TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ज़ोहरान ममदानी (Photo - X/@ZohranKMamdani)

    ज़ोहरान ममदानी: भारत और हिंदुओं को बदनाम करने वाला क्यों बन गया वामपंथियों का नया नायक?

    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ज़ोहरान ममदानी (Photo - X/@ZohranKMamdani)

    ज़ोहरान ममदानी: भारत और हिंदुओं को बदनाम करने वाला क्यों बन गया वामपंथियों का नया नायक?

    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सावरकर की दया याचिका का कोई सबूत नहीं है, कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े मनगढ़ंत झूठ का पर्दाफाश

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
6 February 2020
in मत
सावरकर

(PC: IndiaFacts

Share on FacebookShare on X

हाल ही में मिनिस्टरी ऑफ कल्चर ने एक ऐसा दावा किया है, जिससे कई लोगों के होश उड़ जाएंगे। संस्कृति और पर्यटन मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद पटेल ने दावा किया है की अंडमान के सेल्यूलर जेल में स्थित जेल रिकॉर्ड्स में कहीं भी क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर द्वारा दया याचिका दायर करने के रिकॉर्ड मौजूद नहीं है।

संसद में एक प्रश्न को लेकर प्रहलाद पटेल द्वारा दिये बयान के अनुसार, “अंडमान और निकोबार के डाइरेक्टरेट ऑफ आर्ट एंड कल्चर से मिली जानकारी के अनुसार ऐसी कोई भी दया याचिका के रिकॉर्ड मौजूद नहीं है, जो विनायक दामोदर सावरकर ने ब्रिटिश काल में दायर किया हो। ऐसी दया याचिका न सेल्यूलर जेल में मौजूद हैं और न ही इसके कोई रिकॉर्ड डिपार्टमेंट ऑफ आर्ट एंड कल्चर के पास है”।

संबंधितपोस्ट

राजा रघुवंशी हत्याकांड में दो आरोपियों ने बदले बयान, कोर्ट में रहे खामोश

ज़ोहरान ममदानी: भारत और हिंदुओं को बदनाम करने वाला क्यों बन गया वामपंथियों का नया नायक?

मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

और लोड करें

इस एक बयान से संसद में क्या हलचल मची, इसका अंदाज़ा तो शायद ही कोई लगा सकता है। परंतु एक बात तो स्पष्ट हो चुकी है की कांग्रेस पिछले कई वर्षों से क्रांतिकारी वीर सावरकर को लेकर न जाने कितनी अफवाहें फैलाती आई है। कांग्रेस की माने तो वीर सावरकर एक कायर थे, जिन्होंने अंग्रेजों से दया याचिका की मांग की और उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य का हर कदम पर समर्थन किया। इतना ही नहीं, स्वतन्त्रता के पश्चात भी कांग्रेस ने उन्हें हर तरह से अपमानित करने का प्रयास किया, चाहे जीते जी हो या मरने के बाद।

स्वतन्त्रता के बाद से ही सावरकर पर कई आरोप लगाकर कांग्रेस उन्हें जनता के बीच विलेन साबित करना चाहती थी। पहले तो उन्हें महात्मा गांधी की हत्या की साजिश में फंसाने की कोशिश की गयी, उसके बाद उनकी मृत्यु के बाद उन्हें इतिहास से ही मिटा देने की कोशिश की गयी। केवल लाल बहादुर शास्त्री जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए वीर सावरकर को उनका उचित सम्मान देने का प्रयास किया। कांग्रेस से जब यह संभव नहीं हुआ तो उन्हें और उनकी हिन्दुत्व की विचारधारा को नीचा दिखाने के लिए नए-नए प्रपंच गढ़ती आई है और आज भी वही कर रही है। परंतु सत्य तो सत्य होता है और वह तमाम परेशानियों के बावजूद सामने आ ही जाता है।

सच कहें तो कांग्रेस ने वीर सावरकर को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पिछले दो तीन वर्षों में वीर सावरकर के लिए जिस तरह की भाषा और सामग्री का प्रयोग कांग्रेस के हाइकमान और उसके नेताओं ने किया है, उसे कोई भी गाली दें, वो कम ही लगेगी। एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने हुंकार लगाई –

“संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं अपने भाषण के लिए माफी मांगू। मुझे एक ऐसी चीज के लिए माफी मांगने के लिए कहा गया जो की सही है। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए माफी नहीं माँगूँगा। मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा। कांग्रेस का कोई सदस्य माफी नहीं मांगेगा”।

अब बात करते हैं तथ्यों की। 1911 में वीर सावरकर को नासिक के टैक्स कलेक्टर जैकसन की हत्या करने में सहयोग देने के लिए अंडमान में आजीवन कारावास का दंड दिया गया था। इस दौरान उन पर जितने अत्याचार ढाये गए, उन्हें सुनकर किसी की भी आत्मा कांपने लगेगी। वीर सावरकर को घंटों तक कोल्हू से तेल निकलवाने को कहा जाता था, और बैलों की भांति उनसे काम करवाया जाता था।

दंड की अवहेलना करने पर घंटों तक बेड़ियों में जकड़े खड़ा रहना पड़ता था। इतनी यातना देने के बाद भी अंग्रेज़ उनसे इतना डरते थे कि उन्हें लिखने के लिए कलम भी नहीं देते थे, और उन्होंने जेल में अपनी कई पुस्तकें एक कील से लिखी थीं। वीर सावरकर को इस तरह से कारागार में रखा गया था कि उन्हें आभास भी नहीं था कि उनकी कोठरी से कुछ कोठरी दूर उनके बड़े भाई गणेश बाबाराव सावरकर को कैद किया था।

10 वर्ष की कठोर सजा झेलने के बाद विनायक दामोदर सावरकर को सेलुलर जेल से तत्कालीन राजा जॉर्ज पंचम द्वारा जारी एमनेस्टी ऑर्डर के अंतर्गत रत्नागिरी जेल स्थानांतरित किया गया, जहां उन्होंने 3 वर्ष और बिताए। उन्हें 1924 में रिहा किया गया, और उनकी राजनीतिक गतिविधियों पर 1937 तक रोक लगा दी गयी थी। यदि वीर सावरकर वाकई में अंग्रेज़ों की सेवा कर रहे होते, तो क्या वे इतने वर्षों तक कैद रखे जाते? भगत सिंह को फांसी पर लटकाने में अपने बयानों से सहयोग देने वाले तीन अंग्रेज़ी चाटुकार जयगोपाल, फोणीन्द्र नाथ घोष और हंस राज वोहरा को अंग्रेज़ों ने हर प्रकार की सुविधा से पुरस्कृत किया था। हंस राज वोहरा की विदेशी अखबारों में बतौर पत्रकार नौकरी भी लगवाई गयी थी।

इस तुलना में महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू को यदि कारागार में रखा जाता था, तो एक राजनीतिक कैदी होने के नाते उन्हें किसी भी प्रकार की सुविधा की कमी नहीं होती थी। विडम्बना की बात तो यह है कि ऐसी सुविधाओं के लिए भगत सिंह और उनके साथियों को महीनों तक भूख हड़ताल पर रहना पड़ा था, और जतीन्द्र नाथ दास को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी थी। यदि नेहरू और गांधी अंग्रेजों के विरुद्ध लड़े थे, और ब्रिटिश सरकार के लिए खतरा थे, तो उन्हें भी कालापानी भेजा जाना चाहिए था, पर उन्हें तो कभी कालापानी नहीं भेजा गया। क्या इसका उत्तर है राहुल गांधी जैसे लोगों के पास?

अब बात करते हैं उस कथित दया याचिका की, जिसके आधार पर वीर सावरकर को वर्षों तक कांग्रेस और उसके चाटुकारों ने बदनाम किया और सरेआम अपमानित किया। जिस एमनेस्टी ऑर्डर के अंतर्गत सावरकर बंधुओं को रत्नागिरी जेल स्थानांतरित किया गया था, उस याचिका पर महामना मदन मोहन मालवीय और मोहनदास करमचंद गांधी ने स्वयं हस्ताक्षर किए थे।

इतना ही नहीं, इसी एमनेस्टी ऑर्डर का प्रयोग 1937-38 में भी हुआ था, जब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 के अंतर्गत बनी काँग्रेस ministries ने कई क्रांतिकारियों को अंडमान की जेलों से बाहर निकलवा कर उन्हें भारत के जेलों में स्थानांतरित किया। ये या तो भगत सिंह संबन्धित लाहौर conspiracy केस में आरोपी थे, या इनहोंने 1930 के चट्टाग्राम विद्रोह में हिस्सा लिया था। चूंकि उनमें से अधिकांश क्रांतिकारी या तो कम्यूनिस्ट हो गए, या फिर उन्होंने काँग्रेस पार्टी की सदस्यता ली, इसलिए किसी भी व्यक्ति को उतना नहीं अपमानित किया गया, जितना सावरकर बंधुओं को उसी एमनेस्टी ऑर्डर पर 1921 में हस्ताक्षर करने के लिए किया।

[Source – Without Fear and Chittagong – Manoshi Bhattacharya]

यदि हम विपक्ष के तर्क अनुसार चलें, तो कांग्रेस के प्रिय महात्मा गांधी देशद्रोही नहीं हैं? यदि सावरकर अंग्रेजों के चाटुकार थे, तो फिर भगत सिंह भी देशभक्त नहीं थे, क्योंकि वे सावरकर द्वारा लिखित पुस्तक ‘इंडियाज़ वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस’, ‘हिन्दू पद पादशाही’ बड़े चाव से पढ़ते थे। इतना ही नहीं, यदि सावरकर वास्तव में अंग्रेज़ों के चाटुकार होते, तो उन्हें भला नेताजी सुभाष चन्द्र बोस से 1940 में मिलने की क्या आवश्यकता थी?

उन्हें भारत के बाहर से स्वतन्त्रता की लड़ाई जारी रखने का सुझाव भला वे क्यों देते? सबसे बड़ी बात, यदि वीर सावरकर वास्तव में अंग्रेज़ों के दास थे, तो वे आईएनए से प्रेरित हो कर रॉयल इंडियन नेवी और रॉयल इंडियन एयर फोर्स के लड़ाकों द्वारा किए गए विद्रोह का समर्थन नहीं करते, और न ही वे अखंड भारत के विभाजन का विरोध करते।

अब जब ये बात सामने आई है कि सावरकर द्वारा ब्रिटिश सरकार से दया याचिका के कोई वास्तविक रिकॉर्ड मौजूद नहीं है, तो इस बात में कोई दो राय नहीं है कि कैसे काँग्रेस ने वर्षों तक भारतीयों को उनके वास्तविक नायकों और उनके शौर्य से अनभिज्ञ रखने का अपराध किया और कई लोगों को सरेआम अपमानित भी किया।

शेयर746ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘Tubelight’ राहुल गाँधी, से लेकर ‘Fit India Movement’ के प्रचारक अधीर रंजन चौधरी से तक PM मोदी ने पूरे विपक्ष को किया रोस्ट

अगली पोस्ट

दो साल से अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध जारी था, अब चीन सफ़ेद झण्डा लेकर निकल पड़ा है

संबंधित पोस्ट

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

Baba Bageshwar Dham Dhirendra Shastri
मत

धीरेंद्र शास्त्री ने पहनी 65 हजार की जैकेट, हजारों का चश्मा; कहां गई सनातन की त्याग वाली सीख?

18 June 2025

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आमतौर पर बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited