गौतम गंभीर की पारी की शुरुआत सीसीटीवी लगाने के साथ शुरू और साथ ही केजरीवाल को एक शानदार जवाब

(PC: Navbharat Times)

ईस्ट दिल्ली से लोकसभा सांसद गौतम गंभीर सांसद चुने जाने के महज एक महीने के अंदर ही एक्शन मोड़ में आ चुके हैं। अपने लोकसभा क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं को निवारण करने के लिए उन्होंने उस 24 बिन्दू के विज़न डॉकयुमेंट पर काम करना शुरू कर दिया है, जिसे उन्होंने चुनावों से पहले वोटर्स के सामने रखा था। अपने इस विज़न डॉकयुमेंट में उन्होंने अपने क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ-साथ, डीयू कैम्पस और बहुविशेषज्ञ केंद्रीय अस्पताल स्थापित करने का वादा किया था। सांसद गौतम गंभीर ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी, कि उनके क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाने का काम बड़ी तेजी से किया जा रहा है।

अपने ट्वीट में उन्होंने ना सिर्फ लोगों को सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की जानकारी दी, बल्कि आज से चार साल पहले दिल्ली के हर हिस्से में सीसीटीवी कैमरा लगाने का वादा कर सत्ता में आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना भी साधा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ‘ऊपरवाला अब और क़रीब से देखेगा!!! मेरी माताओं, बहनों की safety व overall crime control करने के लिए मैंने आज से अपनी constituency में CCTV कैमरे लगवाने का काम शुरू करवा दिया है। Thank u Hawkeye Systems. वैसे Muffler वाले Sir ji मेरा एक कैमरा आपके झूठे वादों पर भी focussed है।‘ 

जी हां, ये वही केजरीवाल हैं जिन्होंने महिला सुरक्षा के नाम पर चार साल पहले दिल्ली के सभी सार्वजनिक क्षेत्रों समेत सार्वजनिक बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का वादा किया था और आज मेट्रो में महिलाओं के लिए फ्री राइड सर्विस का ढ़ोल पीटकर अपनी विफलताओं को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं।

आपको याद दिला दें कि वर्ष 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में यह वादा किया था कि दिल्ली में भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बस स्टैंड और सार्वजनिक बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि महिलाओं को देर रात तक भी काम करने की आज़ादी मिल सके और वे असुरक्षित महसूस ना करें। लेकिन पिछले चार सालों से भी अधिक समय में इस दिशा मे कोई काम नहीं किया गया।

इस संबंध में कुछ समय पहले पब्लिक पॉलिसी रिसर्च सेंटर यानि PPRC ने एक रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी, जिसका शीर्षक था ‘ए टेल ऑफ बेट्रेयल’ यानि विश्वासघात की कहानी। इस रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए वादों और पार्टी की सरकार द्वारा किए गए कार्यों का एक तुलनात्मक अध्यन्न किया गया था। इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी ने कुल 70 वादे किए थे जिनमें से 67 वादों की तरफ दिल्ली सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया जबकि बाकी के तीन वादे पूरी तरह अव्यवहारिक थे। इसी रिपोर्ट में यह प्रकाशित किया गया कि सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ, जन लोकपाल बिल और शहर में फ्री वाइ-फ़ाई लगाने के वादे को दिल्ली सरकार द्वारा पूरी तरह नकार दिया गया। वहीं दूसरी तरफ गौतम गंभीर ने सांसद बनने के एक महीने के अंदर-अंदर अपने वादों पर अमल करना शुरू कर दिया है।

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