TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जब लिबरलों ने हिंदुत्व पर हमला किया तो अमिताभ मौन थे, अब ‘हिंदू नहीं हूं’ भी घोषित कर दिया

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
6 October 2019
in चलचित्र
अमिताभ बच्चन
Share on FacebookShare on X

“डॉन को पकडना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है”

“रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह”

“तुम लोग मुझे ढूंढ रहे हो और मैं तुम्हारा यहां इंतजार कर रहा हूं’’।

ये डायलॉग तो सुना ही होगा आप लोगों ने!! ये केवल संवाद ही नहीं है; ये ऐसे क्षण हैं जो बॉलीवुड के मधुर कोलाहल को परिभाषित करते हैं। साथ ही इन समय से परे संवादों में एक गहरी और भारी आवाज भी सामान्य है। और वो आवाज़ है महानायक अमिताभ बच्चन की। अमिताभ बच्चन ने भारत के सिनेमा में पारंपरिक नायक और उसकी नायकी को उस जमाने में चुनौती दी जिसमें सिनेमा जगत एक बदलाव को ढूंढ रहा था।

वह एक औसत भारतीय पुरुष से लंबे थे। उनके पास थी उनकी अपरंपरागत शैली और एक ऐसी आवाज जिसे कठोरता के कारण ऑल इंडिया रेडियो द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था। फिर भी अमिताभ बच्चन भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े महानायक बने और विश्व में भारतीय सिनेमा के ब्रांड एंबेसडर बन गए।

संबंधितपोस्ट

क्या वाकई में संत थीं मदर टेरेसा? जानें पूरी सच्चाई

बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में आईं तसलीमा नसरीन, कहा, अपनी ही धरती पर अल्पसंख्यक बन गए मूल निवासी

‘सबसे वैज्ञानिक, सबसे बेहतर और सबसे कट्टर’: धर्म को लेकर 8 सवालों के ChatGPT, DeepSeek, Grok, और Meta AI ने क्या जवाब दिए ?

और लोड करें

अमिताभ बच्चन को उनके उल्लेखनीय अभिनय करियर के लिए दुनिया भर में सराहा जाता है और अब वह प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्राप्त करने वाले हैं। हालांकि हाल ही में उन्होंने अपने प्रशंसकों को एक चौंकाने वाले और निराशाजनक बयान से अचंभित कर दिया। एक अभिनेता और एक प्रभावशाली सार्वजनिक शख्सियत के लिए अमिताभ बच्चन का अपनी सांस्कृतिक और विरासत से अपने आप को अलग दिखाना कई लोगों के लिए एक झटका था।

समाजशास्त्री बिंदेश्वर पाठक के साथ बातचीत के दौरान, अमिताभ बच्चन ने कथित तौर पर कहा कि उनका उपनाम ‘बच्चन’ किसी धर्म से नहीं है क्योंकि उनके पिता (हरिवंश राय बच्चन) इसके खिलाफ थे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि जब जनगणना के अधिकारी उनके धर्म के बारे में पूछताछ करते हैं, तो वह हमेशा जवाब देते हैं कि वह किसी धर्म के नहीं हैं, बल्कि खुद को एक भारतीय के रूप में पहचानते हैं।

हालांकि अमिताभ बच्चन और उनका परिवार सभी हिंदू रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करता है, तथा धार्मिक उत्सव भी मनाता है, फिर भी उन्हें अपने आप को गर्व से हिंदू कहने में शर्म का अनुभव हो रहा है।

अपने आप को अपनी परम्पराओं और विरासत से अलग दिखाना और अपने धर्म का बहिष्कार करने का यह लक्षण विशेष रूप से प्रभावशाली हिंदुओं में अधिक है, जो किसी भी तरह से अपनी धार्मिक मान्यताओं को प्रकट करने में झिझकते हैं।

उन्हें ऐसा लगता है की “विशेष रूप से बेरोजगार समूह” या लेफ्ट लिबरल्स द्वारा ‘सांप्रदायिक’ या ‘संघी’ घोषित कर दिए जाएंगे। इसके विपरीत अगर हम दूसरे समुदाय जैसे मुस्लिम, ईसाई और सिख जैसे अन्य धर्मों के अनुयायियों पर नज़र डालें तो यह देखेंगे कि वे अपने धार्मिक मान्यताओं को मनाने से नहीं झिझकते, और यहां तक ​​कि उनके द्वारा लिखी या कही हुई बातों से उनका धर्म और संस्कृति की झलक मिल जाएगी। वह अपने धर्म का प्रचार प्रसार करने से भी नहीं कतराते।

कांग्रेस में राजनीति करने के बाद के वर्षों में निष्पक्षता” अमिताभ बच्चन की पहचान रही है। बता दें कि अमिताभ बच्चन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेहद करीबी दोस्त थे। उनके दोस्त होने के नाते, अमिताभ बच्चन का नाम बोफोर्स घोटाले में कथित रूप से लाभ प्राप्त करने के लिए सामने आया था। हालांकि निर्दोष साबित होने पर, इस घटना का बिग बी के जीवन पर स्थायी प्रभाव पड़ा। न सिर्फ उनके करियर, बल्कि एक पूरे जीवन और उनकी प्रतिष्ठा पर भी प्रभाव पड़ा। तब से अमिताभ बच्चन व्यापक रूप से अराजनैतिक बने हुए हैं। अपने उसी चर्चित डायलॉग की तरह जिसमें वे कहते हैं, “ दुध से जला, छाँछ भी फूँक-फूँक कर पीता है!”

अगर सही मायने में देखें तो यह स्पष्ट नज़र आता है कि बॉलीवुड लिबरल या उदार है। इसकी वजह चाहे बदनामी हो या बॉलीवुड का पश्चिम से अत्यंत प्रेम।   जब जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे, तब कई बॉलीवुड के लिबरल या उदारवादी सामने आए थे, जिन्होंने जेएनयू के इस “देश विरोधी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का समर्थन किया था, लेकिन उस समय भी अमिताभ बच्चन चुपचाप रहे।

जब बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले लेखकों और कलाकारों ने सरकार के खिलाफ हथियार उठाया, तब भी अमिताभ बच्चन आँखों पर पर्दा डाले खड़े रहे। जब मुंबई बम धमाके के आरोपी ‘याकूब मेमन’ और बॉलीवुड के उदारवादियों ने आधी रात को सुनवाई का पूरा समर्थन किया, तब भी अमिताभ अपने हृदय की विदारक चीख को अनुसना कर दिया। जब बॉलीवुड में हिंदू विरोधी फिल्में आईं, तब भी उन्होंने चुप रहना उचित समझा। जब बॉलीवुड ने भारतीय इतिहास को भयावह तरीके से विकृत किया तब भी उन्होंने चुप रहना उचित समझा।

जब समाजवादी पार्टी के स्तम्भ ‘आज़म खान’ ने मशहूर जयाप्रदा के ‘अंडरगारमेंट्स’ के बारे में टिप्पणी की थी तब भी इस महानायक के तरफ से किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं आई थी। जया प्रदा और अमिताभ बच्चन ने एक साथ 10 फिल्में की हैं। और अमिताभ की पत्नी जया बच्चन उसी पार्टी (सपा) से राज्यसभा सांसद भी हैं। लेकिन पर्दे पर प्रखर और सार्वजनिक जीवन में करोड़ो समर्थक वाले अमिताभ बच्चन अपने आप को इन सामाजिक मुद्दों पर चुप रखना ही उचित समझे।

बेशक, अधिकांश मामलों में उनका कोई लेना देना नहीं था, लेकिन करोड़ों भारतीयों के लिए भारतीय सिनेमा का प्रतिनिधित्व करने वाले महानायक के रूप में, वह अपने विचार को प्रकट कर सकते थे।

लेकिन जैसे ही किसी ने उनके धर्म के बारे में पूछा तो अमिताभ बच्चन ने तुरंत घोषणा कर दी कि वह ‘हिंदू नहीं हैं’।

आज कल अपने आप को ‘भारतीय’ कह कर अपने धर्म और संस्कृति से पीछा छुड़ाने का अच्छा बहाना मिल गया है। इससे यह भी सपष्ट होता है कि बिग बी safe गेम खेलना चाहते हैं और सभी हिंदू विरोधी ताकतों के निशाने पर नहीं आना चाहते हैं। बेशक, हम सभी पहले ‘भारतीय’ हैं। यह तो सामान्य ज्ञान है। लेकिन एक भारतीय के अलावा अपने सभी पहचानों पर पर्दा डाल अमिताभ बच्चन ने निश्चित रूप सेक्युलरिजम का चोला पहनने की कोशिश की है। लेकिन हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि आज जो हालत हमारी विरासत और संस्कृति की हो चुकी है और आज का युवा अपनी जड़ों से ही कट चुका है, इसका एक मात्र कारण सेक्युलरिजम का चोला ही है। ‘भारतीय’ होना’ हमारी अग्रणी पहचान है, लेकिन भारतीय होना हमारी एकमात्र पहचान बताकर हम किसे मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं? तथ्य यह है, कि भारतीय होना अपने आप में कई पहचानों का एक समूह है। और इनमें से, सबसे महत्वपूर्ण है धार्मिक पहचान, जिसे अमिताभ बच्चन ने अपनाने से इनकार कर दिया है। बिग बी के कद के व्यक्ति को अपनी हिंदू पहचान को स्वीकार करने में हिचकिचाहट देखना निराशाजनक है।

तटस्थता का खेल अक्सर खतरनाक होता है, वही भी खासकर डिजिटल युग में। तटस्थता अवश्य ही व्यक्ति को ‘सुरक्षित’ पक्ष में रखती है। एक तरफ यह एक पक्ष से नापसंद होने से बचाती है तो वहीं दूसरे पक्ष से यह दूर भी कर देती है। आप ही यह सोच कर देखिये कि आज के इस opinionated दुनिया में क्या कोई थोड़ा भी ‘तटस्थ’ या neutral  हो सकता है?

सभी मुद्दे पर लोगों की एक राय है। सवाल यहाँ यह कि क्या कोई अपनी राय सभी के साथ साझा करता है या नहीं? अमिताभ बच्चन को अपनी पसंद और चुनाव का अधिकार है, और हो सकता है कि उन्होंने खुद को तटस्थ बनाने की कोशिश करने और चित्रित करने का फैसला कर लिया हो, लेकिन हम उनके देश-दुनिया में प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण शायद उनसे अधिक उम्मीद करते हैं। यह कहना कि किसी का कोई धर्म नहीं होता, जबकि उसके साथ पूरी तरह से जुड़ा हुआ है यह करोड़ो प्रसंशकों के विश्वास के साथ पूरी तरह अन्याय है।

हिंदू होना कोई अपराध नहीं है। जैसा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था: “गर्व से कहो, हम हिंदू हैं!”।

Tags: अमिताभ बच्चनधर्मबॉलीवुडसेक्यूलरिज्महिंदू
शेयर288ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कांग्रेस द्वारा 87 वर्षीय मनमोहन को स्टार प्रचारक बनाना अपराध से कम नहीं, उन्हें आराम करने देना चाहिए

अगली पोस्ट

आक्रामक, निडर और मुखर- भारत के वर्तमान रक्षामंत्री के लिए राजनाथ सिंह राइट फिट हैं

संबंधित पोस्ट

स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार
चलचित्र

स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

9 August 2025

स्मृति ईरानी एक बार फिर छोटे पर्दे पर नजर आ रही हैं, और इस बार चर्चा सिर्फ नॉस्टैल्जिया तक सीमित नहीं है। ‘क्योंकि सास भी...

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”
चलचित्र

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

26 July 2025

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को फिल्म "उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर" की रिलीज़ पर लगी रोक को बढ़ाने से इनकार कर दिया। इससे अब...

जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?
चलचित्र

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

8 July 2025

राजस्थान के उदयपुर जिले के बहुचर्चित कन्हैयालाल मर्डर केस पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ (Udaipur Files) को लेकर शुरू हुआ विवाद अब थमने का नाम...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited