पीएम मोदी ने हाल ही में सभी चौंका दिया जब उन्होंने घोषणा की कि वे सोशल मीडिया छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। परन्तु इससे पहले कि अटकलों का बाजार कुछ गर्म होता, उन्होंने बताया कि वे महिला दिवस के अवसर पर अपने सभी अकाउंट महिलाओं के हाथ में सौंपने की बात कही।
मंगलवार को पीएम मोदी द्वारा किए गए ट्वीट के अनुसार रविवार को महिला दिवस (Women’s Day) के अवसर पर उन्होंने अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को महिलाओं के हवाले किया था। ये वो महिलाएं थीं जिनके जीवन और कार्य हमें प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस महिला दिवस, मैं अपने सोशल मीडिया खातों को उन महिलाओं को दे दूंगा जिनके जीवन और कार्य हमें प्रेरित करते हैं। यह उन्हें लाखों में प्रेरणा को प्रज्वलित करने में मदद करेगा। क्या आप ऐसी महिला हैं या क्या आप ऐसी प्रेरक महिलाओं को जानते हैं?’ –
This Women's Day, I will give away my social media accounts to women whose life & work inspire us. This will help them ignite motivation in millions.
Are you such a woman or do you know such inspiring women? Share such stories using #SheInspiresUs. pic.twitter.com/CnuvmFAKEu
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2020
इसके बाद से ही टिव्टर पर #sheinspireus ट्रेंड करने लगा और एक बड़ा कैंपेन बन गया। इस अभियान से PM Modi ने सिद्ध कर दिया कि वे लोगों में इतने लोकप्रिय क्यों है। उन्हें किसी फालतू के धरने प्रदर्शनों की आवश्यकता नहीं, वे अपने तरह से लोगों को अपनी बात पहुंचाने में सफल रहते हैं। वे जनता से स्पष्ट संपर्क में विश्वास रखते हैं, और शायद इसलिए उनके लोकसभा चुनाव का अभियान जनता को बहुत भाया था। मणि शंकर अय्यर के ओछे बयान को जिस तरह से उन्होंने अपने पाले में लिया, उससे लोकसभा में उन्हें प्रचंड बहुमत मिला।
परन्तु PM Modi यहीं पर नहीं रुके। जनता से संपर्क के अभियान के अन्तर्गत उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो को मानो एक नया जीवन देते हुए मन की बात का मंच बनाया। इसके अलावा उन्होंने देश में राष्ट्रवादी भावनाओं का संचार करने हेतु अपना जन्मदिन सीमा पर तैनात जवानों के साथ मनाना भी प्रारंभ किया। इन छोटी-छोटी खुशियों को बांटते हुए पीएम मोदी ने जनसंपर्क के कुछ अहम पाठ भी पढ़ाए।
हालांकि, यह कोई नई बात नहीं है। जनता से संपर्क कैसे स्थापित करना है, यह पीएम मोदी काफी पहले से जानते हैं। आपातकाल के दौरान जनता को इंदिरा सरकार के अत्याचारों से अवगत कराना हो, या फिर रथ यात्रा के जरिए देश के करोड़ों भारतीयों को उनकी संस्कृति से अवगत कराना हो, या फिर एकता यात्रा के जरिए देश में एकता का संचार करना हो, PM Modi ने यह सब बखूबी किया है। जब वे एक वरिष्ठ कार्यकर्ता थे, तब भी वे कारगिल युद्ध के समय युद्ध क्षेत्र का दौरा करने गए थे, और वहां तैनात सैनिकों का उन्होंने हौसला भी बढ़ाया था।
परीक्षा पर चर्चा हो, या फिर देश के किसानों और वैज्ञानिकों के साथ उनकी बातचीत, या बॉलीवुड कलाकारों से मुलाकात, पीएम मोदी ने किसी भी वर्ग को अनदेखा नहीं किया। अभी हाल ही में जब लोकसभा चुनाव हो रहा था, तब PM Modi पर आरोप लग रहे थे कि उन्होंने राफेल डील में दलाली की है और देश का चौकीदार चोर है। इस पर पीएम मोदी ने अपने विरोधियों को उन्हीं के शब्दों में फंसाते हुए ‘मैं भी चौकीदार हूं’ नामक अभियान चलाया। देखते ही देखते ये अभियान पूरे देश में फैल गया और मानो पूरे जनमानस ने पीएम मोदी को अपना समर्थन दिया।
यूं ही पीएम मोदी की पार्टी ने इस लोकसभा चुनाव में 303 सीट नहीं जीती थी। उनके विरोधी कुछ भी बोल ले, पर पीएम मोदी जिस तरह से जनता के बीच लोकप्रिय हैं, उसका कोई जवाब नहीं।