प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल इन नेताओं को मिली पदोन्नति

30 मई को प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के 16वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली। इनके साथ ही 57 अन्य नवनिर्वाचित सांसदों ने पीएम मोदी के नए मंत्रिमंडल में विभिन्न मंत्रालयों के पदों के लिए शपथ ली। जहां कई नए चेहरों ने इस बार अपनी जगह बनाई, वहीं कई पुराने चेहरों को इस बार अलविदा कहना पड़ा।

पर कुछ पुराने चेहरे ऐसे भी हैं, जिन्हें पहले अपने मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री का पद मिला था। लेकिन अब या तो उन्हें राज्य मंत्री [स्वतंत्र प्रभार] के तौर पर पदोन्नति मिली है, या फिर उन्हें कैबिनेट पद से भी सुशोभित किया गया है। तो आइये एक नज़र डालते हैं उन चेहरों पर, जो पिछली सरकार में कनिष्ठ पदों पर थे लेकिन इस बार उन्हें पदोन्नति / प्रमोशन मिला है –

मुख्तार अब्बास नक़वी 

सबसे पहले बात करते हैं मुख्तार अब्बास नक़वी की। इन्हें हाल ही में अल्पसंख्यक नीतियों का मंत्री बनाया गया है। इससे पहले यह इसी विभाग में राज्य मंत्री रह चुके हैं। मुख्तार अब्बास नक़वीने तीन तलाक के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद की थी, और इसपर लगाम लगाने वाले कानून का खुलकर समर्थन भी किया। ऐसे में इनकी पदोन्नति स्वागत के योग्य है। इसके साथ ही अल्पसंख्यकों को लेकर हाल ही में दिए गये संदेश को भी इनकी पदोन्नति से बल मिलता है ।

गिरिराज सिंह 

अब बात करते हैं प्रखर नेता और बेगूसराय में टुकड़े टुकड़े गैंग के नेता कन्हैय्या कुमार का घमंड तोड़ने वाले भाजपा नेता गिरिराज सिंह की। पिछले कार्यकाल में उनके पास सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय था। वो तब विभाग में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। इस बार उनकी पदोन्नति कर उन्हें पशु पालन मंत्री का अहम विभाग प्रदान किया गया है। चूंकि गिरिराज सिंह पशुपालन के प्रखर समर्थक भी रहे हैं, ऐसे में उन्हें यह मंत्रालय देना अपने आप में उनके कार्यों को पुरस्कृत करने के समान है।   

गजेंद्र सिंह शेखावत 

कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री का पदभार संभालने वाले वाले गजेंद्र सिंह शेखावत को इस बार जल शक्ति मंत्रालय का कार्यभार मिला है। ये अपने आप में एक उचित पदोन्नति है, क्योंकि गजेंद्र सिंह शेखावत ने बतौर राज्य मंत्री ही देश के लिए काफी कल्याणकारी कदम उठाए हैं।

किसानों की सिंचाई और पेयजल संबन्धित समस्याओं के लिए एक उचित माध्यम तैयार करना हो या जोधपुर हवाई अड्डे का विस्तार करना हो जिसकी मांग पिछले 18 वर्षों से उठाई जा रही थी।  पिछले कार्यकाल में सरकार की ओर से जो भी टास्क दी गई, उसको हर हाल में उन्होंने पूरा किया। उनके प्रदर्शन को देखते हुए ही उन्हें नितिन गडकरी का साथ देने के लिए जल शक्ति मंत्रालय सौंपा गया है। ऐसे में हम आशा करते हैं कि नितिन गडकरी के साथ मिल कर गजेंद्र सिंह देश की वर्तमान जल संबंधी समस्याओं का निवारण करेंगे और इसके साथ साथ माँ गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने में पूरा सहयोग करेंगे।

किरेन रिजिजू 

अब बात करतें है किरेन रिजिजू की। पिछले सरकार में उन्हें गृह राज्य मंत्री का पदभार मिला था। इस उन्हें युवा नीति एवं खेल मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। इनसे पहले ये पद ओलंपिक पदक विजेता एवं प्रख्यात सैनिक, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर के पास था जिन्होंने अपने कार्यकाल में भारत के युवाओं को राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल एवं यूथ ओलंपिक खेलों में अप्रत्याशित गौरव अर्जित करने के लिए प्रेरित किया। ऐसे में किरेन रिजिजू के ऊपर भारत को 2020 के टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करने की अहम ज़िम्मेदारी होगी।

हम आशा करतें है कि ये मंत्री अपने नए पदों पर भी अपनी सेवा से देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाएंगे, और अन्य भारतीयों को देश की प्रगति में योगदान करने के लिए भी प्रेरित करेंगे।

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