एक पाकिस्तानी टिवीटर यूजर के अनुसार रावलपिंडी में कल एक आतंकवादी बॉम्ब ब्लास्ट हुआ। यह ब्लास्ट रावलपिंडी मिलिट्री हॉस्पिटल के बाहर हुए और लगभग 10 लोग घायल हुये। इसके बाद कई स्थानीय टिवीटर यूजर ने विडियो जारी करते हुए इस घटना की जानकारी दी है।
https://twitter.com/AhsanUlMiakhail/status/1142805329782214656
JUST IN: Huge blast reported from Military Hospital in Rawalpindi, Pakistan. At least 10 injured shifted to emergency ward. Reason unknown. Some indicate there was a gas leak. pic.twitter.com/bS7rZVYGAP
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 23, 2019
Blast in Military Hospital Rawalpindi, near AFIC… hope everyone is safe. pic.twitter.com/xTnLVSucir
— Ali Moeen Nawazish (@am_nawazish) June 23, 2019
इस विडियो को ट्विटर पर खूब शेयर भी किया जा रहा है। वजह है पाकिस्तान की मुख्यधारा की मीडिया की चुप्पी। पाकिस्तानी मीडिया द्वारा इस ब्लास्ट पर रिपोर्टिंग न करने का कारण समझ नहीं आ रहा।
JeM chief Maulana Masood Azhar was admitted in this military hospital. Also, Pakistani media houses are ordered not to cover this incident. Does that fattish pork also killed in this blast? #Rawalpindi https://t.co/yIvJelKfXg
— 7ru7h (@7ru7h_1) June 23, 2019
लेकिन एक ओर पाकिस्तानी ट्विटर यूजर ने इस मामले की जानकारी देते हुए लिखा कि इस हॉस्पिटल में जैश ए मुहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर भर्ती था। खबरों की मानें तो मसूद अजहर किडनी फेलियर की बीमारी से जूझ रहा है और उसे नियमित डायलिसिस से गुजरना पड़ता है। अब मसूद अजहर अस्पताल में भर्ती है ऐसे में पाकिस्तान सरकार इस खबर को कैसे बाहर आने देती। पाकिस्तानी सेना ने मीडिया को अंदर जाने की अनुमति ही नहीं दी। अगर मीडिया रिपोर्टिंग के लिए पहुंचती तो कुछ ऐसे बड़े नाम सामने आते जिससे पाकिस्तान के लिए मुश्किल की स्थिति उत्पन्न हो जाती।
https://twitter.com/ali_axhar/status/1142774098516434945
अभी तक ब्लास्ट के कारणों का पता नहीं चल पाया है। कुछ लोग इसे आतंकवादी हमला बता रहे है और कुछ लोग ब्लास्ट के पीछे की वजह गैस लीक बता रहे है। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया कि चुप्पी ने इस घटना पर संदेह बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी मीडिया अपने सैन्य आकाओं प्रति वफादार है। और ऐसी कोई घटना रिपोर्ट नहीं करती जिसे उसके सैन्य अधिकारियों ने मना किया हो। यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तानी मीडिया पाकिस्तानी सेना के किसी नकारात्मक खबर को छुपा रही है। पाकिस्तानी मीडिया ने भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट पर की गयी एयर स्ट्राइक को भी सही तरीके से कवर नहीं किया था और पाकिस्तानी सना के आदेशों पर ही चली। इसके अलावा, पाकिस्तानी मीडिया ने फरवरी में अपने एफ -16 फाइटर जेट के भारतीय विंग कमांडर द्वारा मिग 21 से मार गिराने की खबर को भी गलत तरीके से प्रकाशित किया था।
रावलपिंडी में हुए कथित विस्फोट पर पाकिस्तानी मीडिया की चुप्पी से गंभीर सवाल उठते हैं कि क्या मुख्यधारा की मीडिया सिर्फ पाकिस्तानी सेना के आदेशों पर चलती है …और इससे भी बड़ा सवाल तो यह उठता है कि इस हमले पर मीडिया को रिपोर्टिंग करने से रोक कर आखिरकार पाकिस्तानी सेना क्या छुपाने की कोशिश कर रही है।