तिरंगे के अपमान के बाद अब शशि थरूर ने भारत का गलत नक्शा किया पोस्ट

शशि थरूर

PC: India.com

शशि थरूर देश में विपक्ष के उन नेताओं में से हैं जिन्हें मोदी समर्थक भी अपना समर्थन देते है। वह बुद्धिजीवी होने के साथ-साथ देश में भी बहुत लोकप्रिय लोकसभा सांसद हैं। उनकी अंग्रेजी और उनकी किताबों के भारत में करोड़ो फैंस हैं। परंतु ऐसा लगता है कि भाजपा विरोध में उन्हें देश की सीमाओं का भी ख्याल नहीं रहा और उन्होंने ट्विटर पर भारत का क्षत-विक्षत मानचित्र शेयर किया जिसमें से कश्मीर और अकसाई चिन नहीं था। यह तो देश का घोर अपमान ही है क्योंकि कुछ ही दिन पहले भारत सरकार ने एक अनुच्छेद 370 हटने के बाद देश का एक नया मानचित्र जारी किया था।

दरअसल, देश में नागरिकता संशोधन कानून पर कई जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और उसी क्रम में शशि थरूर ने भी केरल के कोझिकोड में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का फैसला किया। इसी की जानकारी देने के लिए उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्टर शेयर किया। इस पोस्टर में भारत का एक एक क्षत-विक्षत मानचित्र था जिसमें कश्मीर क्षेत्र और अकसाई चिन का क्षेत्र था ही नहीं। हास्यास्पद बात यह है कि इस विरोध प्रदर्शन का नाम था ‘भारत बचाओअगर शशि थरूर की तरह देश के गलत मानचित्र को पेश कर देश बचाना कहते है तो इसका मतलब जरूर कहीं न कहीं मानसिकता में वही सोच भरी हुई है जो देश विरोधी ताकतों में होती है।

बता दें कि भारत का गलत मानचित्र दिखाना अपराध की श्रेणी में आता है। IPC यानि भारतीय दंड संहिता के धारा 121 के अंतर्गत एक अपराध किया है। साथ ही यह criminal law amendment 1990 के तहत भी इसे अपराध माना गया है और 6 महीने का जेल या जुर्माना या फिर दोनों ही हो सकता है।

 देश का गलत मानचित्र पेश करना देश की अखंडता पर सवाल करना है और यह देश के खिलाफ एक एक्शन है। भारतीय दंड संहिता की धारा-121 में देश के खिलाफ युद्ध करने वालों को सजा दी जाती है।

इसके बाद कई यूजर ने शशि थरूर इस ट्वीट के लिए टोका और फिर बाद में उन्होंने इसे डिलीट कर दिया लेकिन सोशल मीडिया के दौर में कुछ भी डिलीट करने से डिलीट नहीं होता और सभी उसका स्क्रीनशॉट लेकर रखते है।

 

एक यूजर ने तो LOC पर सेना की कार्रवाई से शशि थरूर के इस ट्वीट को जोड़ते हुए यह तक कह डाला कि ये जो शशि थरूर कश्मीर छोड़ आए हैं, उसे सेना वापस लेने पहुंच चुकी है।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब शशि थरूर ने इस तरह से भारत के मानचित्र का अपमान किया हो। इससे पहले सितंबर में, उन्होंने भारत के भाषाई विविधता को दिखाने वाला भारत का एक मानचित्र पोस्ट किया था, लेकिन उस मानचित्र में भी जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्सों और लद्दाख को भारतीय मानचित्र से बाहर दिखाया गया था।

इस ट्वीट के लिए भी उनकी खूब लताड़ लगाई गई थी।

एक यूजर ने तो कांग्रेस नेताओं की मानसिकता को बताते हुए लिखा कि इस तरह से गलत मानचित्र बार-बार दिखाना कांग्रेस की कायरता का सकारात्मक प्रतीक बन गया है।

इससे भी पहले शशि थरूर भारतीय ध्वज का अपमान भी कर चुके हैं। शशि थरूर ने जुलाई में एक पोस्ट शेयर किया था जिसमें वे निष्कासित IPS अफसर की पत्नी से बातचित कर रहे हैं और उनके टेबल पर भारत का ध्वज रखा हुआ था। उस तिरंगे के रंगों का क्रम आधिकारिक क्रम के ठीक उल्टा था। यानि केसरिया रंग की बजाए हरा रंग सबसे ऊपर था, और हरे की बजाए केसरिया रंग सबसे उपर था। भारतीय ध्वज के ऐसे अपमान पर अधिकांश सोशल मीडिया यूजर्स चुप न रह सके थे सभी ने शशि थरूर को जमकर लताड़ा था।

जब टुकड़े-टुकड़े गैंग के नारों के कारण देश भर में विवाद उत्पन्न हुआ था, तब शशि थरूर ने मुख्य अभियुक्त कन्हैया कुमार की तुलना अमर हुतात्मा भगत सिंह से करने का दुस्साहस किया था। अभी हाल ही में इन्होंने सदन में नक्सल समर्थक अधिवक्ता सुधा भारद्वाज के पक्ष में भी अपनी आवाज़ उठाई थी।

कांग्रेस नेताओं के इस व्यवहार का ही परिणाम है कि वर्षों से जम्मू-कश्मीर विवादित क्षेत्र रहा है और पाकिस्तान जुर्रत करता रहा और कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। अब जब भारत को एकजुट करने की हरसंभव प्रयास किया जा रहा है तब इस तरह से भारत का क्षत-विक्षत मानचित्र को शेयर करना कांग्रेस और शशि थरूर के डीपस्टेट की कहानी बयान करती है जिससे देश को सावधान रहना होगा।

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