अभी यूपी में चुनाव होने को 2 साल बाकी हैं, लेकिन लगता है कि अखिलेश यादव ने अभी से ही लाइमलाइट बटोरने की कोशिश शुरू कर दी है, जिसके चक्कर में वे बार-बार विवादित बयान दे रहे हैं। ऐसे में अब उनका एक और बयान सामने आ रहा है जिसमें वे सोशल मीडिया पर उनको ट्रोल करने वालों को धमकी देते नज़र आ रहे हैं।
दरअसल, अखिलेश यादव एक वीडियो में यह कह रहे हैं कि अगर अगली बार उनकी सरकार आती है तो वे सोशल मीडिया पर आए दिन उनके खिलाफ लिखने वाले लोगों पर कार्रवाई करेंगे।
सबसे पहले यह देख लेते हैं कि अखिलेश यादव इस वीडियो में कहते क्या हैं। अखिलेश के अनुसार- “अगर हमारा कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर कुछ खिलाफ भी लिख दे, तो उस पर कार्रवाई हो जाएगी, समाजवादी पर ये कार्रवाई कर रहे हैं। हमने एक ही काम किया है, पिछले ढाई तीन साल से, जिन-जिन भाजपा के कार्यकर्ताओं ने हमारे खिलाफ झूठ बोला, हमें गाली गलौच दी है, भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया, हमने लाइक किया है, सबकी सूची बनाई है। जो ये आज कर रहे हैं, समाजवादी सरकार आने के बाद हम भी interest के साथ उनको यह वापस लौटाएंगे”।
साफ है कि अखिलेश ने उन सभी लोगों को धमकी देने का काम किया है, जो सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना करते हैं। उनकी खबर ली जाएगी, जो आज उनके खिलाफ लिखते हैं। चुनावों से पहले अगर कोई नेता सार्वजनिक रूप से ऐसा कहे, तो इसके मायने आप समझ सकते हैं।
वैसे भी हाल ही में इससे पहले भी एक विवाद को जन्म दे चुके हैं। चंद दिनों पहले ही एक ट्वीट करते वक्त अखिलेश यादव ने एक व्यक्ति के फोन नंबर को सार्वजनिक कर दिया था, जिसके बाद उनके account को बैन करने की मांग उठी थी। दरअसल, तब अखिलेश यादव ने एक वॉट्सऐप का स्क्रीनशॉट शेयर किया था, जिसमें एक शख्स ने उन्हें मैसेज भेजा “भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद, अमित शाह जिंदाबाद, मोदी जी जिंदाबाद, टोटी चोर”।
इसपर ट्वीट करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा था “देश की राजनीति व्यक्तिगत धमकियों से होती हुई सार्वजनिक मंचों पर षड्यंत्रकारियों तक को भेजकर राजनेताओं को बदनाम करने की साजिश के निकृष्टतम दौर से गुजर रही है। लेकिन आज की समझदार जनता सब समझकर सत्ताधारियों के झांसे में नहीं आने वाली बल्कि सत्ता का विरोध करने वालों के साथ खड़ी है।
देश की राजनीति व्यक्तिगत धमकियों से होती हुई सार्वजनिक मंचों पर षड्यंत्रकारियों तक को भेजकर राजनेताओं को बदनाम करने की साज़िश के निकृष्टतम दौर से गुजर रही है. लेकिन आज की समझदार जनता सब समझकर सत्ताधारियों के झाँसे में नहीं आनेवाली बल्कि सत्ता का विरोध करनेवालों के साथ खड़ी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 16, 2020
किसी भी व्यक्ति की निजी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करना अपराध है जिसके बाद कुछ ट्विटर यूजर्स ने अखिलेश यादव के account को बैन करने की उठाई थी।
इसके अलावा इसी वर्ष उनकी एक अन्य वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें अखिलेश यादव एक डॉक्टर को कहते नज़र आ रहे थे “तुम बहुत छोटे कर्मचारी हो, बाहर भाग जाओ यहां से”। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 13 जनवरी को उन मरीजों और उनके परिजनों से मिलने पहुंचे थे, जो एक सप्ताह पहले कन्नौज के छिबरामऊ में एक सड़क हादसे का शिकार हो गए थे।
अखिलेश यादव अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों से मुआवजा राशि देने की बात कर रहे थे, इसी दौरान इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर बीच में बोल पड़े। इससे अखिलेश यादव अपना आपा खो बैठे। अखिलेश यादव ने कहा कि, “तुम मत बोलो, तुम सरकारी आदमी हो। हम जानते हैं क्या होती है सरकार। इसलिए मत बोलो क्योंकि तुम सरकार के आदमी हो। तुम्हें नहीं बोलना चाहिए।” उनकी इस वीडियो के सामने आने के बाद बहुत बड़ा विवाद खड़ा हुआ था।
यूपी में वर्ष 2020 में चुनाव होने वाले हैं, और चुनावों से पहले इस तरह की बयानबाज़ी सामने आने के कारण उनको इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। अखिलेश यादव ने बेशक इसी वर्ष से अपनी चुनावी तैयारी करना शुरू कर दिया हो, लेकिन उनके ऐसे बयान उनके सारे किए कराये पर पानी फेर सकते हैं।