पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही अपने ट्वीट्स और बयानों के जरिए अपने गिरते स्तर का प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी हाल ही में उन्होंने ट्विटर पर फिर से जहर उगला-
I understand the anguish of the Kashmiris in AJK seeing their fellow Kashmiris in IOJK under an inhumane curfew for over 2 months. But any one crossing the LoC from AJK to provide humanitarian aid or support for Kashmiri struggle will play into the hands of the Indian narrative –
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 5, 2019
इस ट्वीट में वे कहते हैं, “मैं आज़ाद कश्मीर के निवासियों का दर्द समझ सकता हूँ, जो 2 महीने से अमानवीय कर्फ़्यू में फंसे हुये हैं। भारत अधिकृत कश्मीर के निवासियों की हालत देखकर हम असहाय हैं। पर कोई भी व्यक्ति जो एलओसी पार कर कश्मीरी लड़ाई में सहयोग देने जा रहा है, वो केवल भारतीय नैरेटिव को बढ़ावा दे रहा है, वो नैरेटिव जो भारत के बर्बर शासन के विरुद्ध कश्मीरियों की बगावत को पाक प्रायोजित इस्लामिक आतंकवाद का नाम देना चाहता है। ये भारत को कश्मीरियों के विरुद्ध और बर्बरता करने के लिए एक नया बहाना देगा और एलओसी के पार हमले करने के लिए प्रेरित भी करेगा।
जी हाँ, आपने ठीक ही सुना है। हमारे पड़ोसी देश के वज़ीर-ए-आजम ने कहा है कि उनके आतंकवादी बेकसूर और शोषित नागरिक हैं जो कश्मीरियों के लिए मानवीय सहायता खोजने का काम कर रहे हैं। इस एक ट्वीट से इमरान खान ने दो शिकार किए – एक तो उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को अप्रत्यक्ष रूप से एक बार फिर स्वीकार किया, और दूसरा कि उन्होंने एक ही झटके में पाक अधिकृत कश्मीर के नागरिकों को गैर घोषित कर दिया।
भारत के लिए इमरान खान नियाज़ी के प्रधानमंत्री होने के कई फ़ायदे हैं, क्योंकि वे पाकिस्तान की नाक कटवाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। अभी एक तरह से पाकिस्तान में हार्वेस्ट सीज़न चल रहा है, क्योंकि सर्दी आने से पहले ही पाकिस्तान ज़्यादा से ज़्यादा आतंकी भारत भेजना चाहता है। इस बार घुसपैठ के प्रयास सभी सीमाएं लांघ चुके हैं। ऐसे में इमरान खान को लगा की उनका यह ट्वीट उन्हें कवर देगा, परंतु यहाँ भी वे बुरी तरह फ्लॉप सिद्ध हुये। इस ट्वीट से इमरान खान ने एक अहम मुद्दे पर जाने अंजाने में प्रकाश डाला है।
हाल ही में भारतीय सेना ने अगस्त के पहले हफ्ते में पाकिस्तानी बार्डर एक्शन टीम यानि BAT के लड़ाकों को घुसपैठ करने से रोका था। बाद में रिलीज़ हुई वीडियो में पांचों मृत BAT के लड़ाकों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। भारत के इंटेलिजेंस एजेंसियों के अनुसार पाकिस्तान ने लगभग 60 अफ़गानी आतंकियों को नियुक्त किया है जो सीमा पार कर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देंगे। इन आतंकियों को अफ़ग़ानिस्तान में प्रशिक्षित पाकिस्तानी सेना द्वारा पाकिस्तान के खैबर पख्तूङ्ख्वा क्षेत्र में लाया गया है। इनपुट्स के अनुसार इन आतंकियों को पीओके में स्थित आतंकी लॉंचपैड ले जाया जाएगा जहां से इन्हे भारत में घुसपैठ करने के प्रयास किए जाएँगे। जब से अनुच्छेद 370 कश्मीर से हटाया गया है, तब से घुसपैठ के प्रयास काफी बढ़ चुके हैं, जिसके कारण जम्मू-कश्मीर में स्थित एयरबेस पर भारतीय वायुसेना को ऑरेंज अलर्ट जारी करना पड़ा है।
स्वयं राष्ट्रीय सुरक्षा सलहकार अजीत डोभाल ने यह खुलासा किया कि पाकिस्तान ने भारत में घुसपैठ हेतु 230 आतंकी तैयार किए हैं, जिनमें से कई सीमा पार कर भारत के विरुद्ध अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने के लिए तैयार हैं। ऐसे में इमरान खान का वर्तमान ट्वीट एफ़एटीएफ़ द्वारा ब्लैकलिस्ट होने से बचने के लिए एक अंतिम दांव समान है। पर इमरान मियां, जब बोये पेड़ बबूल के, तो आम कहाँ से होय?