पिछले कुछ दिनों से हमारे देश के ‘हिपोक्रिसी क्लब’ में भारी मात्रा में भर्ती की प्रक्रिया जारी है। जब से केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 के विशेषाधिकार संबंधी प्रावधान हटाये हैं, तभी से इस क्लब के सदस्यों में ज़बरदस्त वृद्धि हुई है। इसी क्लब में अब दक्षिण और हिन्दी फिल्मों के अभिनेता सिद्धार्थ सूर्यनारायण ने ज़बरदस्त दावेदारी भी शामिल हो गये हैं जिन्होंने कश्मीर की वर्तमान स्थिति पर ट्वीट शेयर किया।
https://twitter.com/Actor_Siddharth/status/1159496167404658689
सिद्धार्थ सूर्यनारायण के इस ट्वीट के अनुसार, ‘कश्मीर कई भाजपा शासित प्रदेशों से आर्थिक तौर पर काफी श्रेष्ठ है, विशेषकर उस राज्य से जो अजय बिष्ट के शासन में आता है। मैं नहीं जानता कि कौन सी समृद्धि ये कश्मीरियों के साथ बांटना चाहते हैं। सबका विश्वाश! कलयुग है’।
यदि आपको याद हो तो यह वही सिद्धार्थ सूर्यनारायण हैं, जिनहोने ‘रंग दे बसंती’ में करन सिंघानिया के रोल में अपनी अलग छाप छोड़ी थी। मजे की बात तो यह है कि इसी फिल्म में उन्होने क्रांतिकारी भगत सिंह की भूमिका निभाई थी। ये अलग बात है कि इनकी दूसरी हिन्दी फिल्म 2010 में आई, और इनकी अंतिम हिन्दी फिल्म 2013 में आई, जो सई परांजपे की बहुप्रतिष्ठित ‘चश्मे बद्दूर’ की बेहद औसत रीमेक थी। अब ये केवल तमिल और तेलुगू इंडस्ट्री तक ही सीमित हैं।
सिद्धार्थ सूर्यनारायण का ये ट्वीट न केवल ओछा, बल्कि बेहद घटिया और अपमानजनक भी है। गौर करने वाली बात तो यह है कि सिद्धार्थ का यह ट्वीट कश्मीर से 70 उग्रवादी एवं पाक समर्थक अलगाववादियों को आगरा स्थानांतरित किये जाने के सरकार के फैसले के बाद सामने आया है। ऐसे में ये सवाल भी उठता है कि क्या सिद्धार्थ इस निर्णय का विरोध करने के लिए योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश को निशाने पर ले रहे थे?
वैसे भी, यदि देश के आर्थिक रूप से समृद्ध राज्यों की बात करें, तो टॉप 5 राज्यों में से 4 तो भाजपा शासित ही हैं – महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, और गुजरात। आर्थिक समृद्धि की दृष्टि से जम्मू कश्मीर राज्य टॉप 5 तो छोड़िए, देश के टॉप 10 आर्थिक रूप से समृद्ध राज्यों में भी नहीं आता। और भला देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश कैसे हो गया? क्या सिद्धार्थ बाबू ने बचपन में भूगोल नहीं पढ़ा था? भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है, उत्तर प्रदेश केवल जनसंख्या के हिसाब से देश का बड़ा सबसे राज्य है। वाह सिद्धार्थ जी, आपकी हिपोक्रिसी का कोई जवाब नहीं!
इसके अलावा सिद्धार्थ सूर्यनारायण ने कश्मीर पर अपनी बात सिद्ध करने के लिए किसी लेख अथवा तथ्य का संदर्भ नहीं दिया। इस बात के लिए सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने उन्हें जमकर लताड़ा भी –
https://twitter.com/RAC7R/status/1159730000628604929
Your real life is so different from your reel life. How do you afford to have bhatke huye naujawaan if a state is economically superior 🤔. Instead of doing a nine to five job they are pelting stones on armed forces. So please keep your gyan to yourself.
— Pooja 🇮🇳 (@beyoond_starz) August 9, 2019
https://twitter.com/NeonKashmir/status/1159742015984287744
https://twitter.com/Raji_Iyer112/status/1159876507080073216
https://twitter.com/Vipulakmishra/status/1159805490953515008
You periyar crap, do you know that Kashmir can't function even one day without sops from the central govt?
— Ankur 🇮🇳 (@monsternaath) August 10, 2019
इन ट्वीट्स में इनके झूठ को उजागर करते हुए ये भी पूछा कि आखिर कश्मीर किस आधार पर सम्पन्न है, जब राज्य सरकार की अन्य तरीकों से होने वाली कुल कमाई से ज्यादा पैसा केंद्र सरकार की तरफ से आर्थिक मदद के तौर पर मुहैया कराया जाता था। इसके अलावा भी कई मुद्दों पर सोशल मीडिया यूज़र्स ने सिद्धार्थ को घेरते हुए उनकी हिपोक्रिसी के लिए उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई।
यहीं पर सिद्धार्थ सूर्यनारायण का असली चेहरा भी उजागर हुआ। अपने आप को लिबरल कहने वाले सिद्धार्थ सूर्यनारायण अपने पोस्ट पर आलोचना नहीं सह पाये, और उन्होंने अपने ट्वीट का विरोध करने वाले यूजर्स से बेहद ही घटिया भाषा में जवाब दिया –
https://twitter.com/Actor_Siddharth/status/1159499643660558337
https://twitter.com/Actor_Siddharth/status/1159508970320515072
https://twitter.com/Actor_Siddharth/status/1159504835663679488
एक ट्वीट में तो सिद्धार्थ सूर्यनारायण ने पुलवामा हमले के जिम्मेदार बॉम्बर आदिल अहमद डार की भाषा का उपयोग करते हुए एक यूज़र को गौमूत्र पीने की सलाह दी। इतना ही नहीं, एक यूज़र से सिद्धार्थ ने अभद्र भाषा में बात की, क्योंकि उसने उनके ट्वीट का मज़ाक उड़ाया, और अपनी ट्विटर प्रोफ़ाइल पर मैन वरसेज़ वाइल्ड के पीएम मोदी संबंधी एपिसोड का पिक्चर लगाया हुआ था। अब इसे हिप्पोक्रेसी न कहें तो किसे कहें?
हालांकि, ये पहला अवसर नहीं है जब सिद्धार्थ सूर्यनारायण ने लाईमलाइट में बने रहने के लिए ऐसे ओछे ट्वीट्स का उपयोग किया हो। हाल ही में जब आईसीसी विश्व कप में इंग्लैंड से मुक़ाबले के दौरान जब भारत ने नारंगी रंग की जर्सी पहनी थी, तो सिद्धार्थ ने भारतीय टीम और पेट्रोल पंप कर्मियों, दोनों का ही बेहद भद्दा मज़ाक उड़ाते हुए एक शेयर किया था।
https://twitter.com/Actor_Siddharth/status/1159508970320515072
सच पूछें तो सिद्धार्थ सूर्यनारायण बाकी लेफ्ट लिबरल हस्तियों की तरह ही अटेंशन के भूखे हैं। उन्हें फिलहाल बॉलीवुड से कोई काम नहीं मिल रहा है, इसलिए ये लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए पीएम मोदी को निशाने पर ले रहे हैं। तो अब आप खुद बताइए इनके इस ट्वीट को देखकर कि क्या इन्हें ‘हिपोक्रिसी क्लब’ का हिस्सा नहीं होना चाहिए?