संजय मांजरेकर का क्रिकेट में वही स्थान है, जो बॉलीवुड में स्वरा का और राजनीति में RAGA का है

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संजय मांजरेकर

PC: The Cricket Times

संजय मांजरेकर का क्रिकेट में वही स्थान है, जो पत्रकारिता में राजदीप सरदेसाई का, बॉलीवुड में स्वरा भास्कर का और राजनीति में राहुल गांधी का है। पता चाहे कुछ न हो, योग्यता शून्य से भी नीचे हो, पर फिर भी फालतू का ज्ञान बांचना इन जैसों के लिए सांस लेने से भी ज़्यादा आवश्यक है। पर शायद बीसीसीआई को संजय मांजरेकर का यह रवैया रास नहीं आया, और इसीलिए संजय मांजरेकर फिलहाल के लिए बीसीसीआई के आधिकारिक कमेंटरी पैनल से बाहर हो सकते हैं।

मुंबई मिरर के रिपोर्ट की माने, तो बीसीसीआई संजय मांजरेकर के काम से काफी नाखुश थी, और उन्होंने इसी कारण से संजय मांजरेकर को भारत बनाम साउथ अफ्रीका सिरीज़ के आधिकारिक कमेंटरी पैनल से हटा दिया था। इसके साथ ही संजय मांजरेकर को फिलहाल के लिए आईपीएल के कमेंटरी पैनल से भी हटा दिया गया है। फिलहाल के लिए संजय बाबू की हालत कुछ ऐसी हो गयी है –

इस निर्णय के सार्वजनिक होते ही सोशल मीडिया पर मीम्स की बाहर सी आ गयी और सोशल मीडिया ने जमकर संजय मांजरेकर को ट्रोल किया। एएनआई न्यूज़ की पैरोडी अकाउंट ने ट्वीट किया, “संजय मांजरेकर ने हर प्रकार की कमेंटरी से सन्यास लेने का निर्णय किया है। उन्होने घोषणा की है कि वे मुंबई में हैंड sanitizer की दुकान खोलेंगे, क्योंकि वो बीसीसीआई से ज़्यादा पैसा उन्हे दिलाएगी।”

मौके पर चौका मारते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट आया, “अब शायद औडियो फीड को bits and pieces में नहीं सुनना पड़ेगा।”

परंतु संजय मांजरेकर उपहास के पात्र क्यों बने हुए हैं? आखिर उन्होंने ऐसा क्या किया, जिसके कारण बीसीसीआई के कमेंटरी पैनल से निष्कासित किए जाने पर देश के कई क्रिकेट प्रशंसक खुशियां मना रहे हैं? इसके लिए हमें जाना होगा कुछ महीने पीछे, जब वर्ल्ड कप 2019 पूरे ज़ोरों पर था, और भारत को सेमीफ़ाइनल में पहुंचने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

उस समय Sanjay Manjrekar ने एक आपत्तिजनक ट्वीट करते हुए कहा, “मैं 50 ओवर के क्रिकेट में जडेजा जैसे खिलाड़ियों का बड़ा प्रशंसक नहीं हूं जो थोड़ी बल्लेबाज़ी और थोड़ी गेंदबाज़ी कर लेते हैं। टेस्ट मैच में वो एक गेंदबाज़ होते हैं लेकिन 50 ओवर के क्रिकेट में या तो बल्लेबाज़ या स्पिनर होंगे।” रवीन्द्र जडेजा की बात छोड़िए, कई प्रशंसकों के मन में एक ही बात कौंधी होगी, –

परंतु रवीन्द्र जडेजा भी इस अपमान पर मौन नहीं रहे। उन्होंने ट्वीट कर कहा, मैंने आपसे दोगुने क्रिकेट मैच खेले हैं और अभी भी खेल रहा हूं। जिन्होंने कुछ हासिल किया है उनका सम्मान करना सीखिए। मैं आपके वर्बल डायरिया को बहुत बर्दाश्त कर चुका हूं।

सेमीफ़ाइनल में यदि रवीन्द्र जडेजा गलत समय पर आउट न होते, तो क्रिकेट विश्व कप इंग्लैंड का नहीं, बल्कि भारत का हो सकता था। रवीन्द्र ने सिर्फ ट्वीट से ही नहीं, बल्कि अपने कौशल से भी संजय मांजरेकर जैसे बड़बोले व्यक्ति को करारा जवाब दिया था। परंतु यह पहली बार नहीं था जब Sanjay Manjrekar को अपने बड़बोलेपन के कारण नुकसान उठाना पड़ा हो।

जब रवीन्द्र जडेजा इंग्लैंड के विरुद्ध अपने प्रदर्शन में कोई कमाल नहीं कर पाये थे, तब Sanjay Manjrekar का विवादास्पद ट्वीट काफी वायरल हुआ। लेकिन जब श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध रवीन्द्र जडेजा ने बल्ले और गेंद से उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया, तो अंग्रेज़ी क्रिकेटर माइकल वॉन ने चुटकी लेते हुए ट्वीट किया, “ये bits and pieces क्रिकेटर तो बॉल भी स्पिन करा लेता है”। इस पर केजी के छोटे बच्चे की तरह Sanjay Manjrekar ने माइकल वॉन से ‘कट्टी’ करते हुए सोशल मीडिया पर उन्हे ब्लॉक कर दिया, मानो कह रहे, ‘मेला माइकल ने मज़ाक उलाया, इछलिए मैंने उछे ब्लॉक कल दिया।”

किसी ने सच कहा है, कभी भी उस लड़ाई को शुरू न करें, जो आप जीत नहीं सकते।  संजय मांजरेकर के साथ जो कुछ भी हुआ है, वो उनके बड़बोलेपन का ही परिणाम है, और अब ये न घर के रहे, न घाट के।

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