‘मुगलराज वापस आया तो सबसे पहले लिबरलों को फांसी दी जाएगी’ BJP सांसद ने जावेद और Faye को चेताया

फाए डिसूजा, तेजस्वी सूर्या, जावेद अख्तर

भाजपा के सबसे युवा सांसद तेजस्वी सूर्या ने शाहीन बाग में चल रहे प्रोटेस्ट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। सीएए का विरोध करने वालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लोकसभा में तेजस्वी सूर्या ने कहा-

“जो आज दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहा है, वह हमें इस बात का एहसास दिला रहा है कि अगर इस देश का बहुसंख्यक समाज सतर्क नहीं हुआ, देशभक्त भारतीय इसके खिलाफ खड़े नहीं हुए, तो वह दिन दूर नहीं, जब दिल्ली में मुगलों का राज वापस आ जाएगा।”

तेजस्वी सूर्या की टिप्पणी से लेफ्ट लिबरल गैंग में काफी निराशा देखने को मिली। वामपंथियों की चहेती व पत्रकार फाए डिसूजा ने सूर्या की टिप्पणी पर काफी नाराजगी जाहीर की। उन्होंने ट्वीट कर कहा-

”ये लड़का किस स्कूल में पढ़ता था? इसके इतिहास और नागरिक शास्त्र के शिक्षकों को इस बयान की जिम्मेदारी लेकनी चाहिए।”

तेजस्वी सूर्या ने भी फाए डिसूजा को जबरदस्त लताड़ लगाते हुए एक ट्वीट कर कहा-

“मैंने उसी मार्क्सवादी इतिहास का अध्ययन किया है जिसे आप स्कूल में पढ़ी थीं” आपमें और मुझमें सिर्फ इतना अंतर है कि मैं वहीं रूका नहीं और आप वही पढ़कर रूक गईं। मैंने आरसी मजुमदार, सीता राम गोयल और अन्य लोगों द्वारा लिखी इतिहास पढ़ी है जो गांधी परिवार के चाटूकार नहीं थे। मैं आपको सुझाव देना चाहता हूं कि आप भी उन्हें पढ़ें।

वास्तव में 28 वर्षीय सांसद तेजस्वी सूर्या ने मुगलों के काले इतिहास पर सवाल उठाया। उन्होंने अपने ट्वीट से लिबरलों की चहेती फाए डिसूजा को करारा जवाब दिया। उन्होंने अगले ट्वीट में कहा-

“स्वप्रमाणित लिबरल वास्तव में परेशान हैं। मैंने कहा था कि अगर हम सतर्क नहीं हुए तो मुगल राज लौट सकता है। वे अक्सर कहते हैं कि डर का माहौल है और यही लोग कहते हैं कि अकबर तो महान था। जहांगीर और औरंगजेब सेक्युलर थे। आखिर ये डर कैसा है?”

तेजस्वी सूर्या का ट्वीट वास्तव में कुछ प्रख्यात वामपंथी इतिहासकारों और उनके अनुयायियों जैसे फाए डिसूजा पर हमला था। ये वही लोग हैं जो मुगलों को सबसे महान और परोपकारी मानते हैं। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए बताया कि वास्तव में मुगलों ने भारत में किस तरह का शासन किया था।

इसी तरह गीतकार व शायर जावेद अख्तर भी तेजस्वी के बयान से काफी आहत हुए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा-

“अगर आप मुगल राज के लौटने से इतने डरे हुए हैं, तो मैं सोच भी नहीं सकता कि आप अत्तिला हुन या वाइकिंग्स के आक्रमण से कितना डर जाएंगे। चिंता मत कीजिए, हम लिब्रल्स आपको बचा लेंगे।’

अपनी हाजिरजवाबी के लिए जाने जाने वाले सूर्या ने तुरंत जवाब दिया और उन्होंने ट्वीट कर कहा कि- “तेजस्वी सूर्या ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा,

”जावेद जी, भगवान ना करे, लेकिर अगर मुगल राज वापस आता है तो लिबरल्स को सबसे पहले फांसी दिया जाएगा। हालांकि आप बच जाएंगे क्योंकि आप उनके धर्म के ही हैं।”

यही कारण है कि मुगल शासकों के काले इतिहास को जब जब सामने लाया जाता है तो वामपंथी बौखला जाते हैं और यही बौखलाहट फाए और जावेद अख्तर ने अपनी ट्वीट में जाहीर की है। सांसद तेजस्वी सूर्या ने साबित कर दिया है कि वे क्यों युवाओं के पसंदीदा सांसद हैं।

गौरतलब है कि मार्क्सवादी इतिहासकारों ने हमारे देश की स्कूली शिक्षा में काफी हद तक फर्जी इतिहास की मिलावट की जिसे हमनें कई दशकों तक पढ़ा। लेकिन अब इस फर्जी इतिहास से पर्दा उठने लगा है। तेजस्वी सूर्या जैसे युवा नेता वामपंथी इतिहासकारों और उनके भक्तों को जवाब दे रहे हैं।

तेजस्वी सूर्या एक युवा वकील हैं, जो बंगलौर दक्षिण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। सूर्या अपनी वाकपटुता के लिए युवाओं में काफी लोकप्रिय हैं। वे मुगल इतिहास, पश्चिमीकरण और देश के फर्जी वामपंथियों पर हमला करते रहते हैं। सच कहें तो सूर्या एक ऐसे युवा आइकन हैं जिसे भारत वर्षों से खोज रहा था।

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