दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज यानि शुक्रवार को जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व छात्रा और कश्मीरी नेता शेहला राशिद के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। शेहला पर आरोप है कि उसने भारतीय सेना को लेकर झूठी खबर फैलाई है। बता दें कि अनुच्छेद 370 के विशेषाधिकार संबंधी प्रावधान से शायद शेहला कुछ ज़्यादा ही तिलमिलाई हुई थीं, उसी के बाद से वे आए दिन भारतीय सरकार और भारतीय सुरक्षाबलों के विरुद्ध प्रोपगैंडा फैलाने में लगी हुई थीं। हाल ही में शेहला ने अपने ट्विटर पर एक लंबा चौड़ा थ्रेड पोस्ट किया था, जिसमें शेहला ने कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में लोगों को भ्रमित करने का प्रयास किया था। अब इसी को लेकर उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज़ किया गया है।
Some of the things that people coming from Kashmir say about the situation:
1) Movement within Srinagar and to neighbouring districts is more or less permitted. Local press is restricted.
2) Cooking gas shortage has started to set in. Gas agencies are closed.
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) August 18, 2019
अपने थ्रेड (ट्वीट) के जरिये शेहला राशिद ने ये झूठ फैलाने का प्रयास किया था कि कैसे कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं की किल्लत पड़नी शुरू हो चुकी है, और स्थानीय जनता और प्रेस को भारतीय सुरक्षा बल द्वारा दबाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। यही नहीं, शेहला ने यह अफवाह भी फैलाई थी कि सीआरपीएफ़ और भारतीय सेना के जवानों ने स्थानीय पुलिस को शक्तिहीन कर दिया है। शेहला के एक ट्वीट किया था जिसके अनुसार, ‘लोग कह रहे हैं कि जम्मू कश्मीर पुलिस के पास क्षेत्र के कानून – व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है और सब केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों के हाथों में है। एक SHO को एक CRPF कर्मी की शिकायत पर स्थानांतरित कर दिया गया है। SHO के पास केवल लाठियाँ हैं, और उनके पास कोई सर्विस रिवॉल्वर नहीं दिख रही हैं’।
Indian Army: Allegations levelled by Shehla Rashid are baseless and rejected. Such unverified & fake news are spread by inimical elements and organisations to incite unsuspecting population. pic.twitter.com/m6CPzSXZmJ
— ANI (@ANI) August 18, 2019
परंतु हद तो तब हो गयी, जब शेहला राशिद ने अपना थ्रेड खत्म करते हुए ये आरोप लगाया कि ‘सुरक्षाबल रात में घर में घुसते हैं और लड़कों को उठाकर ले जाते हैं, घरों पर हमला करते हैं, जानबूझकर ज़मीन पर राशन गिरा देते हैं, और साथ ही साथ चावल में तेल मिला देते हैं! यही नहीं, अभी शोपियां में 4 आदमियों को एक आर्मी कैम्प बुलाया गया और उन्हें सवाल जवाब पूछने के नाम पर खूब यातनाएँ दी गयीं। उनके पास एक माइक भी रखा गया था जिससे उनकी चीखें आसपास के क्षेत्रों के लोगों को सुनाई दे। इससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल फैल गया था’।
हालांकि, भारतीय सेना ने इसका जोरदार जवाब दिया था। भारतीय सेना ने शेहला के प्रोपगैंडा का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा था, ‘शेहला राशिद द्वारा लगाए गए आरोप तर्कहीन और आधारहीन ऐसी असत्यापित और फर्जी खबरें असामाजिक तत्वों और संगठनों द्वारा फैलाई जाती हैं जिसका मुख्य उद्देश्य आम जनता को भड़काना है’। इसके बाद उनपर एफ़आईआर भी दर्ज़ करवाई गई थी। अब शेहला के खिलाफ देशद्रोह के तहत केस दर्ज़ करवाया गया है तो ऐसे में देश के खिलाफ काम करने वाली ताकतों के हौसलों में कमी आने की उम्मीद है। शेहला पहले भी ऐसे ही भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ाती आई हैं, हालांकि हर बार वे कानून के चंगुल से बच जाती थीं, लेकिन अब उनपर जब देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज़ हुआ है और दिल्ली पुलिस उनसे पूछताछ भी करेगी तो अबकी बार उन्हें जिंदगी भर के लिए सबक मिलने का अनुमान है।