आखिरी घंटे में दिल्लीवासियों ने इतना Vote किया कि सरजी EVM राग अलापने लगे, Exit Polls गलत साबित हो सकते हैं

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दिल्ली में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं और कल इसके परिणाम भी आ जाएगें। चुनाव सम्पन्न होने के तुरंत बाद अलग-अलग मीडिया संस्थानों का एक्ज़िट पोल आता है और एक्ज़िट पोल में सभी मीडिया संस्थान आम आदमी पार्टी को फिर से विजयी घोषित कर रहे हैं।

परंतु यहाँ जो बात ध्यान देने वाली है वो है 5 बजे के बाद अचानक से आए वोटिंग प्रतिशत में बढ़ोतरी। सभी मीडिया संस्थानों ने अपने अपने एक्ज़िट पोल में लगभग 5 बजे तक के वोटिंग को ही आधार माना था लेकिन 5 बजे के बाद वोटिंग प्रतिशत में 10 प्रतिशत से अधिक की उछाल देखी गई। इससे चुनाव के परिणाम और एक्ज़िट पोल के दावों में बड़ा उलटफेर होने की संभावनाओं को इंकार नहीं किया जा सकता है।

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाम 6 बजे तक मात्र 54.65 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। लेकिन जब चुनाव आयोग की आखिरी रिपोर्ट आयी तब यह प्रतिशत 62.59 पर थी। एक घंटे में ही 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी किसी भी चुनाव के समीकरण हो बदलने के लिए पर्याप्त है।

वहीं अगर एक घंटे पहले यानि 5 बजे के आंकड़ों को देखें तो यह अंतर और बढ़ जाता है। चुनाव आयोग के अनुसार शाम 5 बजे तक दिल्ली में 44.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इस तरह से देखा जाए तो 5 बजे के बाद यह आंकड़ा 18.26 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

18 प्रतिशत का अंतर किसी भी पार्टी को चुनाव में बढ़त दे सकती है। जितने भी एक्ज़िट पोल आए हैं उन सभी ने अपने आंकड़ें के लिए आधार अगर 5 बजे से हुई वोटिंग को रखा है तो उससे उनके गलत साबित होने के पूरे आसार हैं। बता दें कि टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के मुताबिक आप को 47, बीजेपी 23 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं कांग्रेस का खाता खुलता हुआ भी नहीं दिख रहा है। न्यूज एक्स-NETA के एग्जिट पोल के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी 70 में से 55 सीटें जीत सकती है। रिपब्लिक और जन की बात की ओर से किए गए सर्वे में भी आम आदमी पार्टी के 55 सीटें जीतने का अनुमान है। वहीं एबीपी-सी वोटर के सर्वे में आप को 56 तो बीजेपी को 12 सीटें मिलती दिख रही हैं।

परंतु दिल्ली की जनता ने आखिरी 2 घंटों में जिस तरह से वोटिंग की है उससे ये आंकड़े गलत साबित होते हैं तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए। चुनाव के दौरान वोटिंग को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि दिल्ली की जनता शाम को उठी और उन्हें आभास हुआ कि आज वोटिंग भी करनी है। शायद यही वजह रही की शाम के 2 घंटे में 18 प्रतिशत की वोटिंग हुई है।

चुनाव में इस तरह वोट प्रतिशत की बढ़ोतरी के कारण ही सभी लिबरल्स EVM का रोना शुरू कर चुके हैं। आम आदमी पार्टी का ऐसे भी इतिहास रहा है कि उनके अलावा कोई भी जीते तो वे EVM का रोना रोएंगे ही।

प्रशांत भूषण ट्वीट कर लिखा, “आखिर अमित शाह यह क्यों कह रहे हैं कि दिल्ली चुनाव का परिणाम सभी को चौंका देगा? इसका मतलब है कि वह जानते हैं कि सभी को उम्मीद है कि AAP की जीत होगी और बीजेपी हार जाएगी। क्या वह ईवीएम से छेड़छाड़ करके कुछ योजना बना रहे हैं? या फिर कुछ और योजना है?”

यहीं नहीं अपने आप को एक्टिविस्ट कहने वाली कविता कृष्णन को तो ऐसा लग रहा है कि BJP अब बस जीतने ही जा रही है। उन्होंने ट्वीट किया, “तो आखिर अमित शाह का कहना है कि दिल्ली चुनाव परिणाम कई लोगों को “झटका” देगा? क्यों? अगर बीजेपी को भरोसा है कि हर कोई उनका समर्थन कर रहा है और उन्हें वोट दे रहा है, तो नतीजों से सभी को झटका क्यों लगेगा? नहीं? यदि वे बीजेपी को वोट नहीं देते हैं, तभी उन्हें झटका लगेगा। तो क्या शाह EVM से छेड़छाड़ की ओर इशारा कर रहे हैं?”

यह EVM का रोना महत्वपूर्ण है क्योंकि दिल्ली में मुख्य मुकाबला AAP और BJP के बीच है क्योंकि अगर BJP जीतती है तो विक्टिम कार्ड खेला जा सके। इससे केजरीवाल को भी EVM का रोना रोने में आसानी होगी।

इस तरह से देखा जाए तो शाम को हुई 18 प्रतिशत वोटिंग इस चुनाव को किसी भी ओर मोड़ सकती है। अगर चुनाव परिणाम इन एक्ज़िट पोल से उल्टा आया तो किसी को इसमें हैरान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि दिल्ली जनता अपने लिए बेस्ट सरकार चुनेगी और जनता का फैसला सर्वोपरी होना चाहिए।

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