ब्राज़ील के हाल ही में लिए गए इस फैसले ने बता दिया कि भारत भी किसी वैश्विक महाशक्ति से कम नहीं

ब्राज़ील

PC: Zawya

वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते कद का एक और उदाहरण देखने को मिला है। दरअसल, ब्राज़ील सरकार ने अब यह घोषणा की है कि भारत से आने वाले पर्यटकों और व्यापारियों को ब्राज़ील में प्रवेश के लिए अब किसी प्रकार के वीज़ा की ज़रूरत नहीं होगी। ब्राज़ील ने भारत के साथ ही चीन के लिए भी इसी प्रकार की घोषणा की है। आज के समय में जहां सभी देश अपनी प्रवासी नीति को और कड़ा करने में लगे हैं, वहां ब्राज़ील का भारतीयों के लिए वीज़ा फ्री एंट्री का ऐलान दर्शाता है कि पूरे विश्व में भारत के साथ-साथ भारतीयों का कद भी बढ़ा है।

बता दें कि ब्राज़ील केवल विकसित देशों को ही अभी तक यह सुविधा प्रदान करता था। वीज़ा फ्री एंट्री वाले देशों की सूची में अब तक सिर्फ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और कनाडा जैसे देशों के नाम शामिल थे। हालांकि, पहली बार इस सूची में भारत और चीन जैसे विकासशील देशों को भी शामिल किया जा रहा है। आमतौर पर सभी देश वीज़ा फ्री एंट्री जैसी सुविधा केवल विकसित देशों को ही देते हैं ताकि उस देश के कारण उनके देश में घुसपैठ संबधित समस्या उत्पन्न ना हो सके। गौर किया जाये तो किसी भी कमजोर अर्थव्यवस्था वाले देश को कोई देश वीज़ा फ्री एंट्री जैसी सुविधा प्रदान नहीं करता है, क्योंकि फिर उस देश से बड़ी संख्या में लोग रोजगार की तलाश में दूसरे देश में जाने लगते हैं। ऐसे में ब्राज़ील ने भारतीय नागरिकों के लिए यह सुविधा प्रदान कर भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपना विश्वास जताया है।

हालांकि, ब्राज़ील सरकार के इस निर्णय के कई आर्थिक पहलू भी हैं। भारत और चीन से हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक विदेशों में घूमने जाते हैं।

पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2017 में भारत से लगभग 2 करोड़ 40 लाख लोगों ने विदेशों की यात्रा की। इसके अलावा भारतीय नागरिक विदेशों में जाकर भारी मात्रा में पैसा भी खर्च कर रहे हैं।

आंकड़ों के अनुसार भारतीयों द्वारा विदेशों में खर्च किए जाने वाले पैसे में भारी मात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। वित्तीय वर्ष 2018 के पहले 10 महीनों में ही भारतीयों ने विदेशों में 8.17 बिलियन यूएस डॉलर खर्च कर दिये जबकि पूरे वर्ष 2017 में भारतीयों ने सिर्फ 4.6 बिलियन डॉलर खर्च किए थे। वर्ष 2018 में अकेले अक्टूबर महीने में भारतीयों ने लगभग 1200 मिलियन डॉलर विदेशों में खर्च कर एक नया रिकॉर्ड बना डाला था।

यही कारण है कि ब्राज़ील सरकार अब अपनी अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पर्यटन का सहारा लेना चाहती है। बता दें कि अभी ब्राज़ील में दक्षिणपंथी नेता जेयर बोलसोनारो की सरकार है जो देश की अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए ही चुनाव जीतकर आए थे और उन्होंने भारी अंतर से चुनाव जीता था। पिछले हफ्ते ही ब्राज़ील की संसद ने देश के पेंशन सिस्टम में बड़े बदलाव करने वाले एक बिल को पारित किया है। माना जाता है कि ब्राज़ील की खराब अर्थव्यवस्था में ब्राज़ील की खराब पेंशन स्कीम का बड़ा हाथ है। ब्राज़ील सरकार अपनी पेंशन स्कीम के तहत निजी सेक्टर में काम करने वाले नौकरीपेशा लोगों को भी पेंशन देती है। अब सरकार ने इस स्कीम का फायदा उठाने की आयु सीमा को बढ़ाकर पुरुषों के लिए 65 वर्ष कर दिया है, जबकि महिलाओं के लिए इस सीमा को 62 वर्ष कर दिया है। ब्राज़ील सरकार अब इन्हीं आर्थिक सुधारों के तहत भारत और चीन से बड़े पैमाने पर यात्रियों को आकर्षित करना चाहती है, जिसके लिए उसने भारतीय पर्यटकों और उद्योगपतियों को बिना वीज़ा के एंट्री देने का फैसला लिया है। ब्राज़ील और भारत BRICS समूह के सदस्य देश हैं, ऐसे में ब्राज़ील सरकार के इस फैसले से दोनों देशों के रिश्तों में और मधुरता देखने को मिल सकती है।

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