स्वरा भास्कर ने जिसके लिए किया प्रचार वो सभी हारे , यूजर्स ने किया ट्रोल

स्वरा भास्कर प्रचार

PC: Patrika

लोकसभा चुनावों में भाजपा की भारी बहुमत से जीत के बाद आम जनता ने सोशल मीडिया पर लेफ्ट लिबरल गैंग की चहेती स्वरा भास्कर को ट्रोल करना शुरू कर दिया। ऐसा हो भी क्यों न जिन लोगों के लिए स्वरा ने लोकसभा चुनावों के समय खूब प्रचार किया था उनमें से किसी को भी जीत नसीब नहीं हुई है। स्वरा के इस प्रचार को लेकर जब एक न्यूज़ वेबसाइट ने खबर प्रकाशित की और कहा कि जिन 4 लोगों के लिए स्वरा ने प्रचार किया था उन सभी को हार मिली थी। इस पर भी वो भड़क गयी थीं। इस न्यूज़ वेबसाइट की खबर में तो बस 2 उम्मीदवार ही कम थे सच तो यही था कि जिनके लिए स्वरा भास्कर ने प्रचार किया था वो सभी हार गये। पर यहां भी स्वरा ने बड़े आत्मविश्वास के साथ कहा कि उन्होंने 6 उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था।

स्वरा ने लिखा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव केवल इस बात पर हुए कि आखिर स्वरा भास्कर किसके लिए कैंपेन कर रहीं हैं… और हां वो 6 केंडिडेट थे.. कम से कम किसी को ट्रोल करने से पहले अपने फैक्ट्स तो चेक कर लेते।’ अब यहां जिन और दो लोगों की बात स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में की है उन दोनों को भी हार ही नसीब हुई है। ऐसे में स्वरा ने यूजर्स को ट्रोल करने का और एक मौका दे दिया। स्वरा के इस ट्वीट के बाद यूजर्स ने उन्हें और ज्यादा ट्रोल करना शुरू कर दिया.. यकीन न हो तो आप खुद देख लीजिये।

बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस और लेफ्ट लिबरल गैंग की चहेती स्वरा भास्कर ने लोकसभा चुनावों के दौरान कई उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था। स्वरा भास्कर ने बेगूसराय, भोपाल, दिल्ली और राजस्थान जैसे क्षेत्रों में जाकर अलग-अलग उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था लेकिन इनमें से किसी को भी जीत नसीब नहीं हुई। जिन उम्मीदवारों के लिए स्वरा भास्कर ने प्रचार किया था वो लोग हैं ..

  1. बेगुसराय से सीपीआई उम्‍मीदवार कन्‍हैया कुमार कन्हैया कुमार जो 4 लाख वोटों से हारे हैं।
  1. पूर्वी दिल्ली से आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी अतिशी मर्लेना जो 3 लाख वोटों से हारीं हैं
  2. भोपाल से कांग्रेस प्प्रत्याशी दिग्विजय सिंह जो2 लाख वोटों से हारे हैं
  1. दक्षिण दिल्ली से आप के राघव चड्ढा: 3 लाख वोटों से हारे
  2. उत्तर-पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार दिलीप पांडेय जो 5 लाख वोटों से हारे है पर आखिर में अम्र राम हैं जो 7 लाख वोटों से हारे हैं।

 

इन प्रत्याशियों के लिए स्वरा ने खूब प्रचार प्रसार किया था। यहां तक कि बेगूसराय सीट से कन्हैया कुमार के लिए तो उन्होंने मंच से भाषण तक दिया था लेकिन उनका चहेता प्रत्याशी भी बुरी तरह हार गया। ऐसे में इससे एक बात तो स्पष्ट होती है वो ये कि स्वरा को राजनीति से खुद को दूर ही रखना चाहिए क्योंकि फायदा तो पता नहीं लेकिन वो उम्मीदवार की हार के लिए जरुर प्रचार करने में कामयाब होंगी।

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