अर्नब गोस्वामी ने ‘असहिष्णु’ गैंग के पाखंड का किया खुलासा

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मंगलवार को 49 फिल्मी हस्तियों ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमें इन सभी ने देश में हो रहे विशेष समुदाय के खिलाफ ‘कथित’ मोब लिंचिंग के प्रति अपनी चिंता जाहिर की थी। इन ‘मौसमी असहिष्णु गैंग’ के दोहरे रुख को रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ़ अर्नब गोस्वामी ने सभी के सामने लाकर रख दिया।

दरअसल, बुधवार को ‘असहिष्णुता’ राग अलापने वाले 49 हस्तियों में से कुछ उसी पत्र को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. अर्नब ने इस ‘असहिष्णु’ गैंग को अपने चैनल पर लाइव किया और उनके दोहरे मापदंड को लेकर कई सवाल पूछे लेकिन हिन्दी एवं बांगला सिनेमा की अभिनेत्री अपर्णा सेन  और अन्य हस्तियां एक भी सवाल का जवाब नहीं दे सके।

दरअसल, अपने आप को राजनीति में स्थापित करने के उद्देश्य से बंगाल के कई कलाकारों ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमें विशेष समुदाय के खिलाफ हुए लिंचिंग के आंकड़े थे. इसके साथ ही लिखा था कि सरकार के विरोध करने वालों को लोगों को ‘राष्ट्र-विरोधी’ या ‘अर्बन नक्सल’ कहना और उनका विरोध करना गलत है। इसी पत्र को लेकर कुछ हस्तियां प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं। उसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर ने अपने चैनल प्रमुख अर्नब गोस्वामी को फोन लगाया और कॉन्फ्रेंस कर रहे इन ‘असहिष्णु गैंग’ के पास रख दिया। उन्हें रिपब्लिक टीवी पर लाइव कर दिया।

अर्नब गोस्वामी ने अपने ही अंदाज में सवाल पूछना शुरू किया और उनके सवालों से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हस्तियों की हवाइयां उड़ रही थीं, और वहां मौजूद उनमें से एक भी हस्ती प्रश्न का जवाब नहीं दे सके।  

अर्नब ने लाइव टीवी पर पूछा कि ‘आप उस समय कहा थे जब ज़ायरा वसीम को मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग टार्गेट कर रहे थे? आप उस समय कहां थे जब आयुब पंडित नाम के व्यक्ति को श्रीनगर के जामा मस्जिद के बाहर लिंच किया गया था? आप उस समय कहां थे जब कृष्ण देव नाम के एक 26 वर्ष के लड़के को ‘जय श्री राम’ कहने के लिए लिंच कर दिया गया था? आप उस समय कहा थे जब मौलवियों ने अल्पसंख्यकों को हथियार उठा लेने के लिए कहा था? अर्नब के इन सवालों का अपर्णा सेन और उनके साथ मौजूद रहीं हस्तियों के पास कोई भी जवाब नहीं था. इसके बाद खुद को एक्स्पोज होते देख अपर्णा सेन ने कहा कि, “मैं आपके किसी भी सवाल का जवाब नहीं देना चाहती।“ फिर अर्नब ने और सवालों की झड़ी लगाते हुए पूछा कि आप उस समय कहा थीं जब दिल्ली के हौज़ काजी में विशेष समुदाय के लोगों ने मंदिर पर हमला कर उसे क्षत-विक्षत कर दिया था?

उन्होंने कहा,”मैंने आपके इस न्यूज़ ब्रीफ़ में आपको ही एक्सपोज कर दिया। यह किस तरह की सहिष्णुता है कि जिसमें आपको जिग्नेश मेवानी द्वारा सिविल वार की धमकी नहीं नजर नहीं आती। और आप उस समय कहां थी जब आपके ही राज्य पश्चिम बंगाल में प्रियंका नाम कि एक लड़की को मीम बनाने के लिए गिरफ्तार किया गया था? आप उसमय कहां थीं जब आपके कांग्रेस ने पहलू खान पर चार्जशीट किया था? आप और अरुंधति रॉय जैसे लोग ही है जो दंत्यवाड़ा में हुए नक्सल हमलों के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने आगे कहा कि आप जैसे सभी लोगों का असली चेहरा देश की जनता के सामने आ चुका है।

अर्नब गोस्वामी के इन प्रश्नो का कोई भी उत्तर नहीं दे सका। अर्नब गोस्वामी ने इस अवार्ड वापसी गैंग के चायनात्मक व्यक्तित्व का पर्दाफाश कर दिया और बता दिया कि देश में फियर मोंगरिंग करने वालों कि खैर नहीं। यह ‘असहिष्णु गैंग’ अपने खाली समय में अक्सर सक्रिय हो जाता है और मोदी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर देता है। ऐसे में अर्नब ने जिस तरह से इन्हें एक्सपोज किया वो काबिले तारीफ है।

यह पहला मौका नहीं है जब अर्नब गोस्वामी ने इन लेफ्ट लिबरल्स की धज्जियां उड़ाई हो। देश विरोधी गतिवधियों में लिप्त चाहे वो टुकड़े टुकड़े गैंग हो या कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधने वाले पत्रकारों का पर्दाफाश करना हो अर्नब गोस्वामी यह आए दिन करते रहते है।

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