मिलिये प्रधान मंत्री मोदी की कैबिनेट टीम की छह महिला मंत्रियों से, एक नहीं अनेक उपलब्धियां हैं इनकी एक से बढ़ कर एक

इस बार 78 महिलाएं लोकसभा में जीतकर पहुंची और इनमें 40 महिलाएं भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीत कर आई हैं। महाविजय के बाद नरेंद्र मोदी ने दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ ली साथ ही साथ ही इस बार मोदी मंत्रिमंडल में 6 महिलाओं को शामिल किया जिसमें 3 को बड़े मंत्रालयों की ज़िम्मेदारी दी गई है। इसमें सबसे बड़ा नाम है निर्मला सीतारमण का जो देश की पहली फुल टाइम वित्त मंत्री बनी हैं। जाहिर है वह मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में रक्षा मंत्री के पद पर कार्यरत थीं। निर्मला सीतरमण के अलावा मोदी मंत्रिमंडल में कुल 5 और महिला मंत्री शामिल है। इसका 3 कैबिनेट में हैं तो 3 को राज्य में अलग-अलग मंत्रालयों की ज़िम्मेदारी दी गई है।

निर्मला सीतरमण

देश की पहली फुल टाइम वित्त मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त करने वाली निर्मला सीतारमण मोदी कैबिनेट की सबसे मजबूत और ताकत महिला नेताओं में से एक हैं। जाहिर है पिछली सरकार में उनके द्वारा निभाई गई रक्षा मंत्री की ज़िम्मेदारी को देखते हुए इस बार पीएम मोदी ने उनकी जिम्मेदारियों को और बढ़ाते हुए कैबिनेट का सबसे अहम मंत्रालय सौंपा है। रक्षा मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दिये जाने से पहले उन्हें वाणिज्य मंत्रालय दिया गया था। पुलवामा हमले के बाद जिस तरह उन्होंने संयम रखते हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए वायुसेना को पुरजोर समर्थन किया था, वो अपने आप में काबिले तारीफ है। पिछली एनडीए सरकार में पहले स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर और फिर निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्री का पद संभालते हुए भाजपा की आक्रामक रक्षा नीति को एक नई धार दी। आतंकवाद पर काफी हद तक काबू पाने में सेनाओं के अलावा इन दोनों रक्षा मंत्रियों ने अहम भूमिका निभाई है। 

पिछले कार्यकाल में जिस तरह से उन्होंने मनोहर पर्रिकर के कार्यकाल को आगे बढ़ाते हुए रक्षा मंत्री का जिम्मा संभाला था काबिले तारीफ था। इसके अलावा जिस तरह से उन्होंने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राफेल मुद्दे पर राहुल गांधी के हर झूठ का पर्दाफाश किया वह उनके कुशल नेतृत्व को दर्शाता है। खास बात यह है कि, निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में ही योग्य महिलाओं को भारतीय सेना में परमानेंट कमिशन, मिलिट्री पुलिस में जगह, और वायुसेना में कॉमबैट पायलट के तौर पर महिला अफसरों की भर्ती को भी मंजूरी दिलवाई उससे देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में उनके भारत की महिलाओं का मान बढ़ा है।

स्मृति ईरानी

मोदी कैबिनेट में शामिल दूसरी सबसे सशक्त और ताकतवर महिला मंत्री हैं स्मृति ईरानी जिन्होंने इस बार अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भारी मतों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद यह साफ था कि, इस बार भी उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा और अब उनको महिला एवं बाल विकास और कपड़ा मंत्रालय दिया गया है। गौरतलब है कि, स्मृति ईरानी ने अमेठी में 2014 में भी मजबूती के साथ अपनी दावेदारी पेश की थी लेकिन वह इस चुनाव में राहुल गांधी से हार गई थीं। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने 55 हजार से अधिक मतों के अंतर से राहुल गांधी को हराकर महिला सशक्तिकरण की एक शानदार मिशाल पेश की है। आपको बता दें कि, मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में स्मृति ईरानी ने मानव संसाधन मंत्रालय, मिनिस्ट्री ऑफ इन्फोर्मेशन एंड ब्रोडकास्ट की ज़िम्मेदारी संभाली थी। अगर बात करें स्मृति ईरानी के राजनीतिक सफर की तो वह 2003 में भाजपा में शामिल हुई थी जिसके बाद उनको महाराष्ट्र यूथ विंग का अध्यक्ष बनाया गया। 2010 में पार्टी की राष्ट्रीय सचिव और एवं महिला विंग की अध्यक्ष बनाई गई थीं। राजनीतिक समझ, पॉलिटिकल एक्सपीरियंस और जनता के बीच पकड़ बनाए रखने वालों मे स्मृति ईरानी काफी सक्षम हैं। 

हरसिमरत कौर बादल

52 वर्षीय हरसिमरत कौर बादल पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की बहू हैं और शिरोमणि अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल की पत्नी हैं। हरसिमरत को पिछले बार की तरह इस बार भी प्रसंस्करण मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी गई है। हरसिमरत ने साल 2009 में राजनीति में कदम रखा था जिसके बाद वह भटिंडा लोकसभा सीट से तीन बार सांसद चुनकर आई हैं। पिछली सरकार में उन्होंने इस पद की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया था जिसको देखते हुए एक बार फिर उन्हें यह मंत्रालय सौंपा गया है।

देबश्री चौधरी

48 वर्षीय देबश्री चौधरी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय राज्य मंत्री के पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। खास बात यह है कि उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में पहली बार जगह दी गई है। देबश्री ने पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से टीएमसी के कन्हैया लाल अग्रवाल को हराया है। आपको बता दें कि, देबश्री पश्चिम बंगाल बीजेपी की महासचिव हैं और उन्होंने सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। जाहिर है इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंगाल में 18 सीटें हासिल हुई हैं, ऐसे में इस बड़ी जीत में इनकी भी अहम भूमिका रही है।

रेणुका सिंह सरुता

रेणुका सिंह छत्तीसगढ़ की सरगुजा क्षेत्र से लोकसभा सीट से जीत हासिल कर पहली बार मोदी मंत्रीमण्डल में शामिल हुई हैं। 55 साल की रेणुका को आदिवासी मामलों के राज्य मंत्री पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। रेणुका सिंह जिस लोकसभा सीट से जीत कर आई हैं, साथ ही आपको बता दें कि वह दो बार विधायकी का चुनाव भी जीत चुकी हैं।

साध्वी निरंजन ज्योति

महिला राज्यमंत्रियों में एक नाम और शामिल है और वह है 52 वर्ष की साध्वी निरंजन ज्योति का जिनको ग्रामीण विकास राज्य मंत्री का पदभार सौंपा गया है। निरंजन ज्योति ने उत्तरप्रदेश की फतेहपुर लोकसभा सीट से बसपा के सुखदेव प्रसाद वर्मा को भारी मतों से हराया है। आपको बता दें कि, 2014 के मोदी मंत्रिमंडल में भी वह राज्यमंत्री थीं और उनको खाद्य प्रसंस्करण औद्योग मंत्रालय की ज़िम्मेदारी दी गई थी।

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