महाराष्ट्र की “सेक्युलर” सरकार ने एक विशेष समुदाय को लुभाने के लिए अब सीधे तौर पर हिंदुओं और ब्राह्मणों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और All India Congress कमिटी के SC डिपार्टमेन्ट के अध्यक्ष नितिन राऊत के हाल ही के ब्राह्मण विरोधी बयान से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। NRC और NPR पर भाजपा पर हमला बोलते हुए नितिन राऊत ने कहा कि उन्हें विदेशी ब्राह्मणों से किसी सीख की कोई ज़रूरत नहीं है।
बता दें कि Aryan Invasion Theory को ऊपर रखते हुए उन्होंने ऐसा बयान दिया है, जिसके तहत कुछ एजेंडावादी लोग ब्राह्मणों को भारत पर आक्रमण करने वाले और फिर यहां की क्षेत्रीय आबादी का नाश करके खुद को स्थापित करने वाले “बाहरी” की नज़र से देखते हैं।
हालांकि, इस theory को समय-समय पर कई इतिहासकारों द्वारा फर्जी करार भी दिया जाता रहा है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार के मंत्री साहब अपना ब्राह्मण-विरोधी एजेंडा चलाने के लिए अब इसी का सहारा लेते नज़र आ रहे हैं।
NPR और NRC पर बोलते हुए नितिन राऊत ने कहा-
“यदि आप मुझसे मेरे दादा का प्रमाण-पत्र दिखाने के लिए कहते हैं, तो मैं आपको दिखा सकता हूं। डॉ. आंबेडकर ने मुझे दलित होने के बावजूद शिक्षा प्राप्त करने का अवसर दिया था। इसलिए, मैं अपने दादाजी का प्रमाण-पत्र ला सकता हूं। लेकिन उनका क्या, जिन्हें अच्छी शिक्षा का अवसर नहीं मिल सका? वो ब्राह्मण जो स्वयं बाहर से आए थे, वो अब हमें ज्ञान दे रहे हैं, तो मैं ऐसा कभी नहीं होने दूंगा”।
ना.नितिन राऊत यांनी ब्राह्यण समाजा विरुध्द काढलेल्या वक्तव्या बाबतीत मुंबई हायकोर्टात खटला दाखल करणे साठी तज्ञ वकिलांचे मार्गदर्शन घेणार @zee24taasnews @abpmajhatv @ANI @Dev_Fadnavis @PashokMT @girishkuber @ShrimantSakal @ShivSena @CMOMaharashtra @News18lokmat @JaiMaharashtraN pic.twitter.com/V7VSYx17Ge
— Shri Mahant sudhirdas Maharaj (@mahantpt03) March 13, 2020
राऊत यहीं नहीं रुके। आगे उन्होंने कहा-
“देश के मुसलमान उस हालत में नहीं रह रहे होते, जिस हालत में आज हैं। वे बाबासाहेब के दिखाए रास्ते पर चले जिन्होंने हिंदुस्तान के बजाय भारत कहा। जब साउथबोरो कमीशन भारत आया, तो बाबासाहेब ने उनके सामने अपील दायर की। उस समय, बाबासाहेब से पूछा गया कि आप किसका प्रतिनिधित्व करते हैं? उस समय बाबासाहेब ने कहा, मैं पहले भी एक भारतीय हूं और अंत में भी एक भारतीय ही हूं। मैं मुसलमानों को बताना चाहूंगा कि अगर आप बाबासाहेब को अपना नेता मानते, उनकी सोच के साथ आगे बढ़े होते और इस देश को हिंदुस्तान कहना बंद कर देते, तो आज ऐसा नहीं होता। आज आपके पास मौका है और मैं आपसे अपील करता हूं कि आप आज से खुद को भारतीय कहें और देश को हिंदुस्तान कहना बंद कर दें”।
महाराष्ट्र सरकार पिछले कुछ समय से राज्य के मुस्लिमों को लुभाने की भरपूर कोशिश कर रही है जिसके कारण अब उसने ब्राह्मणों को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। हाल ही में महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने विधान परिषद में घोषणा की थी कि सरकार राज्य में 5% मुस्लिम आरक्षण के लिए कानून लाएगी।
सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि इन सभी मामलों पर “हिन्दुत्व” की राजनीति करने वाली शिवसेना मौन साधे हुए है। लोगों की ओर से नितिन राऊत के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, अब देखना यह है कि ठाकरे परिवार या शिवसेना इस पर कोई प्रतिक्रिया देती है कि नहीं।