जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर विवादों में हैं। उन पर कंटेंट चोरी करने का आरोप लगा है। इसको लेकर पटना के पाटलिपुत्र थाना में जालसाजी के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम ने यह एफआईआर दर्ज कराई जिसमें एक अन्य युवक ओसामा का भी नाम है। ओसामा पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ सचिव का चुनाव लड़ चुका है।
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि उनके अभियान ‘बात बिहार की’ का आइडिया चोरी का है।
मोतिहारी के रहने वाले शाश्वत गौतम द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि ‘बात बिहार की’ के नाम से अपना एक प्रोजेक्ट बनाया था, जिसे भविष्य में लॉन्च करने की बात चल रही थी। इसी बीच उनके यहां काम करने वाले ओसामा नाम के युवक ने इस्तीफा दे दिया और उसके आइडिया को प्रशांत किशोर के हवाले कर दिए। इसके बाद प्रशांत किशोर ने उन सारे कंटेंट को अपनी वेबसाइट पर डाल दिया।
यही नहीं शाश्वत गौतम ने पुलिस को साक्ष्य भी दिए हैं। उसने साक्ष्य देते हुए दावा किया है कि कि जिस कंटेंट के साथ उसने वेबसाइट को जनवरी माह में रजिस्टर्ड करवाया था उसे प्रशांत किशोर ने अपनी वेबसाइट को फरवरी में पंजीकृत करवाया था।
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पाटलिपुत्र के थाना प्रभारी अमलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया, शाश्वत गौतम के बयान के आधार पर प्रशांत किशोर के खिलाफ पाटलिपुत्र थाना में आईपीसी की धारा 420, 406 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
उल्लेखनीय है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर हाल ही में बात बिहार की अभियान प्रारंभ किया है। इस अभियान से युवाओं को जोड़ने की बात कही गई है। अब जिस तरह के आरोप उनपर लगे हैं उससे स्पष्ट है कि जिस आईडिया को लेकर वो बड़े बड़े दावें कर रहे हैं वास्तव में वो उनका है ही नहीं. अगर शाश्वत गौतम की बातों में सच्चाई है तो ये बेहद शर्मनाक है. हालांकि, इस मामले की जांच के बाद ही पूरा सच सबके सामने आ जयेगा. ऐसे में प्रशांत किशोर जो बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी छाप छोड़ने की बात कर रहे हैं अब देखना दिलचस्प होगा कि ये मामला उनकी योजनाओं को कैसे प्रभावित करता है।