लगता है एनडीटीवी के पत्रकार पल्लव बागला का इन दिनों खराब समय चल रहा है। अभी इसरो के एक वैज्ञानिक से बदतमीजी का इनका मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि एक बार फिर से वे विवादों के घेरे में आ गए हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स की मानें तो पल्लव बाग्ला ने इसरो से जुड़े कुछ अहम फोटो गेट्टी ईमेजेज़ के साथ अनाधिकारिक रूप से शेयर किया है।
परंतु मामला क्या है? दरअसल पल्लव बाग्ला ने चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर से संपर्क टूटने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिस तरह से इसरो के एक वैज्ञानिक के साथ बदतमीजी की थी, उस पर उनकी और एनडीटीवी की सोशल मीडिया पर चौतरफा आलोचना हुई थी –
PATHETIC Low Level of Journalism of @ndtv
NDTV Journo Pallava Bagla waa CLUELESS while questioning ISRO Chief K Sivan. THEN see his Attitude & Tone -SHOUTING & Insulting #ISRO Scientist who was briefing the Press 😡#Chandrayaan2 #ProudIndian #ProudOfISRO #PallavBagla #NDTV pic.twitter.com/mzzU103eVh
— Rosy (@rose_k01) September 7, 2019
The journo #PallavBagla should be immediately sacked and should apologise to #ISRO for his insane behaviour.
What won Indian hearts was the innocent smile & mature behaviour of the #ISRO scientist when he faced misbehaviour by the journo. This is what makes #ISRO special.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) September 7, 2019
उनके बचाव में एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय ने यह ट्वीट पोस्ट किया –
I agree. It’s absolutely sick. Yes, Pallava made a mistake, a terrible rude mistake and NDTV has said so. Pallava has apologised – sincerely. He has apologised to NDTV too. That’s it. Pallava has done more for ISRO & India’s science than all the ghastly trolls put together. https://t.co/gr1QkVtZxt
— Prannoy Roy (@PrannoyRoyNDTV) September 7, 2019
इस ट्वीट के अनुसार उन्होंने इस मुद्दे पर एनडीटीवी की पत्रकार निधि राज़दान के बयान का समर्थन करते हुये कहा, “ मैं [निधि] से सहमत हूँ। ये निस्संदेह काफी निंदनीय है। हाँ, पल्लव ने बहुत बड़ी गलती की है, और एनडीटीवी ने इसे स्वीकार भी लिया है। पल्लव ने विनम्रतापूर्वक माफी भी मांग ली है, और उन्होंने एनडीटीवी से भी माफी मांग ली है। इसरो वैज्ञानिक पर अभद्रतापूर्वक चिल्लाने वाले पल्लव ने अपने सभी आलोचकों से ज्यादा इसरो और विज्ञान के लिए कार्य किया है।‘
बस फिर क्या था, सोशल मीडिया पर कुछ खोजी यूज़र्स ने इंटरनेट पर जांच पड़ताल शुरू कर दिया और पता चला कि पल्लव बागला ने एक बड़ा काला बजारी किया है। बागला पर लोगों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अवैध रूप से गेट्टी इमेजेज को इसरो की सिक्रेट फोटोज बेची है।
गौर करने वाली बात तो यह है कि पल्लव 2007 से ही एनडीटीवी के विज्ञान एडिटर हैं और उन्होंने भारत के स्पेस मिशन से जुड़े कई अहम प्रोजेक्ट्स की रिपोर्टिंग भी की है। सोशल मीडिया यूज़र्स की मानें तो इन फोटोज़ को शेयर करके वे लाखों रूपए कमाए हैं। कहा जा रहा है कि हर फोटोज की कीमत करीब 26 हजार रूपए थी।
So @PrannoyRoyNDTV was talking about this contribution of @pallavabagla to #ISRO.
He is taking photos of ISRO scientists & their workplaces and sells these Images for thousands of rupees. This is very serious issue for @ISRO.#NDTVWithPakistanhttps://t.co/B8hLIkV3qz pic.twitter.com/J9mThs0GvM
— प्रशान्त पटेल उमराव (@ippatel) September 8, 2019
Dear @PrannoyRoyNDTV is this how @pallavabagla helping ISRO? Using their personal images to make money? Request @MIB_India to take strict action against him, Immediately revoke his access from entering any government office. https://t.co/zuVvcG6pPQ
— Bhaiyyaji (@bhaiyyajispeaks) September 8, 2019
हालांकि इन सभी आरोपों पर पल्लव ने अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है। इसके ठीक उलट जब इसरो के वैज्ञानिक के साथ उन्होंने बदतमीजी की थी तो उन्होने तुरंत माफी मांग ली थी। अगर उन्होंने इसरो से अनुमति लेकर ये फोटोज गेटी को बेची हैं तो अभी तक चुप्पी क्यों साधे हैं? सोशल मीडिया पर लगाए जा रहे आरोपों पर एनडीटीवी ने भी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे साफ जाहिर होता है कि जरूर कुछ दाल में काला है। अगर बागला ने इसरो की अनुमति के बिना इस प्रकार की गलती की है तो यह ऑफ़िशियल सीक्रेट्स एक्ट के अंतर्गत अपराध माना जाएगा।
हालांकि एनडीटीवी के इतिहास को देखते हुये ये कोई नई बात नहीं है। कारगिल युद्ध में सैनिकों का जीवन खतरे में डालना रहा हो, या फिर पठानकोट में सुरक्षाबलों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक करनी हो, एनडीटीवी ने कई अवसरों पर राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के क़ानून के साथ पत्रकारिता के नाम पर खिलवाड़ किया है। ऐसे में यदि पल्लव बाग्ला ने इसरो की संवेदनशील फोटोज गेटी को अवैध रूप से बेचा है तो सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही बिना किसी जांच पड़ताल के फोटो खरीदने के लिए गेटी इमेजेज पर भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।