वर्ष 2021 में बंगाल में विधानसभा के चुनाव होने हैं, और भाजपा राज्य की सत्ता पर निगाहें जमाए बैठी है। इन लोकसभा चुनावों में भाजपा को राज्य में 18 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जो कि सीएम ममता के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। हालांकि, बंगाल में ममता की नज़रों के सामने भाजपा टीएमसी से वह सब कुछ हथिया रही है जहां पहले कभी सत्ताधारी पार्टी का दबदबा हुआ करता था। बंगाल की राजनीति में स्टार्डम का बहुत महत्व है और कुछ दिनों पहले ही बंगाली सिनेमा यानि टोलीवुड के 13 स्टार्स ने भाजपा का दामन थामा था। इन स्टार्स के सहारे भारतीय जनता पार्टी चुनावों में वोटर्स को आकर्षित करना चाहेगी। लेकिन बात बस यही खत्म नहीं होती। भाजपा ने अपना अगला टार्गेट उसे बनाया है जो बंगाल में बहुत लोकप्रिय है, और वह है फुटबॉल!
दरअसल, कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और बंगाल राजनीति में सक्रिय भारतीय जनता पार्टी नेता कैलाश विजयवर्गीय और दो बड़े फुटबॉल क्लब्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने बातचीत करने पर अपनी सहमति जताई। इन क्लब्स की कुछ मांगें हैं, और इस संबंध में क्लब्स से जुड़े लोगों ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा था। इन क्लब्स की पहली मांग यह है कि इन्हें इंडियन सुपर लीग में हिस्सा लेना का मौका दिया जाये, और इनकी दूसरी मांग यह है कि जिस आई लीग का वे हिस्सा हैं, सरकार उसके पुनरुद्धार के लिए कदम उठाए।
इन क्लब्स के मुद्दों पर विचार करने के लिए कैलाश विजयवर्गीय ने इन्हें बातचीत करने का प्रस्ताव दिया था। बता दें कि इन क्लब्स के हजारों की संख्या में सदस्य हैं और एक लोकप्रिय खेल होने के नाते राज्य के लाखों लोग फुटबॉल को फॉलो करते हैं। भाजपा चाहती है कि फुटबॉल और फुटबॉल क्लब्स से जुड़े मुद्दों को उठाकर राज्य के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया जाए और भाजपा इसमें सफल होती नज़र भी आ रही है।
फुटबॉल के अलावा भारतीय जनता पार्टी दुर्गा पूजा के आयोजन को भी अपने राजनीतिक लाभ के लिए भुनाना चाहती है। दरअसल, अभी तक राज्य में आयोजित होने वाली दुर्गा पुर्जा के उत्सवों में सीएम बनर्जी हिस्सा लेती थी और पूजा का आयोजन करने वाली कमेटियाँ भी उत्सव का उद्घाटन करने के लिए टीएमसी के नेताओं को आमंत्रित करती थी।
हालांकि, अब राज्य की भारतीय जनता पार्टी इकाई चाहती है कि इस क्षेत्र में भी भाजपा अपना वर्चस्व बढ़ाए। राज्य की राजनीति में भाजपा के बढ़ते रुतबे की वजह से अब दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाली कमिटियाँ भाजपा के नेताओं को आमंत्रित करने लगी हैं। अभी तक 2 बड़े आयोजक इसके लिए भाजपा को न्यौता दे भी चुके हैं।
भाजपा चाहती है कि अमित शाह और पीएम मोदी जैसे बड़े कद के नेता इन दुर्गा पूजा के आयोजनों का उद्घाटन करें। इसके अलावा भाजपा को पहली बार सोमवार 22 जुलाई को कोलकाता हाई कोर्ट बार असोशिएशन के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को बढ़त मिली है, जो दिखाता है कि इन क्षेत्रों में भी भाजपा टीएमसी को पछाड़ रही है।
इन सभी क्षेत्रों पर पहले सत्ताधारी पार्टी का प्रभुत्व हुआ करता था, हालांकि अब भारतीय जनता पार्टी ने इन सभी पर अपना फोकस बढ़ाया है। पहले स्टार्स को अपनी पार्टी में लेकर लोगों को लुभाने की कोशिश की, उसके बाद अब भाजपा फुटबॉल क्लब्स पर अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रही है।
यही नहीं, दुर्गा पूजा के आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर भारतीय जनता पार्टी हिन्दू वोटर्स को आकर्षित करने का भी पूरा प्रयास करेगी। कुल मिलाकर भारतीय जनता पार्टी बंगाल में हर महत्वपूर्ण सामाजिक संरचना को टीएमसी के प्रभुत्व से मुक्त कराती जा रही है, और ममता चाहकर भी कुछ नहीं कर सकती। सिनेमा से लेकर स्पोर्ट्स तक, हर जगह भारतीय जनता पार्टी अपना वर्चस्व बढ़ाती जा रही है। जाहिर है कि इस सबसे भाजपा को आगामी चुनावों में बड़ा फायदा पहुंचेगा और ममता बनर्जी को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।