हमारे देश में असहिष्णुता का स्तर इतना बढ़ चुका है कि पार्किंग को लेकर शुरू हुए मामूली विवाद के मामले में अब सीधा मंदिर तोड़े जाने लगे हैं। सोमवार को दिल्ली के चावड़ी बाज़ार में भी कुछ ऐसा ही देखने के मिला। रविवार की देर रात हौज काजी के लाल कुआं क्षेत्र के रहने वाले संजीव और आस मोहम्मद के बीच स्कूटर पार्किंग को लेकर शुरू हुए विवाद ने तब सांप्रदायिक रंग ले लिया जबकुछ लोगों की भीड़ ने अलाह-हु-अकबर के नारों के साथ लाल कुंवा क्षेत्र के 100 साल पुराने एक हिन्दू मंदिर पर धावा बोल दिया।
https://twitter.com/RiddhiPathak22/status/1145799735112032257
https://twitter.com/saidarshan/status/1145785164674396160
इस मामले से जुड़ी कई फोटोज और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, लेकिन मुख्यधारा मीडिया में इस घटना को कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है। यही नहीं लेफ्ट-लिबरल गैंग भी अब असहिष्णुता का राग नहीं अलाप रहा और न ही अब इस मामले पर कुछ बोल रहा है। ये इनके दोहरे रुख को दर्शाता है। न ही अब विपक्षी पार्टी इसपर कोई प्रतिक्रिया दे रही है बल्कि केजरीवाल के मंत्री इमरान हुसैन भी भीड़ के समर्थन में वहां पहुंच गये थे जो बेहद शर्मनाक है।
https://twitter.com/AshwinReddy91/status/1145885678229528576
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आस मोहम्मद फल विक्रेता संजीव गुप्ता के घर के बाहर अपनी स्कूटर पार्क करना चाहता था, लेकिन इसको लेकर संजीव गुप्ता ने आपत्ति जताई। इसके बाद उन दोनों में कहासुनी हो गयी। संजीव की पत्नी बबीता के मुताबिक आस मोहम्मद ने पहले तो उसके पति को गाली दी और उसके बाद वह संजीव को अंजाम भुगतने की धमकी देकर वहां से चला गया। उसके बाद आस मोहम्मद अपने साथ 20 से 25 लोगों को लेकर आया और संजीव के घर पर पत्थरों और कांच की बोतल से हमला करना शुरू कर दिया। इससे जुड़ी एक वीडियो भी सामने आई है। इसके बाद बबीता ने पुलिस को फोन किया और पुलिस संजीव और आस मोहम्मद को अपने साथ लेकर हौज काजी पुलिस स्टेशन गई जहां दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज़ करवाई।
इसी बीच कुछ एजेंडावादी लोगों ने सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलाई कि गंभीर चोट लगने के कारण आस मोहम्मद खान की मृत्यु हो गयी है। इसके बाद लगभग 300 से 400 लोगों की भीड़ पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गयी और उसके बाद इसी भीड़ ने लाल कुआं क्षेत्र के दुर्गा माता मंदिर पर हमला बोल दिया। इस घटना से संबंधित फोटो और वीडियो को भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें साफ तौर पर भीड़ को ‘अल्लाह-हू-अकबर’ का नारा लगाते हुए सुना जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मंदिर 100 साल पुराना था जिसके अंदर स्थापित भगवान की मूर्तियों को भीड़ द्वारा विकृत कर दिया गया।
दिल्ली के हौजकाजी में कल रात एक मंदिर पर पत्थर बरसायें गए और तोड़ फोड़ की गई
पहले पूरे इलाके में अफवाह फैलाई गई कि एक मुस्लिम लड़के की मोब लिंचिंग हुई हैं, जबरदस्ती जय श्री राम बुलवाया हैं
उसके बाद मंदिर में, थाने में जो हुआ वो आपके सामने हैं pic.twitter.com/Tak2yeBeOi
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) July 1, 2019
इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ने की वजह से भारी पुलिस बल तैनात कर दिए गये हैं। लाला कुआं क्षेत्र की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई है। ताज़ा खबरों के मुताबिक पुलिस ने 3 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है जिनमें से एक आरोपी नाबालिग है।