प्रियंका वाड्रा Twitter पर UP Police को ज्ञान दे रही थी, UP Police ने दो ट्वीट में कर दी बोलती बंद

यूपी पुलिस को सोशल मीडिया पर बदनाम करने की होड में अब कांग्रेस की महासचिव और राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी भी शामिल हो गयी हैं। उन्होने 27 जून को एक ट्वीट किया और लिखा,’ पूरे उत्तर प्रदेश में अपराधी खुलेआम मनमानी करते घूम रहे हैं। एक के बाद एक अपराधिक घटनाएँ हो रही हैं। मगर उ.प्र. भाजपा सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रही। क्या उत्तर प्रदेश सरकार ने अपराधियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है?’

इसके साथ ही उस ट्वीट में विभिन्न अखबारों के कटिंग्स भी लगा रखे थे जिसमें यूपी में हुये आपराधिक घटनाओं की खबरें छपी थी। उस फोटो में बदायूं में बंदूक की नोक पर तलाशी, अमेठी में फायरिंग और उन्नाव जेल में कैदियों द्वारा बंदूक लहराने जैसी घटनायें दर्शायी गयी थी। हालांकि, प्रियंका वाड्रा के इस भ्रामक ट्वीट का जवाब उत्तर पुलिस ने अपने आंकड़ों से दिया। यूपी पुलिस ने आंकड़ों के साथ हिन्दी और अँग्रेजी दोनों भाषाओं में जवाब दिया और बताया कि यूपी पुलिस के लगातार प्रयास से आपराधिक घटनाओं में 20-35% की कमी आई है।

यूपी पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रियंका गांधी वाडरा को जवाब जवाब देते हुये बताया की 2 वर्षों में 9225 अपराधी गिरफ़्तार हुए और 81 मारे गये हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) में भी प्रभावी कार्यवाही कर लगभग 2 अरब की सम्पत्ति ज़ब्त की गयी है।

यह पहली बार नहीं है कि यूपी पुलिस ने झूठ फैलाने वालों को जवाब दिया है और सच जनता के सामने लाया है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बदनाम करने के लिए कई एजेंडावादी लोग साथ आ गए है और झूठी खबरे फैला रहे है। पिछले दिनों चिनमयी श्रीपदा ने इंडिया टाइम्स द्वारा साझा किए गए एक लेख का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस पर एक गैंगरेप पीड़िता के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया था। और यूपी पुलिस पर झूठे आरोप मढ़ने की कोशिश की थी। इसपर भी यूपी पुलिस ने कड़ा जवाब देते हुये उनके उस झूठी खबर की जांच कर बताया की वह घटना वर्ष 2017 की है। और उन्हें यह भी बताया कि एक महिला को इस मामले में पुलिस को गुमराह करने के लिए गिरफ्तार भी किया गया है।

आज देश का पूरा मीडिया तंत्र यूपी सरकार को नीचा दिखने के लिए कमर-कस कर फर्जी खबरें फैला रहा है। हालांकि, यहाँ यूपी पुलिस की काफी सराहना की जानी चाहिए। अपने खिलाफ इतना एजेंडा चलाये जाने के बाद भी यूपी पुलिस ने अपना धैर्य नहीं खोया और शांत तरीके से इन मामलों को संभाला। और झूठी खबरों का खंडन किया है। लगातार सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिती से यूपी पुलिस प्रयास कर रही है की जनता को राज्य के लॉं एंड ऑर्डर संबंधी सही और प्रामाणिक खबरें मिले। यह सराहनीय है कि यूपी पुलिस अपराध मुक्त यूपी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए हुए है।

 

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