टैगोर के कोट को खलील जिब्रान का बताने वाले इमरान खान के समान्य ज्ञान के क्या कहने

(PC : Latestly.com )

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की फजीहत का दौर लगातार जारी है। कभी वे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाकर पाकिस्तान को शर्मिंदा करते हैं तो कभी जर्मनी और जापान को एक-दूसरे का पड़ोसी बताकर पूरी दुनिया में अपना मज़ाक उड़वाते हैं। इसी कड़ी में इमरान खान ने कल एक ऐसा ट्वीट किया जिसके बाद वे दोबारा सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो गए। दरअसल, इमरान खान ने कल अपने ट्विटर पेज पर एक फोटो को शेयर किया जिसमें कुछ पंक्तियां लिखी हुई थी। इमरान खान ने लिखा कि ये पंक्तियां लेबनानी-अमेरिकी कवि खलील जिब्रान की हैं जबकि असल में उन पंक्तियों को नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय विभूति रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था।

इमरान खान ने कल उस फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा ‘जिसने नीचे लिखी खलील जिब्रान की पंक्तियों के भाव को समझ लिया, उसका संतुष्टि से भरा जीवन जीना तय है’। उस फोटो में लिखा था ‘मैं सोया और सपना देखा कि जीवन आनंद है। मैं जागा और देखा कि जीवन सेवा है। मैंने सेवा की और पाया कि सेवा आनंद है’। 

इमरान खान के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उनकी गलती पकड़ने में ज़रा देर नहीं लगाई और ट्विटर यूजर्स इमरान खान को अपना ज्ञानवर्धन करने की नसीहत देने लगे। जैसे एक ट्विटर यूजर शाहजहां मलिक ने लिखा ‘मुझे अभी पता लगा कि यह कथन खलील जिब्रान का नहीं, बल्कि रवींद्रनाथ टैगोर का है’।

एक अन्य ट्विटर यूजर अज़हर अब्बास ने लिखा ‘मुझे लगता है ये टैगोर के शब्द हैं’। 

पिछले कुछ समय से इमरान खान को सोशल मीडिया पर अलग-अलग कारणों से जमकर ट्रोल किया जा रहा है। पिछले हफ्ते ही इमरान खान सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ से मुलाक़ात के दौरान प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उनकी बात सुने बिना ही वहां से चलते बने थे। इसको लेकर बाद में सऊदी सरकार ने पाकिस्तान सरकार को अपना विरोध जताया था। लोगों ने तब भी सोशल मीडिया पर इमरान खान की जमकर खिंचाई की थी। 

https://twitter.com/SidrahMemon1/status/1134830500688814080

इससे बाद जब 13 जून को प्रधानमंत्री इमरान खान शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बिश्केक पहुंचे थे तो वहां भी उन्होंने सभी कूटनीतिक नवाचारों की धज्जियां उड़ा दी। दरअसल, एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर जब सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष मीटिंग हॉल में प्रवेश कर रहे थे तो उस वक्त पाक के प्रधानमंत्री अपनी सीट पर आकर बैठ गए जबकि अन्य राष्ट्राध्यक्ष प्रवेश करने के बाद अपनी सीट पर खड़े हुए थे। इस घटना को पाकिस्तानी, भारतीय मीडिया समेत पूरी दुनिया की मीडिया ने प्रकाशित किया और पाकिस्तान को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। 

जब से इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हैं, तभी से पाकिस्तान की कूटनीति पहले से भी ज़्यादा दिशाहीन हो चुकी है। इमरान खान अपने देशवासियों से ‘तबदीली’ लाने का वादा कर सत्ता में आए थे, लेकिन उनके आने के बाद पाकिस्तानियों को सिर्फ तबाही देखने को मिली है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की इन बचकाना करतूतों से हर बार पाकिस्तानियों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।

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