लेख लिखा, अहमद पटेल पर आरोप लगाए, लेकिन येदियुरप्पा को दोषी बनाया, वाह! शेखर गुप्ता

शेखर गुप्ता

(PC: Scroll.in)

वामपंथी मीडिया प्लेटफॉर्म ‘द प्रिंट’ के संस्थापक शेखर गुप्ता अपने मोदी और भाजपा विरोध के लिए पूरे देशभर में बदनाम हैं, लेकिन अब की बार उन्होंने तथ्यहीन और भ्रामक रिपोर्टिंग की सारी सीमाएं ही लांघ दी। दरअसल, शेखर गुप्ता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक लेख शेयर किया जिसमें उन्होंने बंगलुरु के पुलिस कमिश्नर भास्कर राव को निशाना बनाया। लेख में लिखा गया कि भास्कर राव ने कमिश्नर के पद पर नियुक्त होने के लिए कांग्रेस के नेताओं की मदद ली। हालांकि, अपने ट्वीट में शेखर गुप्ता ने लिखा ‘येदियुरप्पा का पहला घोटाला’। हैरानी की बात तो यह है कि इस पूरे लेख में येदियुरप्पा का कहीं ज़िक्र तक नहीं था, लेकिन फिर भी शेखर गुप्ता ने बड़ी ही प्रमुखता से भाजपा के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का नाम अपने ट्वीट में लिखा।

इस लेख में न्यूज़ 18 कन्नड द्वारा लीक की गई कुछ असत्यापित रिकोर्डिंग्स को अंकित किया गया है। ये रिकोर्डिंग्स 6 महीने पहले की हैं जब कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार थी। उस समय तो येदियुरप्पा की सरकार भी नहीं थी। ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर भास्कर राव एक फराज़ नाम के बिचौलिये से बात करते सुनाई दे रहे हैं, ताकि वह व्यक्ति कांग्रेस के बड़े नेताओं के जरिये आलोक कुमार की जगह उसे कमिश्नर पद पर नियुक्ति दिला सके। बता दें कि उस वक्त मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी चाहते थे कि आलोक कुमार बंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बने।

लेख में कुल 3 क्लिप्स का ज़िक्र है, जिसमें भास्कर राव के लिए फराज़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से बातचीत करते हुए सुनाई दे रहा है। इसके अलावा एक दूसरी ऑडियो टेप में फराज़ कह रहा है ‘वह (अहमद पटेल) उनके (एचडी कुमारस्वामी के) पिता के(एचडी देवगौड़ा के) बेहद करीबी हैं। मैंने उनको (अहमद पटेल को) कहा अगर आप हल्के से बोल देंगे तो वे मानने को मजबूर हो जाएंगे, मना नहीं करेंगे आपको’।

तीसरी क्लिप में फराज़ कह रहा है ‘उन्होंने(अहमद पटेल ने) मुझे थम्स अप दिखाया, मैंने भी उन्हें थम्स अप दिखाया और उन्होंने मुझे कहा कि बेटा पुलिस कमिश्नर बनाऊँगा उनको’। आगे फराज़ कहता है ‘थम्स अप दिखाया और चार महीने बाद 100 परसेंट बनाऊँगा बोलने के लिए और सीएम के साथ कोर्डिनेट करने के लिए बोल दूंगा’।

साफ है कि इन सभी ऑडियो क्लिप्स की बातचीत में सिर्फ तीन लोग ही शामिल थे। वे थे अहमद पटेल, फराज़ और भास्कर राव। इसके अलावा इन ऑडियो क्लिप्स में जेडीएस के नेता जैसे एचडी कुमारस्वामी और एचडी देवगौड़ा का नाम भी आता है। इसके साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि ये ऑडियो क्लिप्स छः महीने पुरानी है जब राज्य में भाजपा की सरकार नहीं थी।

इस लेख से दो चीज़ें पूरी तरह स्पष्ट होती हैं। एक तो यह कि कांग्रेस शासित राज्यों में आज भी प्रशासन से जुड़े महत्वपूर्ण पदों को लेकर जमकर भ्रष्टाचार किया जाता है, और दूसरा यह कि शेखर गुप्ता बुरी तरह ‘भाजपा-फोबिया’ से ग्रसित हो चुके हैं। उन्हें हर अपराध में अब भाजपा का हाथ दिखाई देता है, चाहे उस अपराध का भाजपा से कोई नाता हो या नहीं’।

बता दें कि यह ट्वीट शेखर गुप्ता ने गलती से नहीं किया है, बल्कि खुद उन्होंने अपने इस ट्वीट को लाइक किया हुआ है। हालांकि, इसके बाद भी ना तो उन्होंने अपनी गलती में सुधार किया और ना ही उन्होंने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा से माफी मांगी। इस तरह उन्होंने अपनी भ्रामक पत्रकारिता को एक बार फिर उजागर किया है और ऐसा करके वे अपनी पहले से गिरी साख को और गिराने का काम कर रहे हैं।  

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