना वाकई बेहद चिंताजनक है।