लगता है राज ठाकरे एमएनएस का कायाकल्प कर के ही दम निकालेंगे। एमएनएस द्वारा आयोजित एक समारोह में उन्होंने हुंकार भरी थी कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को वे और उनकी एमएनएस बाहर निकाल फेकेंगे। अब कुछ पोस्टर्स महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित पनवेल में दिखे हैं, जिसमें चेतावनी जारी की गयी है कि अवैध बांग्लादेशी चुपचाप निकल लें वरना उन्हें एमएनएस स्टाइल में बाहर निकाला जाएगा।
एमएनएस नेता बाला नांदगांवकर के कहा, “राज ठाकरे और एमएनएस शुरू से ही पाकिस्तानी और बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से भगाने का समर्थन करती आई है। राज ठाकरे का कहना है कि देश की जनसंख्या पहले ही 135 करोड़ है, अब और कितने लोगों को नागरिकता देंगे? महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पोस्टर जारी करके चेतावनी दी है कि बांग्लादेशी नागरिक भारत छोड़कर चले जाएं, अन्यथा उन्हें एमएनएस के स्टाइल में बाहर कर दिया जाएगा”।
बता दें कि बालासाहेब ठाकरे के जन्मदिवस यानि 23 जनवरी को राज ठाकरे ने अपनी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानि एमएनएस के पुनरुत्थान की घोषणा की। उन्होंने न केवल पार्टी के ध्वज को केसरिया रंग में परिवर्तित किया, अपितु पार्टी के प्रतीक चिन्ह के तौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज के चर्चित राज मुहर को भी शामिल किया। इसके साथ साथ राज ठाकरे ने अपने विचारधारा में बदलाव लाते हुए एमएनएस को हिन्दुत्व समर्थक पार्टी के रूप में पेश किया, और प्रमाण के तौर पर उन्होंने मंच पर छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति और बीआर अंबेडकर, सावित्रीबाई फूले जैसे लोगों की फोटो के साथ क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर की फोटो को भी मंच पर सम्मानजनक स्थान दिया।
राज ठाकरे ने अपने आदर्शों से विमुख होने के लिए शिवसेना को आड़े हाथों लेते हुए बोला, “यदि हिन्दुत्व पर कोई हमला होगा, तो मैं उसकी रक्षा में अपना सर्वस्व अर्पण कर दूँगा। हाँ, मैंने मोदी की आलोचना की है, पर जब वे सही थे, तो मैंने उनका समर्थन भी किया है। मैं उन लोगों का पक्ष कभी नहीं लूँगा जो सत्ता में बने रहने के लिए अपना रंग बदल दे”।
इतना ही नहीं, बांग्लादेशी घुसपैठियों के विषय पर राज ठाकरे बोले, “पाकिस्तान, बांग्लादेश से आए मुस्लिम घुसपैठियों को देश से बाहर करने के लिए केंद्र सरकार का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस देश में आए हुए बांग्लादेशी और पाकिस्तानी मुसलमानों को निकालने की जरूरत है। गृहमंत्री से मांग करेंगे, हम बम पर बैठे हैं। हम बांग्लादेशी और पाकिस्तानी मुसलमानों को देश से बाहर निकालने के लिए 9 फरवरी को मोर्चा निकालेंगे”।
इसी विषय पर राज ठाकरे ने यूएस और यूके का उदाहरण देकर कहा , “मुझसे पूछते हैं कि मोदी की आपने निंदा की है? हां मैंने की है, पर अभिनंदन भी किया है। आज नागरिकता कानून पर जो चल रहा है, ठीक है, बहस हो सकती है. पर कौन, कैसा है? यह पुलिस सब जानती है। ये जो CAA, NRC के खिलाफ मुसलमान रोज मोर्चा निकाल रहे हैं, मुझे बताया गया कि 370 और राम मंदिर का गुस्सा CAA, NRC के बहाने निकाल रहे हैं।
ये लोग कौन हैं? बाहर से आए हुए लोगों का साथ हम क्यों दें? अमेरिका, यूरोप में जाइए,यूट्यूब में देखिए। रेस्टोरेंट और बाकी जगहों पर पुलिस अंदर जाकर पूछती है, पासपोर्ट कहां है? क्योंकि ज्यादातर फेंक देते हैं। उनको दो ही पर्याय दिए जाते हैं, अपने देश वापसी या फिर जेल। अमेरिका और ब्रिटेन के पासपोर्ट धारकों को कई देशों में वीजा नहीं लगता है लेकिन हिंदुस्तान में लगता है. जबकि जो इधर-उधर से आते हैं उनके लिए कुछ नहीं है।”
सच कहें तो जहां महा विकास अघाड़ी के नाम पर शिवसेना अपनी हिन्दुत्व के पहचान को मिटाने के लिए दिन रात प्रयासरत है, तो वहीं राज ठाकरे उसी हिन्दुत्व को अपनी ढाल बनाकर शिवसेना की बची खुची साख को भी उनसे छीनने के लिए कमर कस चुके हैं।