‘चौकीदार चौर है’ का नारा राहुल गांधी को हर दिन अलग तरीके से कर रहा है परेशान

चौकीदार चोर है राहुल गांधी

(PC: PostCard News)

मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा लगता है कि, कांग्रेस अध्यक्ष को पीएम मोदी के लिए चौकीदार चोर है कि, टिप्पणी करना बहुत भारी पड़ गया है। कांग्रेस अध्यक्ष को इस नारे से फायदा मिलना तो दूर बल्कि बहुत ज्यादा नुकसान हो गया है। राफेल सौदे में पीएम मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार के फर्जी आरोप लगाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बार-बार ऐसी टिप्पणी का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन जनता को यह उनकी यह टिप्पणी बर्दाश्त नहीं हो रही है। उत्तर प्रदेश के एक गांव के लोगों ने तो गांव के बाहर पोस्टर लगवाकर उनकी एंट्री पर ही रोक लगा दी है।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के कररहिया गांव में इस तरह के पोस्टर लगाए गए हैं जिन पर कांग्रेस अध्यक्ष के लिए लिखा गया है कि, ‘यह चौकीदारों का गांव है यहां आना मना है।’ बता दें कि, इस गांव को 23 अक्टूबर, 2017 को पीएम मोदी ने गोद लिया था। ग्रामीणों द्वारा गांव में राहुल गांधी की एंट्री पर रोक लगाने से ना सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष को शर्मिंदा होना पड़ा है बल्कि उन्हें जनता का एक मजबूत और स्पष्ट संदेश भी मिला है। देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी ने जनता को राहुल गांधी के खिलाफ कर दिया है। यूपी के इसी गांव के एक अन्य निवासी ने कहा, “राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री को ‘चोर’ कहने से राष्ट्र की गरिमा को ठेस पहुंची है। हम नहीं चाहते कि वह व्यक्ति हमारे गांव में कदम रखे, इसलिए हमने ये पोस्टर लगाए हैं।”

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट के राफेल मामले में फैसले के संबंध में ‘चौकीदार चोर है’ टिप्पणी का उपयोग करने पर राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से माफी माँगनी पड़ी थी। राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत बताते हुए, कोर्ट की अवमानना कर दी थी। भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी पर अदालत की अवमानना ​​का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। जिसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने पीठ से कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एक टिप्पणी करते हुए दावा किया है कि “सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फैसले में चौकीदार चोर है कहा है। चूंकि कोर्ट में मामले की सुनावाई चल रही थी और इस दौरान इस तरह की टिप्पणी स्पष्ट रूप से अदालत की अवमानना ​​थी, इसलिए शीर्ष अदालत ने याचिका पर सुनवाई करने का फैसला किया।

जब कांग्रेस सुप्रीमो को चौकीदार चोर है नारे के लिए सुप्रीम कोर्ट में इतनी बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, तो उसके बाद कांग्रेस प्रमुख और उनके सहयोगियों को इस नारे के इस्तेमाल से बचना चाहिए था। लेकिन, उसके बावजूद देश की सबसे पुरानी पार्टी ने इस नारे पर ही अपना चुनाव अभियान का फ़ोकस कर दिया। अब कांग्रेस की यह हरकत उस पर बहुत भारी पड़ती दिख रही है। इस टिप्पणी ने कांग्रेस के प्रति जनता में नाराजगी बढ़ाने का काम किया। जनता में कांग्रेस के प्रति अब इतनी नकारात्मक भावना पैदा हो गई है कि, कांग्रेस इस चुनाव में काफी पीछे रहती नजर आ रही है। कांग्रेस को यह बात महसूस करने में बहुत लंबा समय लग गया और अब यह पार्टी इसका अंजाम भुगत रही है।

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