नाम जितना बड़ा, काम उतना छोटा!! जी हाँ ऐसे कई उदाहरण देखने को मिल जाएंगे, जब भ्रष्टाचार में बड़े नाम देखने को मिलते हैं जिसे आम जनता ने खूब प्यार दिया है। ऐसे ही नामों में से एक है शाहरुख खान। बॉलीवुड में किंग खान के नाम से जाने जाने वाले शाहरुख खान का नाम रोज वैली चिट फंड घोटाले में आया था। यह तो सभी जानते ही हैं लेकिन अब जांच के बाद इस मामले में एक नया मोड़ आया है। रोज वैली चिटफंड घोटाले में ED ने शाहरुख की कंपनी के बैंक खाते सीज कर लिए गए हैं।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोज वैली पोंजी घोटाले में अभिनेता शाहरुख खान से जुड़ी कंपनी समेत तीन कंपनियों की 70 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मल्टीपल रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड, सेंट जेवियर कॉलेज, कोलकाता और कोलकाता नाइट राइडर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड पर यह कार्रवाई की है। शाहरुख आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के सह मालिक और निदेशक हैं।
जांच एजेंसी ने सोमवार को बताया कि, ‘रोजवैली समूह से धनराशि प्राप्त करने वाली विभिन्न इकाइयों और व्यक्तियों की 70.11 करोड़ रुपये की चल व अचल संपत्ति को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तौर पर अस्थायी तौर पर जब्त किया गया है।
इनमें तीनों कंपनियों के बैंक खातों में 16.20 करोड़ रुपये, पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के रामनगर और महिशदल में 24 एकड़ जमीन, मुंबई के दिलकप चैंबर में एक फ्लैट, कोलकाता के ज्योति बसु नगर में एक एकड़ जमीन और रोज वैली समूह का एक होटल शामिल है।
बता दें कि रोज वैली ग्रुप ने हॉलिडे मेंबरशिप स्कीम के नाम पर लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का झांसा देकर करीब एक लाख निवेशकों को 15 हजार करोड़ रुपये का चूना लगा दिया था। रोज वैली ग्रुप के प्रबंध निदेशक शिवमय दत्ता इस घोटाले के मास्टरमाइंड बताए जाते हैं। प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि रोजवैली घोटाला, शारदा पोंजी घोटाले से ज्यादा बड़ा घोटाला है। रोज वैली चिटफंड घोटाले में रोज वैली ग्रुप ने लोगों से दो अलग-अलग स्कीम का लालच दिया और आम लोगों का पैसा हड़प लिया।
फ़र्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार 2014 में रोज़ वैली के खिलाफ ईडी ने एक एफ़आईआर दर्ज़ की थी, जिसके अंतर्गत गौतम कुंडु को 2015 में एजेंसी ने हिरासत में लिया था। ईडी ने इस प्रोब में 2300 करोड़ रुपयों की संपत्ति भी ज़ब्त की थी, जिसमें होटल और रिज़ॉर्ट शामिल थे। फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट्स की माने, तो इस ग्रुप ने लगभग 27 कंपनियाँ खोल रखी थीं, जिनमें से केवल 6 कंपनियाँ ही सक्रिय थीं।
इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट की माने तो रोज़ वैली ने केकेआर को 2012 में 5.5 करोड़ रुपये की स्पॉन्सरशिप मनी प्रदान की थी, जबकि 2013 में आईपीएल के छठे संस्करण के दौरान केकेआर को 6.05 करोड़ की स्पॉन्सरशिप मनी दी गई थी। बता दें कि रोज़ वैली नामक रियल एस्टेट एजेंसी केकेआर टीम के स्पॉन्सर्स में से एक हुआ करती थी, जो शाहरुख खान की रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट और जूही चावला के पति जय मेहता के मेहता ग्रुप के पार्टनरशिप में स्थापित हुई थी।
परंतु यह पहली बार नहीं जब शाहरुख खान का ऐसे मामलों में नाम सामने आया हो। मल्टी लेवल क्यूनेट स्कैम में भी इनका नाम सामने आया था। मनी लाइफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, साइबराबाद की पुलिस ने इस फ़्रॉड कंपनी की गतिविधियों में शामिल होने के लिए कई बॉलीवुड सितारों को नोटिस भेजा था। शाहरुख खान के बारे में एक बेनामी लेनदेन का मामला भी सामने आया था, जिसमें अभिनेता पर कानून की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगा है, और इसमें कथित तौर पर उनके रिश्तेदारों ने उनकी मदद की थी। यही नहीं शाहरुख का नाम IIPM जैसे फर्जी संस्थान को बढ़ावा देने में भी नाम आया था।
यह निश्चित रूप से चौंकाने वाली बात है कि शाहरुख खान, जिन्हें देश के अधिकतर युवा अपने रोल मॉडल के रूप में देखते हैं, उनकी कंपनी इस तरह के घोटालों में लिप्त पाई गई है। आम लोग ज्यादातर हस्तियों से किसी भी बौद्धिक चमक की उम्मीद नहीं करते हैं, परंतु उनसे इतनी तो आशा रखते ही हैं कि वे नियमों, और कानूनों का उचित तरह से पालन करें, जो सभी नागरिकों के लिए समान माना जाता है।