चंद्रयान 2 के सफल लॉन्च होते ही कांग्रेस ने इसका भी क्रेडिट लिया

चंद्रयान 2 कांग्रेस

(PC: The Week)

सोमवार को इसरो ने चन्द्रमा के लिए अपना दूसरा मिशन, चंद्रयान 2 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। जब चंद्रयान 2  चंद्रमा के अन्य रहस्य जानने के लिए पृथ्वी से रवाना हुआ तब जहां चारों तरफ से जहां इसरो को बधाइयां आने लगी तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने इसका श्रेय लेने में तनिक भी देरी नहीं की।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसरो को इस सफलता के लिए बधाई दी।

जब देश इस वैज्ञानिक उपलब्धि का उत्सव मना रहा था, कांग्रेस पार्टी अपनी आदत से मजबूर हो इसका भी श्रेय लूटने के लिए तैयार हो गयी।  इसरो को बधाई देते हुए ट्वीट किया “यह सही समय है भारत के प्रथम पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू के उस दूरदर्शी कदम को याद करने का, जब उन्होंने इन्कोस्पार के अंतर्गत अंतरिक्ष अनुसंधान को वित्तीय सहायता देने की स्वीकृति 1962 में की और वे बाद में इसरो बना। और हम साथ ही साथ डॉ. मनमोहन सिंह को धन्यवाद देना चाहेंगे की उन्होंने चंद्रयान 2 की परियोजना को 2008 में स्वीकृति दे दी।“ –

हालांकि, इस अशोभनीय कृत्य को सोशल मीडिया यूजर्स ने हल्के में न लेते हुए कांग्रेस पार्टी को इस ट्वीट के लिए जमकर ट्रोल किया –

https://twitter.com/pokershash/status/1153235402687315968

https://twitter.com/AapGhumaKeLeLo_/status/1153239736405749761

हालांकि, ये पहला अवसर नहीं है जब कांग्रेस भारत के वैज्ञानिक एवं अन्य समुदायों की उपलब्धियों के श्रेय लूटने का काम किया हो । जब भारत ने एंटि सैटिलाइट शस्त्र को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया, जिसे ‘मिशन शक्ति’ भी कहा जाता है, तो उसमें भी कांग्रेस श्रेय लूटने के लिए आगे आई। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने तब कहा था, ‘’यूपीए सरकार ने ही ASAT प्रोग्राम की शुरुआत की थी, जो आज सफल हुआ है। मैं भारत के वैज्ञानिकों और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व को बधाई देता हूं।’’ ऐसे में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार करते हुये कहा, “जो आज अपनी पीठ थपथपाते हुए थक नहीं रहे हैं, वो याद रखें कि एंटि सैटिलाइट मिसाइलों  को हमारे वैज्ञानिक बहुत पहले ही बना देते, परंतु आप ही की सरकार ने स्वीकृति देने से मना कर दिया।“

इसी तरह कांग्रेस ने जीएसटी के उद्घाटन पर भी उसका श्रेय लूटने का प्रयास किया था, जबकि जीएसटी का वास्तविक स्वरूप तो अटल बिहारी वाजपेयी ने ही 2001 में निर्मित कर दिया था । हालांकि, जिस जीएसटी को कांग्रेस लाना चाहती थी, वो उस विदेशी मॉडेल के तर्ज़ पर था जीएसटी जो हाल ही में मलेशिया में पहले ही फ़ेल हो गया। अब नम्बी नारायनन वाले प्रकरण के बारे में जितना कम बोले, उतना ही अच्छा। ये कुछ अन्य उदाहरण है जहां कांग्रेस पार्टी ने श्रेय लूटने का प्रयास किया –

कांग्रेस पार्टी के नेता भले ही इसरो और भारतीय सेनाओं के पराक्रम का श्रेय लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी, परंतु उनके राज्य में हुए कई भ्रष्टाचार के मामलों और झूठे आरोपों को बढ़ावा देने की ज़िम्मेदारी इनके किसी भी नेता ने नहीं ली। जब चुनाव में कांग्रेस को पटखनी मिलती है, तो कोई भी कांग्रेस नेता उसे स्वीकार करने के लिए आगे नहीं आता। इस ट्वीट से केवल कांग्रेस पार्टी की संकीर्ण मानसिकता उजागर होती है, और ये भी पता चलता है कि भारत के प्रतिभावान वैज्ञानिकों एवं अन्य पेशेवर समूहों के भारत के लिए अतुलनीय योगदान के प्रति कांग्रेस की क्या विचारधारा रही है।

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