कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जहां कोरोना वायरस को लेकर देश में की गयी तैयारियों पर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं, उन्हीं की पार्टी के कुछ नेता सरकार की तारिफ कर रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भी मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।
कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई 'अब तक, अच्छी है', लेकिन क्या हम और कर सकते हैं?
पॉजिटिव COVID-19 मामलों ने एक सप्ताह में 31 से 84 तक की छलांग लगाई है। कुछ राज्य सरकारों ने आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की है। केंद्र सरकार को और उपायों पर विचार करने का समय है।— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) March 15, 2020
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा है कि “कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई ‘अब तक, अच्छी है‘, लेकिन क्या हम और कर सकते हैं? पॉजिटिव COVID-19 मामलों ने एक सप्ताह में 31 से 84 तक की छलांग लगाई है। कुछ राज्य सरकारों ने आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की है। केंद्र सरकार को और उपायों पर विचार करने का समय है”।
Congress leader Anand Sharma defying party stand on govt’s handling of #COVID-19, articulated by none other than Rahul Gandhi? pic.twitter.com/x5jvO3ty2m
— Bharti Jain (@bhartijainTOI) March 15, 2020
इससे पहले आनंद शर्मा ने मोदी सरकार की तारिफ करते हुए कहा था कि “मैं सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों और कोरोना वायरस को चेक करने के लिए की गई तैयारियों से पूरी तरह से संतुष्ट हूं।”
जहां एक तरफ कांग्रेस के इन दोनों नेताओं ने मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना की है तो वहीं दूसरी तरफ राहुल गाँधी और शशि थरूर जैसे नेताओं ने देश में बढ़ते वुहान वायरस के मामलों पर सरकार द्वारा उठाये गये कदमों को ‘अपर्याप्त’ बताकर सरकार की आलोचना की।
The Corona Virus is an extremely serious threat to our people and our economy. My sense is the government is not taking this threat seriously.
Timely action is critical.#coronavirus https://t.co/bspz4l1tFM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 12, 2020
वास्तव में, सरकार ने COVID-19 से लड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। मोदी सरकार ने पहले ही दिशा निर्देश जारी कर लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा, साथ ही इलाज के लिए आवश्यक दवाएं उपलब्ध करने के साथ और टेस्ट निशुल्क कर दिया है।
Sanjeeva Kumar, Special Secretary, Ministry of Health: Both first and second confirmatory tests for COVID-19 are free for all citizens. The country has enough capacity as only 10 percent of the capacity has been utilized per day so far. #Coronavirus pic.twitter.com/JXbK2CXw0I
— ANI (@ANI) March 15, 2020
न केवल देश में बल्कि विदेश में भी फंसे भारतीयों को सुरक्षित वतन वापस ला रही है। अमेरिका ने भी भारत सरकार द्वारा उठाये गये कदम की सराहना की है। अब तक भारत ने कोरोना वायरस से पीड़ित देशों से 1,182 नागरिकों को निकाला है, जिनमें 234 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में ईरान से निकाला गया है।
234 Indians stranded in #Iran have arrived in India; including 131 students and 103 pilgrims.
Thank you Ambassador @dhamugaddam and @India_in_Iran team for your efforts. Thank Iranian authorities.— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) March 14, 2020
The safety & security of citizens is of the utmost importance, especially in challenging times. Pleased to see @IAF_MCC deploying @Boeing C-17s to evacuate Indian citizens back home. This unique aircraft has greatly enhanced #India’s disaster response capabilities. AGW https://t.co/V4qsVjZuSG
— State_SCA (@State_SCA) March 10, 2020
वहीं दूसरी तरफ, भारत ने एयरपोर्ट पर भी स्क्रीनिंग के इंतजाम कर रखे हैं। अन्य देशों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है और जिनमें मामले पॉजिटिव पाए जा रहे हैं उन्हें आइसोलेशन लैब में रखा जा रहा है। देश में कोरोनावायरस का प्रसार रोकने के लिए भारत सरकार ने सभी पर्यटन वीजा 15 अप्रैल तक के लिए निलंबित कर दिया है।
https://twitter.com/MajorPoonia/status/1238355397108314113?s=20
यही नहीं देश में जो मामले कोरोना वायरस के पाए गये हैं उनके इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। राज्य सरकारें भी इसमें पूरा सहयोग कर रही हैं। यही कारण है कि अब तक 10 से ज्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
Two coronavirus patients cured in Rajasthan: Health officialshttps://t.co/7RAv2XFbC7
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) March 15, 2020
केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मोदी सरकार कोरोना से लड़ने के लिए सहायता प्रदान कर रही है। मालदीव, इजराइल और भूटान जैसे देशों ने तो भारत सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए मदद के लिए धन्यवाद भी किया है।
Bhutan PM Lotay Tshering:I think it is very timely&would like to thank PM Modi for his excellent leadership to bring all of us together because togetherness is required at all times but when the world is fighting one common disease, it is very imp to leave behind our differences. pic.twitter.com/h42bea6P3L
— ANI (@ANI) March 15, 2020
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सार्क देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों से वुहान वायरस से निपटने के लिये रणनीति बनाने को लेकर वीडियो कांफ्रेंस की और सभी देश इस समय साथ आ गये हैं। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सार्क देशों को एकजुट करते हुए COVID-19 के लिए इमर्जेंसी फंड बनाने का प्रस्ताव दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत इसके लिए 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी एक करोड़ डॉलर की मदद देगा।
I propose we create a COVID-19 Emergency Fund. This could be based on voluntary contributions from all of us. India can start with an initial offer of 10 million US dollars for this fund: PM @narendramodi #SAARCfightsCorona
— PMO India (@PMOIndia) March 15, 2020
स्पष्ट है कि मोदी सरकार ने इस महामारी पर न केवल संज्ञान लिया है बल्कि, शानदार तरीके से इससे निपटने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। उनके प्रयासों ने आलोचकों की भी बोलती बंद आकर दी है।