प्रतिष्ठित ब्रिटिश एयरलाइंस कंपनी रेयानएयर के सीईओ के मुस्लिमों पर दिए बयान पर बड़ा विवाद पैदा हो गया है। सीईओ माइकल ओ लियरी ने हाल ही में दिए एक बयान में कहा था कि दुनिया के अधिकतर आतंकी मुस्लिम ही होते हैं और इसलिए उनकी एयर पोर्ट पर ज़्यादा चेकिंग होनी चाहिए। शनिवार को पब्लिश हुए एक इंटरव्यू में उनका यह बयान सामने आया। उनसे यह पूछा गया था कि एयर पोर्ट की सुरक्षा आखिर कैसे बढ़ाई जाए, तो उसके जवाब में उन्होंने अपनी बात कही।
द टाइम्स अखबार के साथ इंटरव्यू में माइकल ने कहा-
‘बॉम्बर्स कौन होते हैं? वे ऐसे सिंगल पुरुष हैं जो अपनी क्षमता पर सफर करते हैं। अगर आप बच्चों वाले परिवार के साथ सफर कर रहे हैं तो फिर इस बात के चांस काफी कम हैं कि आप किसी को उड़ाने के बारे में सोचेंगे भी नहीं।‘ इसके बाद उन्होंने कहा, ‘आप कुछ बातें नहीं कह सकते हैं क्योंकि यह नस्लभेद है। लेकिन मुसलमान पुरुषों पर शक होता है। तीस साल पहले तक यह स्थिति आयरिश पुरुषों के साथ थी।‘
Michael O’Leary, the chief executive of Ryanair, has said that Muslim men should be profiled at airports because “that is where the threat is coming from” https://t.co/4jXwTsXV9N
— The Times and The Sunday Times (@thetimes) February 22, 2020
बता दें कि वर्ष 1970 से लेकर वर्ष 1990 तक Irish Republican Army नाम का एक आतंकवादी संगठन अपने आतंकी हमलों के कारण बदनाम हो गया था। तब यह आतंकी संगठन northern island पर ब्रिटिश राज को खत्म करने की जद्दोजहद कर रहा था, जिसके कारण इस संगठन की वजह से सभी आयरिश लोगों को शक की निगाहों से देखा जाता था।
हालांकि, अमेरिका में 9/11 के हमलों के बाद से एक धर्म के खिलाफ घृणा बढ़ती देखने को मिली है, जिसके कारण लोग अब अपनी सुरक्षा को लेकर पहले से ज़्यादा चिंतित नज़र आते हैं और माइकल ओ लियरी का यह बयान भी इसी बात का उदाहरण है।
माइकल ओ लियरी के इस बयान के बाद अब विवाद भी बढ़ गया है। ब्रिटेन में मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन के प्रवक्ता ने माइकल को इस्लामोफोबिया से ग्रसित बताया है।
STATEMENT:
"These comments are openly racist. He openly advocates discrimination against "males of a Muslim persuasion", which presumably is not based on specific intelligence but solely whether someone 'looks or acts like a Muslim'. This is the very definition of Islamophobia. https://t.co/0MScuJog1t
— MCB (@MuslimCouncil) February 22, 2020
यह बात सच है कि किसी एक धर्म को आतंक से जोड़ना सही नहीं है और ना ही इसका कोई औचित्य बनता है, लेकिन पश्चिमी देशों में हाल ही में हुए भयावह आतंकी हमलों ने दुनिया में ऐसा माहौल बना दिया है जहां एक धर्म के लोगों के खिलाफ बातें की जाने लगी हैं।
https://twitter.com/McAnthony_Gr8/status/1231443809650794496?s=20
ब्रिटिश एयरलाइंस कंपनी रेयानएयर के सीईओ का यह बयान बेशक कुछ लोगों को विवादित लग सकता है, लेकिन ठीक उसी समय पश्चिमी देशों में उनकी इस बात का समर्थन करने वाले लोगों की भी कोई कमी नहीं है।