अमित शाह ने चांदनी चौक में मंदिर में हुई तोड़फोड़ को लेकर दिल्ली पुलिस को किया तलब

गृह मंत्री अमित शाह ने चांदनी चौक में मंदिर तोड़े जाने वाली घटना पर सीधे तौर पर हस्तक्षेप किया है। गृह मंत्री ने आज दिल्ली पुलिस कमिशनर अमुल्य पटनायक को बुलावा भेजा और इस घटना पर तुरंत एक्शन ना लेने के लिए उनको फटकार लगाई। इसके अलावा दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने उनको इस घटना पर दिल्ली पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई का ब्यौरा दिया।  कमिशनर ने गृह मंत्री को चांदनी चौक की वर्तमान स्थिति के बारे में भी अपडेट किया।

अमित शाह के इस कदम की भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी अपने ट्वीट के माध्यम से काफी सराहना की। उन्होंने ट्वीट किया ‘जानकर खुशी हुई कि अमित शाह ने इस मामले में सीधे तौर पर हस्तक्षेप करने का फैसला लिया है। उन्हें जानना चाहिए कि पुलिस द्वारा इस घटना पर तुरंत एक्शन क्यों नहीं लिया गया। अगर इस मामले में श्री 420 नक्सली (केजरीवाल) की सरकार का कोई हाथ था तो अभी इस सरकार को भंग कर देना चाहिए’।

इससे पहले चांदनी चौक से सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी मीडिया से बातचीत में यह आश्वासन दिया था कि आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही कल एक नाबालिग को भी पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। आज भी दिल्ली पुलिस ने 1 अन्य शख्स को गिरफ्तार किया है।

बता दें कि रविवार की देर रात हौज काजी के लाल कुआं क्षेत्र के रहने वाले संजीव और आस मोहम्मद के बीच स्कूटर पार्किंग को लेकर शुरू हुए विवाद ने तब सांप्रदायिक रंग ले लिया था जब कुछ लोगों की भीड़ ने ‘अलाह-हु-अकबर’ के नारों के साथ लाल कुंवा क्षेत्र के 100 साल पुराने एक हिन्दू मंदिर पर धावा बोल दिया था। इस घटना के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी कड़ी आपत्ति जताई थी और सरकार से जल्द से जल्द इस मामले पर कार्रवाई करने को कहा था। 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले की जांच पूरी तरह कोर्ट की निगरानी में करवाने के लिए कोर्ट में एक पीआईएल भी दायर की गई है। इसके अलावा अर्जी में दिल्ली पुलिस द्वारा इस केस में बरती गई ढील की जांच करने की भी बात कही गयी है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि इस संवेदनशील घटना के बाद भी हौज काजी क्षेत्र और आसपास के इलाकों में शांति बनी हुई है और लोग शांत तरीके से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध कर रहे हैं। अमित शाह का इस मामले में सीधे तौर पर हस्तक्षेप करना स्वागत योग्य है।

 

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