RJD के गुंडे आज बिहार को जला रहे हैं, उधर नितीश और उनकी पुलिस घोड़े बेचकर सोए हुए हैं

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CAA कानून के विरुद्ध जहां एक तरफ देश के कई इलाकों में हिंसक विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं, तो वहीं बिहार में अब RJD ने भी आज बंद का ऐलान किया है, जहां से भी ऐसे ही हिंसक विरोध प्रदर्शन होने की खबरें आ रही हैं। दरअसल, इससे पहले RJD नेता तेजस्वी यादव ने 21 दिसंबर को बिहार बंद बुलाया था। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था ‘लोकतंत्र में कोई भी राजनीतिक पार्टी हो या आम लोग, विरोध करने का सबको अधिकार है। अब ये प्रशासन और शासन में बैठे लोगों को तय करना है कि वो कैसे मैनेज करें’। इसके बाद आज राज्य में कई जगह हिंसा देखने को मिल रही है, तो वहीं कई ट्रेनों को भी रोका गया है। सबसे ज़्यादा दुर्भाग्य की बात तो यह है कि राज्य के सीएम नितीश कुमार का इस हिंसा पर अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है, और वे असहाय मुख्यमंत्री की तरह सब कुछ मौन होकर देख रहे हैं।

नागरिक संशोधन कानून और NRC के विरोध में बुलाए बंद के दौरान भागलपुर में वाहनों में तोड़-फोड़ की गयी है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका विडियो जारी किया है, जिसमें राजद कार्यकर्ता वाहनों पर लाठियां बरसाते हुए दिख रहे हैं। दरभंगा में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने कपड़े उतारकर प्रदर्शन किया। नवादा में बुंदेलखंड थाने पर जमकर पथराव हुआ। इसके अलावा बिहार में बंद के दौरान कई जगहों पर ट्रेनों को भी रोका गया है। आरजेडी कार्यकर्ताओं ने अररिया में एक ट्रेन रोक दी। वहीं, दरभंगा और वैशाली में भी प्रदर्शनकारियों ने सड़क बंद कर दी।

बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए राज्य में कई जगहों पर पुलिस को तैनात किया गया है। हिंसक विरोध प्रदर्शनों से बिहार की राजधानी पटना भी अछूती नहीं है। पटना में RJD कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया और टायर जलाए। वहीं, पटना में विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ की है। VIP के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ दिए और हंगामा किया। इसके अलावा अररिया में आरजेडी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर जोगबनी से कटिहार जा रही एक ट्रेन को रोक दिया।

तेजस्वी यादव लोगों को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उनका मानना है कि बाढ़ में लोगों के दस्तावेज़ बह जाते हैं, जिसके कारण वे NRC प्रक्रिया में अपनी पहचान को साबित नहीं कर पाते हैं। लालू यादव जेल में हैं, जिसके कारण RJD राज्य में अपनी पकड़ खो चुकी है। यही कारण है कि RJD अब दोबारा खबरों में आने के लिए ऐसे कदम उठा रही है, और लोगों की आम जीवनशैली पर नकारात्मक असर डाल रही है। JDU, जिसने संसद में CAA कानून का समर्थन किया था, उसे उत्तर प्रदेश के नक्शेकदम पर चलते हुए इन दंगाइयों पर काबू पाने के लिए सख्त रुख अपनाना चाहिए। इन दंगाइयों में से अधिकतर लोगों को CAA कानून के बारे में कोई समझ नहीं है और ये लोग सिर्फ राज्य का नाम खराब करने के लिए ऐसे दंगों को भड़का रहे हैं।

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