हाल ही में प्रसिद्ध एडवेंचरर एवं ‘मैन vs वाइल्ड’ के सूत्रधार बेयर ग्रिल्स ने सोशल मीडिया पर अपने सुप्रसिद्ध सीरिज ‘मैन vs वाइल्ड’ के अगले अंक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भारत के वनों का भ्रमण करते हुए दिखाया। इस वीडियो के सामने आने के बाद लोगों में इस कार्यक्रम को देखने की दिलचस्पी बढ़ गयी है। बेयर ग्रिल्स ने हाल ही में इस निर्णय से संबन्धित ये ट्वीट पोस्ट की –
अपने ट्वीट में बियर ग्रिल्स ने लिखा ‘180 देशों के लोग जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनदेखे पहलू से परिचित होंगे। पीएम मोदी बताएंगे कि कैसे भारत में वन्य जीवों के संरक्षण के लिए जागरुकता अभियान और भौगोलिक परिवर्तनों के लिए काम हो रहा है। मैन वर्सिज़ वाइल्ड में मेरे साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डिस्करी पर 12 अगस्त को देखें’। वीडियो में बियर ग्रिल्स के साथ पीएम मोदी बिलकुल अलग ही अंदाज में नज़र आ रहे हैं।
इस वीडियो के सामने आने के बाद मशहूर ऑनलाइन कंटैंट क्रिएटर ‘द वायरल फीवर’ (टीवीएफ) ने अपने सोशल मीडिया पेज , ‘टीवीएफ क्यूटियापा’ पर इस एपिसोड के संबंध में एक बड़ा ही अशोभनीय पोस्ट की। इस पोस्ट के जरिये टीवीएफ ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। टीवीएफ़ ने बियर ग्रिल्स द्वारा शेयर किये गये वीडियो के एक अंश को अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट किया, जिसका शीर्षक कुछ इस प्रकार था –
हालांकि, बाद में टीवीएफ ने इस विवादित पोस्ट को तुरंत डिलीट कर दिया, परंतु वे सोशल मीडिया की आलोचना से नहीं बच पाये। इस विवादित पोस्ट के कुछ स्क्रीनशॉट लेकर सोशल मीडिया के कई यूजर्स ने टीवीएफ को जमकर लताड़ा। उक्त स्क्रीनशॉट के शीर्षक में लिखा था ‘बेयर ग्रिल्स – तो आप कह रहे हैं कि गौमूत्र मेरे मूत्र से बेहतर है?’
https://twitter.com/AndColorPockeT/status/1155848950382907392
ज्ञात हो कि सनातन धर्म में गाय को बहुत महत्व दिया जाता है, और आयुर्वेद भी मानता है कि गौमूत्र में कई ऐसे तत्व हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है। ऐसे में टीवीएफ की यह टिप्पणी न केवल ओछी, बल्कि अशोभनीय भी है।
टीवीएफ क्यूटियापा नाम का यह सोशल मीडिया पेज देश दुनिया के विभिन्न मसलों पर अपने चुटीले पोस्ट डालता है, इस पेज के अधिकांश पोस्ट लोगों को हंसने पर विवश कर देते हैं। परंतु इस बार टीवीएफ ने अपनी सभी सीमाएं लांघ दी है। कई सोशल मीडिया यूज़र्स के अनुसार ये पोस्ट अब बंद पड़ चुके कॉमेडी ग्रुप एआईबी के हिन्दू विरोधी पोस्ट्स से मेल खाता है। वही एआईबी जो बाद में मी टू अभियान के दौरान कोमेडियंस पर लगे यौन शोषण के आरोपों के बाद पूर्णतया ठप पड़ गया था।
टीवीएफ ने जिस प्रकार की भाषा का उपयोग किया है, वो निस्संदेह काफी चिंताजनक भी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसी प्रकार की भाषा पुलवामा हमलों में शामिल आत्मघाती बॉम्बर आदिल अहमद डार ने डाली थी, जिसने हमले से पहले अपनी आखिरी वीडियो में कहा था की उसकी लड़ाई ‘गौमूत्र का सेवन करने वालों’ से है। ऐसे में यदि टीवीएफ इस तरह की भाषा का उपयोग करे, तो ये न केवल चिंताजनक है, बल्कि एक गलत संदेश भी आम जनता को भेज रहा है।