‘इंदिरा गाँधी करीम लाला से मिला करती थीं’, राउत के बयान से कांग्रेस पार्टी का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन आया सामने

संजय राउत

राजनीति के खेल भी निराले होते हैं। जब बात तिकड़म भिड़ा कर एक जमाने के विरोधियों के साथ सत्ता में बैठना पड़े तो अपने जबान और एक्शन दोनों पर ही लगाम लगा कर रखना पड़ता है। परंतु शिवसेना और संजय राउत के साथ ऐसा नहीं हो रहा है। संजय राउत रोज ही किसी न किसी विवाद की वजह से चर्चा में रहते हैं। एक नए मामले में एक इंटरव्यू के दौरान शिवसेना नेता राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से मिलने के लिए मुंबई आया करती थीं।

संजय राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दौर का उल्लेख करते हुए कहा कि, “एक दौर था जब दाउद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी मुंबई के पुलिस कमिश्नर तय किया करते थे। इतना ही नहीं, वो यह भी तय करते थे कि सरकार के किस मंत्रालय में कौन बैठेगा। हमने अंडरवर्ल्ड का वो दौर देखा है, लेकिन अब वो यहां सिर्फ चिल्लर हैं।” राउत ने यह भी दावा किया कि हाजी मस्तान के मंत्रालय में आने पर पूरा मंत्रालय उसे देखने के लिए नीचे आता था।

यह बयान उस समय आया है जब दाउद गैंग का सदस्य रहे एजाज लकड़ावाला मुंबई पुलिस की गिरफ्त में हैं और कई बयान दे रहा है। उसने बताया कि भगोड़े अंडरव‌र्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम ने नेपाल के काठमांडू में अपना बड़ा अड्डा बना रखा है। वहीं से वह भारत में नकली नोट भेजता है। नेपाल में पाकिस्तान के दूतावास के खास अधिकारियों के जरिए ही वह अपना धंधा चलाता है।

संजय राउत के इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया। पूरी कांग्रेस पार्टी सकते में आ गई। इसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने बयान दिये और संजय राउत को हिदायत दी। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘बेहतर होगा कि शिवसेना के मिस्टर शायर दूसरों की हल्की-फुल्की शायरी सुनाकर महाराष्ट्र का मनोरंजन करते रहें।’

संजय निरुपम ने आगे लिखा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के खिलाफ दुष्प्रचार करेंगे तो उन्हें पछताना पड़ेगा। कल उन्होंने इंदिरा जी के बारे में जो बयान दिया है वह वापस ले लें।’ मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने भी राउत से बयान वापस लेने की मांग की।

मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट किया, ‘इंदिरा जी सच्ची देशभक्त थीं जिन्होंने देश की सुरक्षा से कभी समझौता नहीं किया। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के रूप में मैं संजय राउत से उनके गलत जानकारी वाले बयान को वापस लेने की मांग करता हूं।’

इसके बाद संजय राउत पर राजनीतिक दबाव बढ़ा तब उन्होंने अपने कदम पीछे खींचना शुरू किया। संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, ‘नेहरू और इंदिरा गांधी के लिए हमेशा से मेरे मन में सम्मान है।’ उन्होंने आगे कहा कि करीम लाला से कई नेताओं की मुलाकात होती थी। संजय राउत ने अपने बयान में कहा, ‘अफगानिस्तान के पठानों के नेता के रूप में नेताओं की उनसे (करीम लाला) मुलाकात होती थी। करीम लाला के दफ्तर में कई नेताओं की तस्वीरें भी थीं। समस्या जानने के लिए करीम लाला से सभी नेता मिलते थे।’

शिवसेना के नेता के इस बयान से भी Damage Control नहीं हुआ और उनके ऊपर राजनीतिक दबाव बढ़ने लगा। इसके बाद आज सुबह संजय राउत को इंदिरा गांधी और करीम लाला के कनेक्शन वाले बयान को वापस लेना पड़ा।

हालांकि, अब जब बात मुंह से निकाल चुकी है तो उसे वापस नहीं लिया जा सकता है और ऐसा लगता है कि कांग्रेस की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इन्दिरा गांधी और करीम लाला के साथ की एक तस्वीर भी सबके सामने आ गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इसका Damage Control कैसे करती है।

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